नई दिल्ली : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। भारत सरकार सूडान से भारतीय मूल के लगभग 3,000 यात्रियों को सुरक्षित स्वदेश वापस लेकर आ रही है। भारत आने वाले इन यात्रियों के लिए मिशन मोड में ट्रांजिट जंगक्चर्स पर आवश्यक क्वारंटीन सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। अब तक कुल 1,191 यात्री स्वदेश वापस आ चुके हैं, जिनमें से 117 यात्रियों को वर्तमान में क्वारंटीन किया गया है, क्योंकि उन्हें येलो फीवर का टीका नहीं लगा हुआ था। सभी यात्रियों को 7 दिनों के बाद लक्षण रहित पाए जाने पर उनके घर भेज दिया जाएगा।
इन यात्रियों को हवाई अड्डे के स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की देखभाल में संचालित क्वारंटीन सेंटर्स में मुफ्त भोजन के अलावा किराये से मुक्त आवास सुविधा प्रदान की जा रही है। ये केंद्र एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत राज्यों के विभिन्न अस्पतालों के साथ-साथ दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों जैसे सफदरजंग चिकित्सालय में स्थापित किये गए हैं। इसके अतिरिक्त, नजफगढ़ के आरएचटीसी (100 बेड); महरौली के एनआईटीआर,(40 बेड) और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (60 बेड) में भी क्वारंटीन करने की व्यवस्था की गई है।
सूडान से भारत आने वाले यात्रियों का पहला जत्था 360 यात्रियों के साथ दिल्ली पहुंचा था, जिनमें से किसी भी यात्री को क्वारंटीन की आवश्यकता नहीं थी। इसके बाद 26 अप्रैल को दूसरी उड़ान भारत आई थी, जो 240 यात्रियों को लेकर मुंबई पहुंची, इनमें से 14 लोगों को क्वारंटीन किया गया था, जबकि दो लोगों को उनके टीकाकरण प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद घर भेज दिया गया था। शेष 12 लोग आज शाम तक अपनी क्वारंटीन अवधि पूरी कर लेंगे (क्योंकि वे जेद्दा में भी 4 दिनों के लिए रुके हुए थे)। तीसरी फ्लाइट कल दोपहर बेंगलुरु पहुंची थी, जिसमें 360 यात्री सवार थे और फिर वहां 47 यात्रियों को शुरू में क्वारंटीन किया गया था। 3 व्यक्तियों को आज टीकाकरण के सत्यापन के बाद वापस जाने दिया गया। पांच अन्य यात्रियों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। सूडान से चौथी उड़ान कल शाम 231 यात्रियों को लेकर दिल्ली पहुंची, जिनमें से 61 को क्वारंटीन किया गया था (एक मुसाफिर को बाद में घर भेज दिया गया)। 35 यात्री दिल्ली एपीएचओ में और 26 लोग सफदरजंग अस्पताल में क्वारंटीन किये गए हैं। पांचवीं उड़ान के 367 यात्रियों के साथ आज रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है और 320 लोगों के साथ एक अतिरिक्त उड़ान के कल सुबह 10:30 बजे बेंगलुरु आने की उम्मीद है।
क्वारंटीन किए गए व्यक्तियों की संख्या घटती-बढ़ती या परिवर्तित होती रहेगी, क्योंकि यह यात्रियों की पासपोर्ट संख्या (ओं) के सत्यापन की स्थिति पर निर्भर करती है।
‘ऑपरेशन कावेरी’ सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक निकासी अभियान है। ऑपरेशन कावेरी को संकटग्रस्त सूडान में त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए 24 अप्रैल, 2023 को शुरू किया गया था। भारतीयों नागरिकों की सूडान से सुरक्षित निकासी हेतु उचित प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय, भारतीय वायु सेना और सूडान स्थित भारतीय दूतावास सहित अन्य अधिकारियों की एक टीम नियुक्त की गई है। इस दौरान, भारतीयों नागरिकों को सूडान के अलग-अलग हिस्सों से राजधानी खार्तूम ले जाया जा रहा है, जहां से उन्हें वापस भारत पहुंचाया जाएगा।