-बिजली उपभोक्ताओं के हित सर्वोपरि की भावना से काम करें : एचईआरसी
-एचईआरसी के सदस्य नरेश सरदाना सीजीआरएफ के कार्य की समीक्षा करने के लिए स्वयं गुरुग्राम पहुंचे
-उन्होंने एक जुलाई से 30 सितंबर तक सीजीआरएफ के पास आई सभी शिकायतों का अवलोकन किया
-इस वित्तीय वर्ष की द्वितीय तिमाही में सीजीआरएफ के पास कुल 214 शिकायतें आई, ज्यादातर बिजली बिलिंग से संबंधित थी
गुरुग्राम, 12 नवंबर। हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (एचईआरसी)के सदस्य नरेश सरदाना ने कहा कि उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (सीजीआरएफ) हो या फिर बिजली वितरण निगम के अधिकारी हों सभी को बिजली उपभोक्ताओं के हित सर्वोपरि की भावना से काम करना चाहिए। किसी भी सूरत में बिजली उपभोक्ताओं के हितों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए, तथा एक टीम व कर्तव्यपरायणता की भावना से काम कर एक बेहतरीन उदाहरण पेश करना होगा।
एचईआरसी के सदस्य श्री सरदाना शुक्रवार को स्वयं दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के सीजीआरएफ के कार्य की समीक्षा करने के लिए गुरुग्राम पहुंचे। उन्होंने इस वित्तीय वर्ष की द्वितीय तिमाही में सीजीआरएफ के पास आई सभी 214 शिकायतों का अच्छे से अवलोकन किया. ज्यादातर शिकायतें बिजली बिलों से संबंधित थी। उन्होंने कहा कि एचईआरसी के स्पष्ट निर्देश हैं कि दोनों निगमों के लिए गठित सीजीआरएफ संबंधित सर्कल में जाकर बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत सुनेगा तथा उनका निवारण करेगा। इसके लिए यह सुनिश्चित होना चाहिए कि जिस सर्कल में सीजीआरएफ की टीम दौरा करे वहां पर टीम के कार्यक्रम की पहले से बिजली उपभोक्ताओं को अच्छे से सूचना होनी चाहिए।
उन्होंने सीजीआरएफ के चेयरमैन संजीव चौपड़ा को कहा कि बगैर किसी योजना के भी किसी सर्कल में जाकर बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनें। इस अवसर पर विद्युत लोकपाल वीरेंद्र सिंह भी उनके साथ थे। एचईआरसी सदस्य ने डीएचबीवीएन के गुरूग्राम में बने एक 33 केवी के स्विचिंग सब स्टेशन व सीजीआरएफ के नवनिर्मित कार्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने डीएचबीवीएन के अधिकारियों को भी इस संबंध में कुछ जरूरी दिशा निर्देश दिए।
यहां यह बता दें कि सीजीआरएफ बिलिंग, वोल्टेज, मीटरिंग से संबंधित शिकायतें, गुणवत्ता, विश्वसनीयता में कमी, सुरक्षा, एचईआरसी के आदेशों की अवेहलना, बिजली आपूर्ति में बाधाएं संबंधी शिकायतें सुनता है। यदि बिजली उपभोक्ता सीजीआरएफ के फैसले से संतुष्ट नहीं होता तो फिर वह विद्युत लोकपाल के यहां अपनी शिकायत देता है, जिस पर बाद में विद्युत लोकपाल अपना निर्णय सुनाता है।
वहीं, डीएचबीवीएन के सीजीआरएफ के पास 1 जुलाई से 30 सितंबर तक 124 नई शिकायतें आई थी तथा इनके अतिरिक्त 90 शिकायतें गत तिमाही की लंबित थी। इनमें से 140 शिकायतें बिजली बिलिंग, 74 शिकायतें अन्य मामलों से संबंधित थी। इनमें से 90 शिकायतों का निवारण कर दिया गया है।
डीएचबीवीएन में फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम-1, गुरुग्राम-2, नारनौल, रेवाड़ी, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और जींद सहित 11 सर्कल हैं तथा 38 लाख 29 हजार 955 बिजली उपभोक्ता हैं।