नई दिल्ली : हिजाब बैन के समर्थन में फैसला सुनाने वाले जस्टिस हेमंत गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट को अलविदा कह दिया है. अपनी विदाई के दौरान उन्होंने कहा कि एक जज का काम किसी को खुश करना नहीं है. क्योंकि कोर्ट के आदेश से कोई एक पक्ष नाखुश जरूर होगा. वे सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से आयोजित विदाई समारोह में बोल रहे थे .
जस्टिस हेमंत गुप्ता ने कहा कि लोगों को खुश करने की कोशिश कर कोई जज के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर सकता . यह भूमिका सार्वजनिक जीवन में दूसरों के लिए है. उन्होंने इस दौरान बार और बेंच में अपनी लंबी यात्रा के अनुभव भी साझा किये . उन्होंने कहा कि वह कठोर थे और कभी-कभी अपना आपा भी खो देते थे. हेमंत गुप्ता ने माना की उन्होंने कई गलतियां भी की होंगी, लेकिन यह पूरी तरह से अनजाने में हुआ होगा.
आपको बता दें कि गुप्ता को जुलाई 2002 में पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. उनका ट्रांसफर फरवरी 2016 में पटना हाई कोर्ट में कर दिया गया था. इसी साल अक्टूबर में यहां कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. उन्हें मार्च 2017 में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और नवंबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था.