चौथे नवरात्रे पर श्रद्धालुओं ने की मां कृूष्माण्डा की उपासना

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मंदिरों में लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता

गुडग़ांव, 31 मार्च (अशोक): शहर के विभिन्न मंदिरों में मां दुर्गा के चैत्र नवरात्रों पर पूजा-अर्चना श्रद्धालुओं द्वारा की जा रही है। शहर के प्रत्येक मंदिर में श्रद्धालुओं की प्रात: से ही भीड़ लगनी शुरु हो जाती है। मंदिरों में भजन कीर्तन का आयोजन भी सायं तक चलता रहता है। इसी प्रकार श्रद्धालुओं ने विभिन्न कालोनियों में अपने स्तर पर मां दुर्गा का गुणगान करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन भी किया हुआ है। इन आयोजनों में क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में मां के दर्शन करने व अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को मां दुर्गा के चौथे स्वरुप कूष्माण्डा देवी की पूजा अर्चना की गई। शहर के न्यू कालोनी मोड स्थित सुदर्शन मंदिर, गुफा वाला मन्दिर, सिद्वेश्वर मन्दिर, धन्टेश्वर मन्दिर, गीता भवन, चिंतपूर्णी मंदिर, राम मन्दिर सेक्टर-4 स्थित श्रीकृष्णमंदिर, श्रीराम मंदिर, सूर्य विहार के माता वैष्णो देवी मंदिर, शीतला माता मंदिर सहित अन्य मन्दिरों में मां दुर्गा के दर्शनों के लिए भारी भीड उमड़ रही है। सभी मंदिरों के बाहर उत्सव जैसा माहौल है। मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया हुआ है। जिला प्रशासन ने मंदिरों के आस-पास पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की हुई है, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके।

आज उपासक करेंगे मां दुर्गा के 5वें स्वरुप स्कंदमाता की उपासना

गुडग़ांव, 31 मार्च (अशोक): मां दुर्गा के 5वें स्वरूप को स्कन्द माता के नाम से जाना जाता है। आज शनिवार को 5वें नवरात्रे पर उपासक मां स्कन्दमाता के स्वरूप की पूरे विधि विधान के अनुसार उपासना करेंगे। धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि मां का वाहन मयूर है, भगवान स्कन्द जी बालरूप में इनकी गोद में विराजमान हैं, मां की 4 भुजाएं हैं, ये दाहिनी ओर की ऊपर वाली भुजा से भगवान स्कन्द को गोद में पकड़े हुए हैं और दाहिनी ओर की नीचे वाली भुजा जो ऊपर की ओर उठी हुई है उसमें कमल पुष्प है, बांयी ओर की ऊपर वाली भुजा वर मुद्रा में तथा नीचे चौथे नवरात्रे पर श्रद्धालुओं ने की मां कृूष्माण्डा की उपासना 2वाली भुजा जो ऊपर की ओर उठी हुई है उसमें कमल पुष्प सुशोभित है। मां का वर्ण पूर्णत: शुभ्र है। मां सिंह पर विराजमान रहती हैं। कहा जाता है कि मां स्कन्द माता की उपासना से श्रद्धालुओं की समस्त इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं। इस मृत्युलोक में भी उन्हें परम शांति और सुख का अनुभव होने लगता है। उसके लिए मोक्ष का द्वार सुलभ हो जाता है। स्कन्द माता की उपासना से बालरूप स्कन्द भगवान की उपासना भी खुद ही हो जाती है। यह विशेषता केवल इन्हीं देवी को प्राप्त है। सूर्यमण्डल की अधिष्ठात्री देवी होने के नाते इनका उपासक अलौकिक तेज एवं कांति से संपन्न हो जाता है। उपासक को एकाग्र भाव से मन को पवित्र रख कर मां की उपासना करनी चाहिए।

 

श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह
गायत्री मंत्र का सार है भागवत पुराण : नवीन शास्त्री

गुडग़ांव, 31 मार्च (अशोक): सैक्टर 4 स्थित श्री राम मंदिर में श्रीमदभागवत कथा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। कथा का वाचन पंडित नवीन शास्त्री द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने प्रवचन करते हुए कहा कि मन की शुद्धि हरि कथा व सत्संग से ही होती है। भागवत भगवान का वांगमय स्वरुप होता है। 4 वेदों का सार गायत्री मंत्र और गायत्री मंत्र का सार है भागवत पुराण। मनुष्य को सत्य बोलना चाहिए, न कि कड़वा। वाणी का प्रयोग सावधानी से करें। उन्होंने संगीतमय शैली में श्रीकृष्ण व कुंती प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जब कुंती से कुछ मांगने को कहा तो कुंती ने कहा कि प्रभू मुझे विपत्ती का दान दे दो, क्योंकि विपत्तियां आती रहेंगी और विपत्तियों को दूर करने के लिए आपको याद करती रहूंगी। इसी कारण आप बार बार द्वारका से हस्तिनापुर आते रहेंगे। कथा का वाचन सगीतमय शैली में कथावाचक द्वारा किया जा रहा है, जिसमें क्षेत्र की महिलाएं व पुरुष तथा गणमान्य व्यक्ति भी भाग ले रहे हैं। आयोजन की व्यवस्था में समाजसेवी आरपी शर्मा, राम अवतार कौशिक, लेखापाल, गोविंद राम गुप्ता, शिव शंकर भारद्वाज, धर्मसिंह शर्मा आदि जुटे हुए हुए हैं।

 

 

अधिवक्ता अधिनियम विधेयक 2017 के विरोध में
जिला अदालत में अधिवक्ताओं ने की हड़ताल
मुवक्किल रहे परेशान

गुडग़ांव, 31 मार्च (अशोक): केंद्र सरकार के विधि आयोग द्वारा प्रस्तावित अधिवक्ता अधिनियम (संशोधन) विधेयक 2017 के विरोध में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के आह्वान पर शुक्रवार को जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने हड़ताल रखी। जिला अदालत परिसर स्थित अदालतों में कोई भी अधिवक्ता किसी भी मामले में अदालत में पेश नहीं हुआ। मुवक्किलों को स्वयं पेश होकर अपने मामलों में अगली तारीख लेनी पड़ी। हड़ताल से मुवक्किल अधिक परेशान दिखाई दिए। गुडग़ांव जिला अदालत सहित सोहना, पटौदी, फर्रुखनगर उप अदालतों में भी हड़ताल रही। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुदेश कुमार यादव ने बताया कि जिला बार की बैठक का आयोजन भी किया गया, जिसमें बार से जुड़े सदस्यों ने भाग लिया। बार ने प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री, विधि व वित्तमंत्री से आग्रह किया है कि इस प्रस्तावित विधेयक को रद्द किया जाए। उन्होंने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विधेयक लागू हो जाने पर अधिवक्ताओं की संस्थाएं ऐसे लोगों के नियंत्रण में होंगी, जिनका वकालत से दूर तक का भी संबंध नहीं है। यदि यह विधेयक लागू हो जाता है तो अधिवक्ताओं के सामने बड़ी परेशानियां खड़ी हो जाएंगी। प्रस्तावित विधेयक में कहा गया है कि काम में लापरवाही करने व अनुशासन तोडऩे पर अधिवक्ताओं पर कार्यवाही की जा सकेगी, अधिवक्ताओं को उपभोक्ता आयोग द्वारा निश्चित नियमों के अनुसार मुवक्किलों को हर्जाना देना होगा, अधिवक्ता व बार संघ अपनी मांगों को लेकर हड़ताल नहीं कर सकेंगे, उन पर जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान भी विधेयक में हैं। अधिवक्ताओं ने बताया कि विधेयक में यह भी कहा गया है कि न्यायाधीश या कोई भी न्यायिक पदाधिकारी लापरवाही व अनुशासनहीनता पर संबंधित अधिवक्ता का लाईसैंस रद्द कर सकता है। राज्य बार काउंसिल के आधे से अधिक सदस्य उच्च न्यायालयों द्वारा मनोनीत किए जाएंगे। इन सदस्यों में डाक्टर, इंजीनियर व व्यापारी वर्ग शामिल होगा, जबकि इस वर्ग का वकालत से दूर-दूर का भी संबंध नहीं है। अधिवक्ताओं को संगठित रहने का आह्वान भी जिला बार एसोसिएशन द्वारा किया गया।

आरटीआई कार्यकर्ता ने नगर निगम प्रशासन पर लगाए आरोप
प्रशासन नहीं दे रहा है आरटीआई के तहत जानकारियां

गुडग़ांव, 31 मार्च, (अशोक): समाज के प्रबुद्ध लोग विभिन्न सरकारी विभागों से समय-समय पर समाजोपयोगी जानकारी सूचना के अधिकार के माध्यम से लेते रहे हैं, लेकिन इन लोगों को ये जानकारी समय पर नहीं मिलती, जिससे इन समाजसेवियों में सरकारी अधिकारियों के प्रति रोष बढ़ता जाता है। हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को पारदर्शी व भयमुक्त प्रशासन देने का आश्वासन दिया हुआ है, लेकिन इस प्रकार के अधिकारियों पर सरकार का कोई कायदा-कानून भी लागू होता दिखाई नहीं देता है। इसी क्रम में जिले के जहाजगढ़ क्षेत्र स्थित ओल्ड एज होम में निवास कर रहे वरिष्ठ नागरिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता जोन विलियम ने नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाए हैं कि नगर निगम के अधिकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचना भी समय पर उपलब्ध नहीं कराते। विलियम का कहना है कि उन्होंने क्षेत्र की सडक़ों, पानी, बिजली, सीवर, प्ले ग्राउंड व अन्य आधारभूत सुविधाओं की जानकारी नगर निगम प्रशासन से गत वर्ष एक नवंबर, इस वर्ष 30 जनवरी, एक मार्च, 8 मार्च को सूचना के अधिकार के तहत जानकारियां मांगी थी, लेकिन उन्हें आज तक भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। उनका कहना है कि उक्त जानकारियों को लेकर प्रशासन को कई रिमाईंडर भी भेजे जा चुके हैं, लेकिन अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे क्षेत्र में सीवर, बिजली, पेयजल आदि की समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। क्षेत्र में सीवर का गंदा पानी गलियों में भरा पड़ा है, जिससे कई संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा भी व्याप्त हो गया है। उनका कहना है कि नगर निगम क्षेत्रवासियों से लाखों में हाऊस टैक्स आदि वसूलती है लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। उनका आरोप है कि नगर निगम कार्यालय में जानकारियों के बारे में पता लगाने के लिए जाते हैं तो अधिकारी व कर्मचारी भी अच्छा सलूक नहीं करते। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि नगर निगम प्रशासन को आदेश दिए जाएं कि वे प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का निपटारा करें और आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी समय पर उपलब्ध कराएं।

मारुति कामगार यूनियन के चुनाव 12 को
सर्वहित पैनल का हुआ गठन

गुडग़ांव, 31 मार्च, (अशोक): देश की ऑटो मोबाइल क्षेत्र की अग्रणी मारुति सुजूकी कंपनी के गुडग़ंाव स्थित प्लांट की मारुति कामगार यूनियन के त्रिवर्षी चुनाव आगामी 12 अप्रैल को होने जा रहे हैं। कामगार यूनियन के निवर्तमान पदाधिकारी व कंपनी प्रबंधन यूनियन के चुनाव को निष्पक्ष कराने के लिए प्रयासरत है और पूरी व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से गुप्त मतदान द्वारा कराए जा सकें। कामगार यूनियन के निवर्तमान महासचिव कुलदीप जांघू ने बताया कि कंपनी व श्रमिक हित में वह अपने साथियों के साथ पिछले 6 वर्षों से यूनियन कार्यों में सहयोग कर रहे हैं। यूनियन कंपनी व श्रमिक के बीच एक सेतू का काम करती है। उन्होंने यूनियन सदस्यों से आग्रह किया है कि वे कंपनी व श्रमिक हित में मतदान करें। उन्होंने बताया कि सर्वहित पैनल का गठन कर लिया गया है। यह पैनल सभी के हितों का पूरा ख्याल रखेगा। इस पैनल में मुख्य संरक्षक पद के लिए ईश्वर सिंह, प्रधान प्रवीण कुमार, उप प्रधान शमशेर सिंह, महासचिव कुलदीप जांघू, सह सचिव जावेद खान और कोषाध्यक्ष दलवीर सिंह को शामिल किया गया है। उन्होंने श्रमिकों को पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा है कि उन्होंने अपने साथियों के साथ उनके सुख-दुख में पूरा साथ दिया है। अब श्रमिकों की बारी है कि वे उनके कार्यों को कितना पसंद करते हैं।

कंपनी कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए है प्रतिबद्ध : निशांत आर्य

गुडग़ांव, 31 मार्च, (अशोक): उच्चतम न्यायालय द्वारा वाहनों के बीएस 3 मॉडलों की बिक्री और पंजीकरण पर आज पहली अप्रैल से प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि बीएस 3 वाहनों का निर्माण करने वाली कंपनियों ने इन वाहनों की बिक्री भी कर दी है, भले ही इन कंपनियों को अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए हजारों रुपयों की छूट देने की घोषणा क्यों न करनी पड़ी हो। इस तरह की छूट आज तक कभी भी किसी भी कंपनी ने अपने ग्राहकों को नहीं दी है। इस मामले में वाहन निर्मात्री कंपनियों को कलपुर्जे की आपूर्ति करने वाले जेबीएम समूह के कार्यकारी निदेशक निशांत आर्य का कहना है कि इंट्रा सिटी बसों सहित उनके द्वारा बनाए जाने वाले सभी उत्पाद बीएस 4 के मानदंडों में चले गए हैं। कंपनी वर्तमान में सीएनजी और डीजल संस्करणों का निर्माण कर रही है और शीघ्र ही भारत की पहली शत-प्रतिशत बिजली बसों का संचालन करने की प्रक्रिया की दौड़ में भी है। सिटी लाईफ सीएनजी और सिटी लाईफ डीजल बसें बीएस 4 के अनुरुप हैं। ऑटो कंपोनेंट क्षेत्र में भी कंपनी बीएस 4 के अनुरुप कलपुर्जों का निर्माण कर रही है। कंपनी कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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