मुंबई : महाराष्ट्र में केबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने आज एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पलटवार किया . उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेस कर देवेंद्र फडणवीस के आरोपों का जवाब भी दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस हजारों करोड़ की उगाही में शामिल हैं और उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल में अंडरवर्ल्ड के लोगों को बड़े पदों पर बैठाया. नवाब मलिक ने बल देते हुए कहा कि एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े से फडणवीस के मधुर संबंध हैं, इसलिए वह उन्हें बचाने में लगे हुए हैं.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने अंडरवर्ल्ड के कई लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया. मलिक ने सवाल किया कि ‘’नागपुर के गुंडे मुन्ना यादव को पद क्यों दिया ? उन्फहोंने कहा कि फडणवीस ने बांग्लादेशी हैदर आज़म को भारतीय नागरिक बनाने का काम किया और उन्हें पद भी दिया.’’ मलिक ने सवाल करते हुए अवैध वसूली का आरोप मढा . उन्होंने पूछा कि ‘’आपके इशारे पर पूरे महाराष्ट्र में उगाही का काम हो रहा था या नहीं ? बिल्डरों से वसूली हो रही थी या नहीं ?’’
नवाब मलिक ने यह कहते हुए आरोप लगाया कि ‘’देश में पांच साल पहले 8 नवंबर को नोटबंदी हुई. देश में 2000 और 500 के जाली नोट पकड़े जाने लगे, लेकिन महाराष्ट्र में एक साल तक राज्य में जाली नोट का एक भी मामला सामने नहीं आया, क्योंकि देवेंद्र के प्रोटेक्शन में जाली नोट का काम चल रहा था. उन्होंने खुलासा किया कि 8 Oct 2017 के दिन BKC में DRI ने रेड में 14 करोड़ 56 लाख के जाली नोट पकड़े. लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले को रफा दफा कर दिया. जाली नोट चलाने वालों को तत्कालीन सरकार का संरक्षण था.’’
नवाब मलिक ने पूर्व मुख्यमंत्री से पूछा कि ‘’देवेंद्र फडणवीस बताएं कि रियाज़ भाटी कौन है ? वह जाली पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया था. रियाज़ आपके साथ सभी कार्यक्रम में क्यो नज़र आता था ? वह देश के प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में कैसे जाता था ? रियाज़ भाटी ने प्रधानमंत्री के साथ फोटो खिंचाई.’’ उन्होंने कहा, ‘’फडणवीस ने जाली नोट मामले को हल्का करने और हाजी अराफात के भाई को बचाने का काम किया है.’’