केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा चलाए जा रहे ‘अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान’ का किया आरम्भ
गृह मंत्री ने कोरोना से लड़ाई में सुरक्षा बलों का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान बताया
गुरुग्राम : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा चलाए जा रहे ‘अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान’ के अंतर्गत आज गुरुग्राम में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारे पर्यावरण की बहुत मूल्यवान संपदा है। यह ना सिर्फ सभी जीवों के लिए ऑक्सीजन देते हैं बल्कि मनुष्यों के लिए आवश्यक संसाधनों की पूर्ति भी करते हैं।
उन्होंने कहा कि ” मैं हमारे सशस्त्र बलों के वीर जवानों का अभिनंदन करता हूँ और उन्हें बधाई देता हूँ जो देश की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा करने वाले इस विशाल अभियान के माध्यम से देशभर में 1 करोड़ से अधिक लंबी आयु वाले वृक्षों के पौधे लगा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल देशभर के हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन की सुरक्षा तथा आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई के साथ ही कोविड-19 महामारी से लड़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा चलाए जा रहे ‘अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान’ में भाग लेते हुए आज गुरूग्राम में स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के ग्रुप केन्द्र में अमित शाह ने इस महामारी में जान गँवाने वाले केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 31 कोरोना वॉरियर्स को श्रद्धांजलि अर्पित की . उन्होंने कहा कि इन कोरोना वॉरियर्स का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई के इतिहास में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
श्री शाह ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब पूरी दुनिया एक बड़े संकट का सामना कर रही है। वर्षों के इतिहास में इस तरह की महामारी का जिक्र नहीं मिलता है और आज पूरे विश्व में कोरोना महामारी मानव जीवन केअस्तित्व से लड़ाई कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस जंग को अच्छी तरह से लड़ रहा है। कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में जब बड़े से बड़े विकसित देशों की स्वास्थ्य व्यवस्थाएँ चरमरा गयीं वहीं घनी आबादी वाले देशों में से एक हमारे देश में जहां स्वास्थ्य सेवाओं का आधारभूत ढांचा अन्य विकसित देशों की तुलना में सशक्त नहीं था तो सबके मन में आशंकाएं थीं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई भारत जैसा देश कैसे लड़ेगा। किंतु आज पूरी दुनिया देख रही है कि कोरोना के खिलाफ समग्र विश्व में सफलता से जंग यदि कहीं लड़ी गई है तो वह भारत के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ी गई है।
श्री अमित शाह ने यह भी कहा कि दुनिया भर में इस जंग से सरकारें लड़ी हैं किंतु भारत में केंद्र सरकार के साथ सभी राज्य सरकारों और एक-एक व्यक्ति इस लड़ाई में साथ खडा हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘एक जन, एक मन,एक राष्ट्र’ के सूत्र को चरितार्थ करते हुए कोरोना के खिलाफ जंग में हम अच्छे मुकाम पर खड़े हैं। कहीं डर का माहौल नहीं है, इसके खिलाफ लड़ने का जज्बा है, पराजित करने का हौसला है और मैं कहना चाहता हूं कि इस जंग से लड़ाई में हमारे सुरक्षा बलों का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि विभिन्न सुरक्षाबलों के जवानों की याद में एक बहुत बड़ा स्मारक दिल्ली में बनाया गया है जो हमेशा जनता को के बलिदान की याद दिलाता है।
श्री अमित शाह ने कहा कि हमारे पुरखों का कहना था कि प्रकृति का दोहन करना चाहिए प्रकृति का शोषण नहीं करना चाहिए। वेद काल में ऋषि- मुनियों द्वारा बनाए गए इस संतुलन को भौतिकवादी विचारधारा ने तोड़ा इसीलिए आज जलवायु परिवर्तन, बढ़ते तापमान, ग्लोबल वार्मिंग के खतरे सामने खड़े हैं। इस संकट से हमें वृक्ष ही बचा सकते हैं इसलिए हमारे पुरखों ने सभी ग्रंथों में वृक्ष के महत्व को समझाया है। श्री अमित शाह ने कहा कि वृक्षों की मानव जीवन में महत्ता को दर्शाने वाले मत्स्य पुराण के निम्न सूत्र को अभियान का मूल मंत्र बनाया गया जिससे कि बल कर्मियों और उनके माध्यम से समाज में वृक्षों के प्रति संवेदनशीलता और चेतना जाग्रत हो
दशकूपसमा वापी,दशवापीसमो ह्रदः। दशह्रदसमो पुत्रो,दशपुत्रसमो द्रुमः।।
(एक जलकुंड दस कॅुए के समान है, एक तालाब दस जलकुंडों के बराबर है, एक पुत्र का दस तालाबों जितना महत्व है और एक वृक्ष का दस पुत्रों के समान महत्व है।)
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मैं हमारे सशस्त्र बलों के वीर जवानों का अभिनंदन करता हूँ और उन्हें बधाई देता हूँ जो देश की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा करने वाले इस विशाल अभियान के माध्यम से देशभर में 1 करोड़ से अधिक लंबी आयु वाले वृक्षों के पौधे लगा रहे हैं।उन्होंने सभी जवानों से अपील की कि जब तक लगाने वाले व्यक्ति से वृक्ष बड़ा न हो जाए तब तक उसका ध्यान रखा जाए, उसके बाद वह वृक्ष पीढ़ियों तक हमारा ध्यान रखेंगे। श्री शाह का कहना था कि इससे जीवन भी पल्लवित और सुगंधित होगा। वृक्षों से हमें प्राणवायु मिलती है और प्राण वायु के बगैर शरीर की कल्पना नहीं की जा सकती है।उन्होंने कहा कि आक्सीजन देने क्षमता , मौसम की अनुकूलता और आयु को ध्यान में रखते हुए इस महाअभियान के लिए पीपल, जामुन, नीम, वट और बरगद जैसे पेड़ों का चयन किया गया है।
श्री शाह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण,पर्यावरण के संरक्षण और पर्यावरण के संवर्धन को बहुत महत्व दिया है। गुजरात पहला ऐसा राज्य बना जहां पर्यावरण की चिंता के लिए डिपार्टमेंट की रचना की गई। देश के प्रधानमंत्री स्वच्छ ईंधन की बात करते हैं पेट्रोल की जगह एथेनॉल के उपयेाग को बढ़ावा देना चाहते हैं। आज भारत पूरे विश्व के अंदर सौर ऊर्जा का केंद्र बना है शीघ्र ही हम इस स्थिति में पहुंच जाएंगे कि सबसे ज्यादा देश के अंदर ऊर्जा का उत्पादन सौर ऊर्जा के माध्यम से होगा। उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ परिवारों को मुफ़्त गैस सिलेंडर जैसी योजनाएँ भी भारत सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में से एक है। कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, हरियाणा के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एवं जीएमडीए के सी ई ओ वी एस कुंडू, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीमा सुरक्षा बल] केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल] केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल] भारत तिब्बत सीमा पुलिस] सशस्त्र सीमा बल] असम राइफल्स] राष्ट्रीय सुरक्षा गारद) ने वृक्षारोपण का एक अभियान शुरू किया है। इसका लक्ष्य वर्ष 2020 में 1.37 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाने का है। ये पौधे केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कार्मिकों द्वारा अपने श्रमदान से लगाये जायेंगे। सभी बलों द्वारा 30 जून] 2020 तक देश के विभिन्न भागोंमें 20 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं।
इस कार्यक्रम के सुनियोजित ढंग से कार्यान्वयन के लिए योजना बनाने का कार्य इस साल फरवरी से ही आरम्भ हो गया था। समस्त बलों द्वारा जलवायु के अनुरूप ईकाईवार लगाये जाने वाले पौधों की संख्या के आंकलन का काम शुरू कर दिया गया तथा इसके लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई। इस क्रम में लगाये जाने वाले पौधों की प्रजातियों का भी चयन किया गया। साथ ही यह भी निश्चित किया गया कि लगाये जाने वाले पौधे यथा संभव देसी प्रजातियों के होंगे और कम से कम पचास प्रतिशत पौधे लम्बी आयु (100 वर्ष से अधिक) के होंगे। पौधों की प्रजातियों के चयन में यह भी ध्यान रखा गया कि वे आरोग्य वर्धक और पर्यावरण की दृ्ष्टि से लाभकारी हों।
इस अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान के तहत आज देशभर में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के परिसरों में 10 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जा रहा है। यह वृक्षारोपण महाअभियान भारत की धरा को हरा- भरा बनाने के प्रयास के अलावा यह भी दर्शाता है कि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल न केवल राष्ट्र की बाह्य और आंतरिक सुरक्षा वरन् इसके पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति भी कृतसंकल्प है।