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: पुलिस को किसी की गरीबी से कोई मतलब नहीं बस पैसा कमाने पर है ध्यान !
: गरीब आदमी को दबंगों ने पीट पीट कर अधमरा कर दिया, दो माह बाद हुआ मुकदमा दर्ज
6 आरोपियों में से केवल तीन गिरफ्तार
यूनुस अलवी
मेवात: पंचायत में बोलने पर एक गरीब आदमी को दबंगों ने इनता मारा कि वह अधमरा हो गया और करीब एक महिने तक दिल्ली में इलाज चला। पुलिस ने इस गरीब आदमी को करीब दो महिने बाद मुकदमा दर्ज किया। हमला करने वाले पीडित ने पुलिस को दस बताऐ लेकिन पुलिस ने अनपढता का फायदा उठाते हुऐ केवल 6 के ही नाम मुकदमें में दर्ज किये। पुलिस ने 6 आरोपियों में से तीन ही गिरफ्तार किये है बाकी के पैसे लेकर निकाल रही है। पीडित ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और डीजीपी हरियाणा से की है।
गांव उमरा निवासी अरशद पुत्र मजीद ने बताया कि उनके गांव में दो पक्षों में झगडा हो गया था जिसका 4 अगस्त को दिन के समय गांव के लोग फैंसला करा रहे थे। इस पंचायत ने अपने भी विचार रखे ही थी कि दबंग लोगों ने उस पर हमला बोलकर बुरी तरह मारा। आरोपियों का पेट इतने से ही नहीं भरा बल्कि आरोपी उसे बेहोश होने तक मारते रहे जिससे उसके पेट कि नस फट गई। उसके बाद आरोपियों ने उसके घर पर हमला बोलकर घर में तोडफोड और परिवार के लोगों से मारपिटाई की। लोगों नगीना पुलिस को फोन किया तो पुलिस मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने घायल और तौडफोड कि वीडियो भी बनाई।
पीडित का कहना है कि उसके बाद उसने करीब एक महिने तक दिल्ली में अपना इलाज कराया लेकिन पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। एसपी के आदेश पर 25 सितंबर को मुकदमा नंबर 171 दर्ज किया गया। उसके बाद पुलिस ने डाक्टरों की ओपिनियन लेने मे भी पांच महिने लगा दिये। पीडित का कहना है कि पुलिस ने ना तो घर में घुसकर मारपिटाई करने, तोडफोड करने कि धारा ही लगाई है और ना ही जितने आरोपियों के नाम उसने पुलिस को बताऐ थे वे ही लिखे हैं।
उनका कहना है कि पुलिस ने पैसा कमाने कि गर्ज से अपनी मनमर्जी का मुकदमा बनाया है। अब 6 आरोपियों में से भी तीन को पुलिस निकाल रही है। उनका कहना है कि पहले जांच अधिकारी ने तीनों आरोपियों के वारंट के लिये अदालत में दरखास्त लगा दी थी लेकिन अब दूसरे जांच अधिकारी ने पैसे लेकर अदालत से वारंट कि प्रक्रिया वापिस ले ली है। पीडित का कहना है कि पहले तो आरोपी गांव से भागे हुऐ थे अब वे खुले आम गांव में घूम रहे हैं।
क्या कहते है थाना प्रभारी ?
नगीना थाना प्रभारी राम किशन बागडी का कहना है कि फिरोजपुर झिरका के डीएसपी के पास फाईल गई हुई है। उन्होने कहा कि किसी भी आरोपी को निकाला नहीं जाऐगा।