-गुरूग्राम में जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत बैठक आयोजित करने की तैयारियां शुरू
– गुरूग्राम में 1 से 3 मार्च तक एंटी कर्रप्शन वर्किंग गु्रप की बैठक होनी प्रस्तावित
– विदेशी मेहमानों को हरियाणवीं संस्कृति और खान-पान से परिचय करवाने की तैयारी
गुरुग्राम, 13 जनवरी। गुरूग्राम में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत बैठक को लेकर आज हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने गुरूग्राम का दौरा किया। उन्होंने गुरूग्राम के सेक्टर-29 में स्थित म्यूजियो कैमरा का अवलोकन किया, जहां पर जी-20 ग्रुप की बैठक के दौरान विदेशी मेहमानो का भ्रमण करवाने की योजना है।
जी-20 शिखर सम्मेलन के अंतर्गत 1 से 3 मार्च तक गुरूग्राम में एंटी कर्रप्शन वर्किंग गु्रप की बैठक होनी प्रस्तावित है जिसे लेकर वीरवार देर सांय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भी दिल्ली के हरियाणा भवन में केंद्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उस बैठक में बताया गया था कि एंटी कर्रप्शन वर्किंग गु्रप की तीन दिवसीय बैठक गुरूग्राम में आयोजित करने का प्रस्ताव है जिसके लिए होटल लीला का चयन किया गया है।
इस बैठक के दौरान प्रतिदिन शाम को तथा इसके बाद 4 मार्च को जी-20 वर्किंग ग्रुप के सदस्य शैक्षणिक भ्रमण पर रहेंगे। इस दौरान विश्व के विभिन्न हिस्सों से पधारने वाले अतिथियों को हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत से परिचय करवाने का प्रयास राज्य सरकार का रहेगा ताकि वे यहां से हरियाणा प्रदेश के बारे में एक अच्छी छवि लेकर अपने देशों को जाएं।
इसी कड़ी में वीरवार की बैठक में मुख्यमंत्री के सामने यह प्रस्ताव आया था कि विदेशी मेहमानों को भ्रमण की दृष्टि से गुरूग्राम के सेक्टर-29 स्थित कैमरा म्युजियम में ले जाया जा सकता है। गुरूग्राम में स्थित यह अनूठा म्यूजियम काफी रोचक जानकारियों से परिपूर्ण है और इसमें फोटोग्राफी के कैमरे की उत्पत्ति से लेकर आज तक का इतिहास उपलब्ध है। इसके अलावा, जिला के सुल्तानपुर गांव में स्थित पक्षी अभ्यारण्य को भी भ्रमण की सूची मंे रखा जा सकता है जहां पर लगभग 250 ऐकड़ में बनी झील पर सर्दियों में विभिन्न देशों से प्रवासी पक्षी आते हैं।
यह स्थल जी-20 ग्रुप के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के लिए आकर्षण का केंद्र हो सकता है। एक सुझाव यह भी आया है कि हरियाणवीं संस्कृति और ग्रामीण परिवेश से परिचय करवानेे के लिए जिला झज्जर स्थित प्रतापगढ़ फार्म का भी भ्रमण विदेशी मेहमानों को करवाया जा सकता है। यह स्थान उनको हरियाणा के ग्रामीण परिवेश के दर्शन के साथ लोगो की वेशभूषा, रहन-सहन, खान-पान आदि का परिचय करवाने में मद्दगार हो सकता है। वीरवार की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि विदेशी मेहमानांे को कैमरा म्युजियम, सुल्तानपुर झील, प्रतापगढ़ फार्म आदि स्थलों की जानकारी देते हुए उन्हें वहां पर भ्रमण करने का विकल्प दिया जाएगा।
इसके साथ मुख्यमंत्री ने यह भी चाहा है कि हरियाणा में महाभारत काल की धरोहर कुरूक्षेत्र में निहित है, गुरूग्राम में होने वाली प्रस्तावित बैठक के दौरान विदेशी मेहमानों को कुरूक्षेत्र आने के लिए भी आमंत्रित किया जाएगा। राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने विदेशी मेहमानों के भ्रमण के लिए इन स्थानों का चयन किया है और उनके सामने इन स्थानों का संक्षिप्त विवरण रखते हुए उन्हें इनमें से किसी भी या सभी में भ्रमण के लिए न्यौता दिया जाएगा, बाकि उन मेहमानों की रूचि और समय की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।
इन दर्शनीय स्थलों के अलावा, मुख्यमंत्री ने इस जी-20 शिखर सम्मेलन से लोगोे विशेषकर युवाओं को जोड़ने और उन्हेें सम्मेलन के महत्व व भूमिका की जानकारी देने के लिए गोष्ठी, निबंध लेखन आदि प्रतियोगिताएं महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में करवाने को कहा है। यही नहीं, इन तीन दिनों के दौरान हरियाणवीं कला व संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर भी प्रतिभागियों को हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने का प्रयास होगा।
चूंकि यहां पर एंटी कर्रप्शन ग्रुप की तीन दिवसीय बैठक हो रही है इसलिए उस विषय से जुड़ी सरकार की गतिविधि जैसे परिवार पहचान पत्र, आईटी के माध्यम से सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाना और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के प्रयासों को भी प्रदर्शित करने की योजना है। इन सभी विषयों लेकर राज्य सरकार तथा गुरूग्राम जिला प्रशासन के स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं।