नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज विपणन सत्र 2024-25 के लिए सभी आवश्यक खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
यह जानकारी केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकार वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि सरकार ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके। पिछले वर्ष की तुलना में एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि तिलहन और दालों के लिए की गई है, जैसे नाइजरसीड (983 रुपये प्रति क्विंटल), उसके बाद तिल (632 रुपये प्रति क्विंटल) और तुअर/अरहर (550 रुपये प्रति क्विंटल)।
विपणन सत्र 2024-25 के लिए सभी खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य
रुपये प्रति क्विंटल
फसल | न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024-25 |
लागत* केएमएस 2024-25 |
लागत पर मार्जिन (%) | एमएसपी 2023-24 |
2023-24 की तुलना में 2024-25 में एमएसपी में वृद्धि | ||
अनाज | |||||||
धान | सामान्य | 2300 | 1533 | 50 | 2183 | 117 | |
ग्रेड ए ^ | 2320 | – | – | 2203 | 117 | ||
जवार | हाइब्रिड | 3371 | 2247 | 50 | 3180 | 191 | |
मालदंडी” | 3421 | – | – | 3225 | 196 | ||
बाजरा | 2625 | 1485 | 77 | 2500 | 125 | ||
रागी | 4290 | 2860 | 50 | 3846 | 444 | ||
मक्का | 2225 | 1447 | 54 | 2090 | 135 | ||
दालें | |||||||
तुअर /अरहर | 7550 | 4761 | 59 | 7000 | 550 | ||
मूंग | 8682 | 5788 | 50 | 8558 | 124 |
फसल | एमएसपी 2024-25 |
लागत* केएमएस 2024-25 |
लागत पर मार्जिन (%) | एमएसपी 2023-24 |
2023-24 की तुलना में 2024-25 में एमएसपी में वृद्धि | |
उड़द | 7400 | 4883 | 52 | 6950 | 450 | |
तिलहन | ||||||
मूंगफली | 6783 | 4522 | 50 | 6377 | 406 | |
सूरजमूखी के बीज | 7280 | 4853 | 50 | 6760 | 520 | |
सोयाबीन (पीला) | 4892 | 3261 | 50 | 4600 | 292 | |
तिल | 9267 | 6178 | 50 | 8635 | 632 | |
नाइजरसीड | 8717 | 5811 | 50 | 7734 | 983 | |
कमर्शियल | ||||||
कपास | (मीडियम स्टेपल) | 7121 | 4747 | 50 | 6620 | 501 |
(लॉन्ग स्टेपल) | 7521 | – | – | 7020 | 501 |
उन्होंने बताया कि इसमें वह लागत शामिल है, जिसमें सभी भुगतान की गई लागतें शामिल हैं, जैसे कि किराए पर लिए गए मानव श्रम, बुलॉक लेबर/मशीन श्रम, पट्टे पर ली गई भूमि के लिए भुगतान किया गया किराया, बीज, उर्वरक, खाद, सिंचाई शुल्क, औजारों और कृषिगत निर्माण पर मूल्यह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पंप सेट आदि के संचालन के लिए डीजल/बिजली, विविध व्यय और पारिवारिक श्रम का अनुमानित मूल्य। धान (ग्रेड ए), ज्वार (मालदंडी) और कपास (लॉन्ग स्टेपल) के लिए लागत डेटा अलग से संकलित नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है, जिसमें एमएसपी को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर तय किया गया है। किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन बाजरा (77 प्रतिशत) के मामले में सबसे अधिक होने का अनुमान है, उसके बाद तुअर (59 प्रतिशत), मक्का (54 प्रतिशत) और उड़द (52 प्रतिशत) का स्थान है। बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मार्जिन 50 प्रतिशत होने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में, सरकार इन फसलों के लिए उच्च एमएसपी की पेशकश करके अनाज जैसे दालों व तिलहन और पोषक अनाज/श्री अन्न के अलावा अन्य फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने बताया कि खरीफ विपणन सत्र के अंतर्गत आने वाली 14 फसलों के लिए 2003-04 से 2013-14 की अवधि के दौरान, बाजरा के लिए एमएसपी में न्यूनतम निरपेक्ष वृद्धि 745 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग के लिए अधिकतम निरपेक्ष वृद्धि 3,130 रुपये प्रति क्विंटल थी, जबकि 2013-14 से 2023-24 की अवधि के दौरान मक्का के लिए एमएसपी में न्यूनतम निरपेक्ष वृद्धि 780 रुपये प्रति क्विंटल और नाइजरसीड के लिए अधिकतम निरपेक्ष वृद्धि 4,234 रुपये प्रति क्विंटल थी। विवरण अनुलग्नक-I में दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 2004-05 से 2013-14 की अवधि के दौरान, खरीफ विपणन सीजन के अंतर्गत आने वाली 14 फसलों की खरीद 4,675.98 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) थी, जबकि 2014-15 से 2023-24 की अवधि के दौरान, इन फसलों की खरीद 7,108.65 एलएमटी थी। वर्षवार विवरण अनुलग्नक-II में दिया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 के लिए उत्पादन के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3288.6 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) होने का अनुमान है, तथा तिलहन उत्पादन 395.9 एलएमटी को छू रहा है। वर्ष 2023-24 के दौरान चावल, दालों, तिलहनों और पोषक अनाज/श्री अन्न तथा कपास का खरीफ उत्पादन क्रमशः 1143.7 एलएमटी, 68.6 एलएमटी, 241.2 एलएमटी, 130.3 एलएमटी तथा 325.2 लाख गांठ होने का अनुमान है।
अनुलग्नक-I रुपये प्रति क्विंटल
फसलें | एमएसपी 2003-04 |
एमएसपी 2013-14 |
एमएसपी 2023-24 |
2003-04 की तुलना में 2013-14 में एमएसपी में वृद्धि |
2013-14 की तुलना में 2023-24 में एमएसपी में वृद्धि |
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अनाज | |||||||
A | B | C | D=B-A | E=C-B | |||
धान | सामान्य | 550 | 1310 | 2183 | 760 | 873 | |
ग्रेड ए ^ | 580 | 1345 | 2203 | 765 | 858 | ||
ज्वार | हाइब्रिड | 505 | 1500 | 3180 | 995 | 1680 | |
मालदंडी ए | – | 1520 | 3225 | 1705 | |||
बाजरा | 505 | 1250 | 2500 | 745 | 1250 | ||
रागी | 505 | 1500 | 3846 | 995 | 2346 | ||
मक्का | 505 | 1310 | 2090 | 805 | 780 | ||
दालें | |||||||
तुअर /अरहर | 1360 | 4300 | 7000 | 2940 | 2700 | ||
मूंग | 1370 | 4500 | 8558 | 3130 | 4058 | ||
उड़द | 1370 | 4300 | 6950 | 2930 | 2650 | ||
तिलहन | |||||||
मूंगफली | 1400 | 4000 | 6377 | 2600 | 2377 | ||
सूरजमूखी के बीज | 1250 | 3700 | 6760 | 2450 | 3060 | ||
सोयाबीन (पीला) | 930 | 2560 | 4600 | 1630 | 2040 | ||
तिल | 1485 | 4500 | 8635 | 3015 | 4135 | ||
नाइजरसीड | 1155 | 3500 | 7734 | 2345 | 4234 | ||
कमर्शियल | |||||||
कपास | (मीडियम
स्टेपल) |
1725 | 3700 | 6620 | 1975 | 2920 | |
(लॉन्ग स्टेपल)” | 1925 | 4000 | 7020 | 2075 | 3020 |
अनुलग्नक-II
खरीफ फसलों की खरीद 2004-05 से 2013-14 और 2014-15 से
एलएमटी में
फसलें | 2004-05 से 2013-14 | 2014-15 से 2023-24 | |
अनाज | |||
A | B | ||
धान | 4,590.39 | 6,914.98 | |
ज्वार | 1.92 | 5.64 | |
बाजरा | 5.97 | 14.09 | |
रागी | 0.92 | 21.31 | |
मक्का | 36.94 | 8.20 | |
दालें | |||
तुअर /अरहर | 0.60 | 19.55 | |
मूंग | 0.00 | 1 | |
उड़द | 0.86 | 8.75 | |
तिलहन | |||
मूंग | 3.45 | 32.28 | |
सूरजमूखी के बीज | 0.28 | ||
सोयाबीन (पीला) | 0.01 | 1.10 | |
तिल | 0.05 | 0.03 | |
नाइजरसीड | 0.00 | 0.00 | |
कमर्शियल | |||
कपास | 34.59
|
63.41 | |
कुल | 4,675.98 | 7,108.65 |