स्वयंसेवी चिकित्सकों, रिटायर्ड डॅाक्टरों , मेडिकल विद्यार्थियों व नर्सिंग स्टाफ से मदद का हाथ बढ़ाने की पुनः अपील

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गुरूग्राम, 7 मई । कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए और जिलावासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के उद्देश्य से गुरुग्राम ज़िला प्रशासन ने स्वयंसेवक चिकित्सकों, रिटायर्ड डॅाक्टरों , मेडिकल विद्यार्थियों तथा नर्सिंग स्टाफ से मदद का हाथ बढ़ाने की पुनः अपील की है। इसके लिए इच्छुक डाॅक्टर व मैडिकल स्टाफ जिला प्रशासन के पोर्टल- http://bit.ly/Medical/Volunteer_GGM पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने कहा हालांकि इस पोर्टल पर जिला प्रशासन को अब तक 100 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें छंटनी के उपरांत केवल 50 वॉलिंटियर ही मेडिकल लाइन से संबंधित पाए गए । स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन 50 वालंटियरो में से 20 वालंटियरो की पात्रता सुनिश्चित करते हुए उन्हें कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए लगाया गया। इन वालंटियरो ने अपना काम करना भी शुरू कर दिया है। उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने एक बार पुनः स्वयंसेवक चिकित्सकों, रिटायर्ड डॅाक्टरों , मेडिकल विद्यार्थियों तथा नर्सिंग स्टाफ से मदद का हाथ बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में मेडिकल स्टाफ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिला में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए जरूरी है कि स्वयंसेवक डॉक्टर , चिकित्सक मेडिकल विद्यार्थी जिला प्रशासन का सहयोग करने के लिए आगे आए ऐसा करके वह किसी व्यक्ति को नया जीवन दे सकते हैं।


गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात चिंताजनक है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वर्तमान की स्थितियों को देखते हुए सभी को एक दूसरे का सहयोग करते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है। समय की जरूरी है कि मैडिकल मैन पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर को और अधिक मजबूत किया जाए। उन्होंने स्वयं सेवक चिकित्सकों, रिटायर्ड डाॅक्टरों , एमबीबीएस विद्यार्थियों व नर्सिंग स्टाफ से अपील की है कि वे इस कठिन समय मे लोगों की मदद के लिए आगे आएं। इसके लिए वे पोर्टल- http://bit.ly/Medical/Volunteer_GGM पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।


उन्होंने जिलावासियों से भी अपील करते हुए कहा कि वे जहां तक संभव हो घरों में ही रहें और अनावश्यक रूप से घरों के बाहर ना घूमें। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी है कि विषय की गंभीरता को समझते हुए एकजुटता से प्रयास किये जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है जिससे बचाव का एकमात्र उपाय कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर ही है। उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें और वैक्सीन लगवाएं। इसी प्रकार, 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू हो चुका है ताकि कोरोना संक्रमण चक्र को तोड़ा जा सके। इसके लिये पहले आरोग्य सेतु या कोविन पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। केवल उन्हें ही वैक्सीन की डोज़ दी जा रही है जो रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं ।

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