गुरुग्राम में ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई को सुव्यवस्थित करने की नई पहल
- मरीज या उनके परिजनों को ऑनलाइन करना होगा पोर्टल पर आवेदन
- ऑक्सीजन सिलेंडरों का गुरुग्राम ज़िला में बनाया जाएगा सिलेंडर बैंक
- स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लेकर होगी सिलेंडरों की डोर टू डोर डिलीवरी
- गुरुग्राम, 8 मई : गुरुग्राम ज़िला में होम आइसोलेशन में रह रहे जरूरतमंद लोगों को उनके घर द्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल उपलब्ध करवाने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इसके लिए मरीज या उसके परिजनों को पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उपायुक्त डॉक्टर यश गर्ग ने इस सम्बंध में बताया कि इसके लिए एक पोर्टल http://oxygenhry.in बनाया गया है। इस पोर्टल पर जरूरतमंद मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल के लिए रजिस्ट्रेशन करेगा तो उसका आवेदन स्वयंसेवी संस्था और रेड क्रॉस सोसाइटी दोनों के पास रिफ्लेक्ट होगा। रेड क्रॉस सोसाइटी या स्वयंसेवी संस्था में से कोई भी उक्त आग्रह को स्वीकार करेंगी तो आवेदन करने वाले मरीज के दिए मोबाइल नम्बर पर एक एसएमएस के माध्यम से सूचना पहुँच जाएगी।
आवेदक को आवेदन करने के दौरान आधार नम्बर और ऑक्सीजन लेवल के लिए ऑक्सीमीटर का फोटो या डॉक्टर की प्रेस्क्रिप्शन भी अपलोड करना होगा। इसके अलावा, मरीज की उम्र और पता लिखना अनिवार्य होगा। एक मोबाइल नम्बर से एक दिन में एक बार ही आवेदन किया जा सकेगा। यह सुविधा 9 मई, 2021 से मिलना प्रारम्भ हो जाएगी। सिलेंडर बैंक बनाया जायेगा
उपायुक्त डॉ. गर्ग ने बताया कि सिलेंडर रीफिल के लिए जिला में एक स्थान निर्धारित किया जाएगा। साथ ही खाली सिलेंडर का बैंक बनाने की भी व्यवस्था की जायेगी ताकि जिस भी मरीज के लिए सिलेंडर रीफिल का आवेदन आया हो, वहां स्वयंसेवी संस्था के वालंटियर भरा हुआ सिलेंडर ही लेकर जाएं और खाली सिलेंडर लेकर भरा हुआ सिलेंडर देकर आएं।
उन्होंने कहा कि यह संकटकाल है और हमें ठीक उसी तरह कार्य करना है जिस प्रकार युद्ध में एक सैनिक सीमा पर लड़ता है। उन्होंने कहा कि इस संकटकाल में बहुत से कोविड ग्रस्त मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा, अन्य बीमारियों से ग्रस्त बहुत से मरीजों को निरन्तर ऑक्सीजन की आवश्यकता रहती है। घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करने की सुविधा शुरू होने से ऐसे मरीजों को काफी लाभ होगा और उन्हें या उनके परिजनों को सिलेंडर रीफिल प्राप्त कराने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, वहीं सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों पर भी इससे अंकुश लगेगा।
यह सुविधा शुरू होने से स्टेप डाउन कोविड ग्रस्त मरीजों को भी होम आइसोलेशन में ऑक्सीजन की सुविधा मिलने में आसानी होगी और अस्पतालों के ऑक्सीजन युक्त बेड गम्भीर कोविड ग्रस्त मरीजों के लिए उपलब्ध हो सकेंगे।