मानेसर। नखरौला निवासी एवं समाज सेवी सूर्य देव यादव ने बताया कि कृष्णा अरावली फाउंडेशन मानेसर और हाईड्राग्रीन्स फाउंडेशन नोएडा दोनों ने संयुक्त रूप से संस्थागत फल वन की अवधारणा के साथ डिग्रेडिड अरावली मानेसर क्षेत्र में इस परियोजना को शुरू किया है।
सूर्य देव ने भी लोकल निवासियों के साथ मिलकर आज मानेसर स्थित सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में दिन भर चले पौधारोपण में पौधे लगवा कर सक्रिय योगदान किया। कृष्णा अरावली फाउंडेशन के अध्यक्ष केके यादव मानेसर का दृढ़ मत है कि अरावली और इसकी तलहटी में फ्रूट फॉरेस्ट की काफी संभावनाएं हैं। चावल और गेहूं को अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है।
फलों का जंगल न केवल अरावली का कायाकल्प करेगा बल्कि स्वास्थ्य में सुधार करने एवं चावल और गेहूं के सेवन को और कम करने में मदद करेगा। इसलिए संस्थागत फल वन की अवधारणा को स्वीकार करने और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। वहीं हाइड्रैग्रीन्स फाउंडेशन के युवा संस्थापक वनीत भल्ला ने बताया कि आज जहां लोग अपने लिए निजी संपत्ति के निर्माण में व्यस्त हैं, वहीं हाईड्राग्रीन्स फाउंडेशन, एनालेक्ट इंडिया के सक्षम सहयोग से अपने स्थानीय साथी कृष्णा अरावली फाउंडेशन के साथ मिलकर शहरों में बेहतर जीवन शैली बनाने के लिए प्राकृतिक संपदा का निर्माण कर रहे हैं.
इसी क्रम में आज सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज मानेसर में 5500 फलों व अलग-अलग प्रकार के पौधों का रोपण किया गया। पौधारोपण में स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया। दोनों फाउंडेशनश के वॉलिंटियर्स के साथ-साथ लोकल निवासियों शेर सिंह सरपंच, कर्नल सुरेश गुलाटी, अरविंद धवन, रीमा यादव व उनकी टीम, सूर्य देव नखरौला, जवाहर सिंह, रामनिवास व दर्जनों लोगों ने भाग लिया।