एसएसी मीटिंग में डीएचबीवीएन के एमडी ने कहा कि निश्चित तौर पर उपभोक्ता सेवा रेटिंग के लिए ओर बेहतरीन कार्य करेंगे
चंडीगढ़, 09 फरवरी । हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष नन्द लाल शर्मा ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) का अधिकतम प्रयोग करें, उपभोक्ता की शिकायत दर्ज करने से उसके निवारण तक उसकी शिकायत का उसको पूरा अपडेट दें।श्री शर्मा शुक्रवार को एचईआरसी की 30 वीं राज्य सलाहकार समिति (एसएसी) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, इस अवसर पर एचईआरसी के सदस्य (तकनीकी) नरेश सरदाना एवं सदस्य (विधि) मुकेश गर्ग, डीएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक पी.सी.मीणा सहित एसएसी के अधिकतम सदस्य उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि विद्युत अधिनियिम, 2003 की धारा 87 में एसएसी के गठन तथा 88 में एसएसी के उद्देश्यों के बारे में उल्लेख है। बिजली उपभोक्ताओं के हितों के संरक्षण,विद्युत आपूर्ति के दौरान सभी मानदंडों का समुचित ढंग से प्रयोग हो और विद्युत नीति से संबंधित विषयों पर इस मीटिंग में विचार विमर्श होता है। इस मीटिंग में एचईआरसी के अध्यक्ष इस कमेटी के पदेन अध्यक्ष होते हैं, दोनों सदस्य पदेन सदस्य एवं खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की सचिव भी इसकी पदेन सदस्य सहित इस कमेटी के अधिकतम 21 सदस्य होते हैं।
एचईआरसी नए वित्त वर्ष यानी 2024-25 के लिए नई बिजली दरें तय करेगा, इसके लिए 8 फरवरी को उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) एवं दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) की वार्षिक राजस्व आवश्यकता (एआरआर) पिटीशन पर जनसुनवाई हो चुकी है। एआरआर ऑर्डर जारी करने से पहले एचईआरसी ने यह एसएसी की मीटिंग बुलाकर समिति के सभी सदस्यों के सुझाव दर्ज किए। हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (एचवीपीएन), हरियाणा बिजली उत्पादन निगम (एचपीजीसीएल), यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन के वरिष्ठ अधिकारियों से एचईआरसी के चेयरमैन एवं सदस्यों ने बिजली उपभोक्ताओं को और बेहतर सेवा देने संबंधी काफी प्रश्र किए, जिसके जवाब में पावर यूटिलिटीस के अधिकारियों ने सटीक जवाब दिए।
एचईआरसी अध्यक्ष शर्मा ने निर्देश दिए कि एचपीजीसीएल के तहत आने वाले सभी थर्मल प्लांटों का टेक्रिकल आडिट कराएं, प्लांटों के स्पेयर पार्ट के लिए चाइनीज मशीनरी के स्थान पर लोकल वेंडर विकसित करें। स्मार्ट मीटरिंग के जरिए अपनी दक्षता में सुधार लाएं। एचईआरसी सदस्य नरेश सरदाना ने कहा कि उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (सीजीआरएफ) के आदेशों की पालना कराना सुनिश्चित कराएं, एचपीजीसीएल के प्लांटों को आपरेशन और शट डाउन मामले में पहले से प्लानिंग करें ताकि पावर सप्लाई में किसी प्रकार की कोई रूकावट न आए। एचईआरसी सदस्य मुकेश गर्ग ने लाइन लॉस को घटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया। डीएचबीवीएन के एमडी पी.सी.मीणा ने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए पूर्णतय प्रतिबद्ध हैं। निश्चित तौर पर उपभोक्ता सेवा रेटिंग में सुधार कर और अधिक श्रेष्ठ सेवा दी जाएगी। इसी प्रकार यूएचबीवीएन के निदेशक अश्विनी रहेजा ने कहा कि यूएचबीवीएन के लाइन लॉस काफी कम हुए हैं और भविष्य में यह सिंगल डिजिट में ही आएंगे।
इस अवसर पर एचईआरसी के सचिव नरेंद्र कुमार, विद्युत लोकपाल वीरेंद्र सिंह, निदेशक (टैरिफ) संजय वर्मा सहित एचईआरसी तथा बिजली निगमों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।