नई दिल्ली। कांग्रेस नेतृत्व ने हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद में बड़ा बदलाव किया है. हरियाणा के वरिष्ठ नेता उदय भान को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. वहीं,पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार उदय भान को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ ही भिवानी की पूर्व सांसद श्रुति चौधरी, राम किशन गुज्जर, जितेंद्र कुमार भारद्वाज और सुरेश गुप्ता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है.
माना जाता है कि कि पूर्व विधायक उदय भान हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी हैं. उदय भान होड ल और हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से 4 बार विधायक भी रहे हैं, उन्होंने कुमारी सैलजा का स्थान लिया है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने कुमारी सैलजा का इस्तीफा मंजूर कर लिया और प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर उदयभान के नाम की घोषणा की है.
लंबे समय से चल रही खींचतान के बाद हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर नए नाम की घोषणा के साथ ही कांग्रेस नेतृत्व ने 4 कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त करने का ऐलान किया हैं. चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर पार्टी ने एक तरफ पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी का नेतृत्व कर रहे अलग-अलग गुटों को भी संतुष्ट करने की कोशिश की है जबकि दूसरी तरफ प्रदेश के अलग-अलग समुदायों को प्रतिनिधित्व देखकर जातिगत संतुलन साधने का प्रयास किया है ।
भिवानी की पूर्व सांसद श्रुति चौधरी, पूर्व विधायक राम किशन गुर्जर, जितेंद्र भारद्वाज और सुरेश गुप्ता को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. श्रुति चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पोती व वर्तमान विधायक किरण चौधरी की बेटी है। रामकिशन गुर्जर ओबीसी समुदाय से है जबकि जितेंद्र भारद्वाज भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बेहद करीबी और ब्राह्मण समुदाय से हैं। सुरेश गुप्ता वैश्य समुदाय से हैं। कांग्रेस नेतृत्व की इस निर्णय से जाट ब्राह्मण वैश्य दलित एवं ओबीसी समुदाय के मतदाताओं को साधने की कोशिश की गई है।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर पूर्व विधायक उदयभान ने कहा कि जो संगठन में कमी आ रही है, उसे दूर किया जाएगा.
हुड्डा को खुश करके पार्टी जाट समुदाय को तो साधना ही चाहती है, लेकिन वह शैलजा को हटाने का गलत संदेश भी नहीं देना चाहती थी. ऐसे में हुड्डा कैंप के नेता उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. वह चार बार के विधायक हैं और हुड्डा के करीबी हैं. इसके अलावा वह दलित नेता भी हैं. इस तरह से कांग्रेस दलित नेता कुमारी शैलजा को हटाने का डैमेज कंट्रोल भी कर लेगी और हुड्डा कैंप की मांग भी पूरी हो गई.
पूर्व सीएम और गैर-जाट नेता रहे भजन लाल के बेटे कुलदीप विश्नोई भी इस पद पर काबिज होना चाहते थे। कई बार दिल्ली आकर हाईकमान से मिले लेकिन पार्टी नेतृत्व को नहीं समझा पाए.