– डीसी निशांत कुमार यादव ने अधिकारियों की बैठक में की अमृत सरोवर कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा
– डीसी ने अधिकारियों को निर्देश, निर्माण संबंधी कार्य सभी स्थलों पर जून माह के अंत तक किया जाए पूरा
गुरूग्राम, 09 मई। डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि अमृत सरोवर भारत सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। हरियाणा सरकार भी इस कार्यक्रम को तेज गति से आगे बढ़ा रही है। ऐसे में कार्यक्रम से जुड़े कार्यों को गुरूग्राम जिला में तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने यह बात मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में अमृत सरोवर कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही।
डीसी ने गुरूग्राम जिला में ब्लॉक वाइज अमृत सरोवर की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने गांव बुढ़ेगा, कालिवास, जराऊ, खेड़ा खुरमपुर, इकबालपुर, खैंटावास, फाजिलपुर बादली, बासोंदा, मऊ, बापस, बिलासपुर, भोड़ा कलां, चांदला डूंगरवार, नूरगढ़, पलासोली, गढ़ी बाजिदपुर, हरचंद पुर, हरियाहेड़ा, समरथला, बंधवाड़ी, जहाजगढ़, सुखराली एंक्लेव, नूरपुर, झाड़सा, बादशाहपुर, भांगरौला, वजीरपुर, बसई आदि में अमृत सरोवर से जुड़े कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिला में अमृत सरोवर कार्यक्रम में शामिल तालाबों पर निर्माण का कार्य बरसात के सीजन से पहले पूरा हो जाना चाहिए। साथ ही सभी सरोवर का डाटा पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेट होना चाहिए।
उन्होंने विभागवार अमृत सरोवर के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिला में मनरेगा के 12, पंचायती राज के 15, नगर निगम गुरूग्राम के 18 व नगर निगम मानेसर के एक तालाब का कार्य पूरा हो चुका है। वहीं सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की ओर से 11 तालाबों के कार्यों की रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। जिला में अमृत सरोवर कार्यक्रम को विस्तार की आवश्यकता है तो संबंधित विभाग रिपोर्ट तैयार कर उनसे अनुमति प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन तालाबों का कार्य पूरा हो चुका है उनका वे स्वयं तथा क्षेत्र के एसडीएम इस महीने के अंत में होने वाली समीक्षा बैठक से पहले निरीक्षण भी करेंगे।
अमृत सरोवर की समीक्षा के उपरांत डीसी ने स्वामित्व, शिवधाम तथा सरकार के ग्रामीण विकास से जुड़े अन्य कार्यों की भी समीक्षा की। इस अवसर पर जिला परिषद की सीईओ अनु श्योकंद, डीडीपीओ वीरेंद्र सिंह, सीएमजीजीए हिया बनर्जी सहित अन्य अधिकारी व जिला में कार्यरत ग्राम सचिव उपस्थित रहे।