नई दिल्ली : एडमिरल सर टोनी राडाकिन, फर्स्ट सी लॉर्ड और चीफ ऑफ नेवल स्टाफ, रॉयल नेवी दिनांक 22-24 अक्टूबर 2021 से भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। एडमिरल राडाकिन ने दिनांक 22 अक्टूबर 2021 को नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह के साथ बातचीत की। अन्य नौसैनिक द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों के बीच, दोनों प्रमुखों ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी तंत्र पर जोर दिया। उनका भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान (मुंबई में) का भी दौरा करने का कार्यक्रम है, जहां वे पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल आर हरि कुमार के साथ बातचीत करेंगे। एडमिरल राडाकिन यूके सीएसजी 21 के प्रमुख एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ पर भी जाएंगे।
मजबूत संबंधों से बंधी एक आधुनिक साझेदारी को साझा करते हुए, भारत और यूके के बीच द्विपक्षीय संबंधों को 2004 में एक ‘रणनीतिक साझेदारी’ में उन्नत किया गया था और प्रधानमंत्रियों द्वारा पारस्परिक यात्राओं के माध्यम से इसे और मजबूत किया गया। इसके बाद दिनांक 04 मई 2021 को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान, द्विपक्षीय संबंधों को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाने के लिए ‘रोडमैप 2030’ को अपनाया गया था।
भारतीय नौसेना कई मुद्दों पर रॉयल नेवी के साथ सहयोग करती है, जिसमें कोंकण और समुद्री साझेदारी अभ्यास, प्रशिक्षण आदान-प्रदान, व्हाइट शिपिंग सूचना का आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञों जैसे अभियानगत बातचीत शामिल हैं, इनको प्रतिवर्ष होने वाली कार्यकारी संचालन समूह (ईएसजी) की बैठकों के माध्यम से समन्वयित किया जाता है। इसके अलावा दोनों नौसेनाओं के युद्धपोत नियमित रूप से एक-दूसरे के बंदरगाहों पर पोर्ट कॉल करते हैं।