शिव बारात को देखकर भाग खडे हुए छोटे बच्चे
रजिया पाराशर
फरीदाबाद/तिगांव,24 सिंतबर : रात करीब दस बजे एकाएक श्री शिवपुराण कथा में बच्चों में बीच हडकंप मच गया। छोटे बच्चें अपनी मां के आंचल में छुप गए। और जो बाकि थे वे इधर-अधर भाग लिए । मौका था तिगांव स्थित कुराली मोड़ पर चल रही श्री शिवपुराण कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान शिव बारात का। जैसे ही यहां चल रही शिवपुराण कथा के बीच शिव विवाह का वाक्यां शुरू हुआ तो पहले से तैयार शिव बारात की झांकी में शिव अपने नन्दी के साथ और उसके पीछे उनके गण भूत-प्रेत की पोशाक में सजे बाराती। यहां आज शिव विवाह का आयोजन किया गया। बकायदा मंत्रों से उद्घोष से शिव विवाह कराया गया। जो छोटें बच्चें के लिए भय तो बड़ों के लिए रोचक संदर्भ रहा।
इसके बाद महंत राधे श्याम व्यास जी महाराज ने उपस्थित शिव भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि माता पिता की सेवा करने वाले पुत्र पर भगवान की कृपा होती है। भगवान शिव के यहां दो पुत्र हुए कार्तिक और गणेश। जिसमें गणेश जी अपने माता-पिता को सर्वाेपरि मानते हुए निंरतर उसकी सेवा करते हुए बड़े हुए।
इसी कारण गणेश प्रथम पुत्र हुए,भगवान गणेश का पूजन करने पर धन लक्ष्मी और सुख,यश, कीर्ति की प्राप्ति होती है और अपने धर्म पर चलकर जीवन की सार्थकता मिलती है। गणेश जी वह एक हाथीको जो सर लगाया गया वह ऐरवात हाथी का सर लगाया गया,क्योंकि ऐरावत की गर्दन पर ऋषि दुर्वाशा ऋषि की माला का स्र्पश हो गया था, यहीं इन्द्र के इस ऐरावत हाथी के लिए दुर्वाशा ऋषि का शाप और वरदान बन गया है।
मंहत जी ने कहा कि इसीलिए अगर किसी मानव कोसंत के गले की फूलों के माला का आर्शिवाद प्राप्त हो जाएं ,उस मानव को उस माला को सुखाकर चूराने करके लाल कपड़े में अपने गल्ले में रखना चाहिए और इसके धागे को हल्दी से पीला करके उसमें 16 गांठ लगाकर धर के दरवाजे पर लगाना चाहिए। ऐसा करते से घर में तमाम वास्तु दोष क्षण भर में समाप्त हो जाते हैं।
इस अवसर पर वहां पंडाल में पहुंचें भाजपा नेता राजेश नागर, बल्लभगढ़ से आएं इनेलो नेता ललित बंसल, सतेन्द्र अधाना,पप्पी नागर ने मंहत राधेश्याम जी का स्वागत किया। इस अवसर पर शिव विवाह की भूत-प्रेत बारात, शिव-पार्वती विवाह की झांकी निकाली गई । मुख्य रुप से कर्मवीर बौहरा ,संजय अधाना,बिट्टू अरोड़ा, सुशील मित्तल,विष्णु मित्तल, मुकेश वर्मा, राजेश अधाना, श्री मंहत व्यास धर्म प्रचार व जनकल्याण संस्थान के अध्यक्ष नगेन्द्र उर्फ गिन्नी, समिति के सचिव आरके वर्मा, आचार्य शशिकांत शर्मा, मंच संचालक गौरव शर्मा,नंबरदार महकसिंह अधाना, भगवत मित्तल, ज्ञानचन्द्र मित्तल, बिजेन्द्र गर्ग के अलावा हजारों की संख्या में महिला,पुरूष,बुर्जुग व बच्चें उपस्थित रहे।