– गृह मंत्री ने कहा , राज्य के सभी होम गार्डस को प्रत्येक माह की 7 तारीख तक उनका डयूटी भता मिलें, अधिकारी करें सुनिश्चित
चंडीगढ़, 8 अगस्त : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि गृह रक्षी (होम गार्ड) स्वयं सेवकों को उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए मैडल से सम्मानित करने के लिए जल्द ही एक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के सभी होम गार्डस को प्रत्येक माह की 7 तारीख तक उनका डयूटी भता मिल जाना चाहिए।
श्री विज आज यहां गृह रक्षी एवं नागरिक सुरक्षा विभाग (होम गार्ड) के उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
होम गार्डस को पुलिसिंग डयूटी के लिए जोखिम भता देने हेतू प्रस्ताव भेजा जाए- विज
बैठक में गृह मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे होम गार्डस को पुलिसिंग डयूटी के लिए पुलिस कर्मचारियों की तर्ज पर जोखिम भत्ता देने हेतू एक प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा जाए। इसके अलावा, स्वयं सेवकों द्वारा पोस्टल बैलेट का प्रयोग करने हेतू एक प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजने के लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
एक्सीडेंटल डेथ कलेम 15 लाख रूपए से बढाकर 50 लाख रूपए किया
बैठक में गृह मंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य में 14 हजार होम गार्ड की क्षमता (स्टंेªथ) हैं और वर्तमान में राज्य में 12 हजार होम गार्ड कार्यरत हैं और जिनमें से 9050 गृह रक्षी स्वयं सेवक पुलिस विभाग में कानून व्यवस्था, यातायात एवं चालक इत्यादि की डयूटियों का निर्वहन कर रहे हैं। गृह मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि होम गार्डस को ईपीएफ इत्यादि देने का प्रावधान किया जाए। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि गृह रक्षी स्वयं सेवकों को एचडीएफसी बैंक द्वारा एक्सीडेंटल डेथ कलेम 15 लाख रूपए से बढाकर 50 लाख रूपए किया गया है। इसके अलावा, प्राकृतिक मृत्यु होने पर स्वयं सेवकों के आश्रित को बैंक द्वारा 3.25 लाख रूपए देने का भी प्रावधान किया गया है।
होम गार्डस को जल्द ही करनाल में स्थापित होने वाले प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा
बैठक में अधिकारियों ने गृह मंत्री को अवगत कराया कि वर्तमान में हरियाणा गृह रक्षी स्वयं सेवकों को पंचकूला स्थित संयुक्त प्रशिक्षण संस्थान में समय-समय पर विभिन्न प्रशिक्षण (यातायात, बाढ आपदा, प्राथमिक सहायता इत्यादि) दिया जा रहा है। इसके अलावा होम गार्डस को जल्द ही करनाल में स्थापित होने वाले प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। गृह मंत्री को अवगत कराया गया कि वर्तमान में 14 जिलों के गृह रक्षी स्वयं सेवकों के पहचान पत्र बनवाए गए है तथा शेष जिलों के पहचान पत्र प्रक्रियाधीन हैं। गृह मंत्री को बैठक में बताया गया कि इच्छुक स्वयं सेवकों से गुरूग्राम व फरीदाबाद में डयूटी करने के लिए आवेदन लिए जाएंगें और उसके उपरांत उनकी तैनाती इन जिलों में की जाएगी।
बैठक में गृह रक्षी एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के महानिदेशक श्री देशराज सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री एस. के. जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।