चंडीगढ़, 18 जून- हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौर में आत्मनिर्भरता के संकल्प को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू करे। इससे जहां बेरोजगारी की समस्या दूर होगी वहीं आर्थिक रूप से भी देश समृद्ध होगा।
शिक्षा मंत्री आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा ‘कोरोना के बाद उच्च शिक्षा में नई संभावनाएं’ विषय पर आयोजित ऑनलाईन व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। वेबिनार के आरम्भ में सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा महामारी के खिलाफ लड़ रहे डॉक्टरों, पुलिस कर्मचारियों, सफाई कर्मचारियों व कोरोना योद्धाओं का भी आभार प्रकट किया गया।
कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा में विकास की अपार संभावनाएं हैं कि प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक, औद्योगिक व व्यापारिक रूप से ऐसे निर्णय लिए हैं जहां युवा आत्मनिर्भर बनेंगे वहीं विदेशी कम्पनियां प्रांत में उद्योग स्थापित करेंगी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनाकाल की स्थिति से निपटने के लिए भारतवासियों को स्वदेशी तथा आत्मनिर्भरता का जो मूल मंत्र दिया है इससे देश का विकास होगा और भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के सिद्धांत को अपनाकर ही रोजगार की नई संभावनाओं को तलाशा जा सकता है। भारत की प्रगति में हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है। यही कारण है कि भारत की संस्कृति भारत के संस्कार उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ है। हमारे देश के लोगों को थकना, हारना, टूटना, बिखरना मंजूर नहीं है।
वर्तमान समय में वैश्विक महामारी के कारण जो माहौल बना है उसमें हमें सतर्क रहते हुए समाज को आगे बढ़ाने का काम करना है। निश्चित तौर पर 21वी सदी भारत की है और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने जो 20 लाख करोड के पैकेज की जो घोषणा की है उससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प सिद्ध होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए सही कार्य कर रही है।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हरियाणा का एनसीआर जोन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय छात्रों के लिए रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने में अपना योगदान दें। इस तरह के पाठ्यक्रमों से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। दिल्ली से लगते हरियाणा में पर्यटन तथा स्टार्टअप के क्षेत्र में अपार संभावनाएं दिख रही हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय रोजगारपरक सिलेबस को लागू कर कोरोना की इस लड़ाई में आत्मनिर्भरता की कड़ी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना ने कहा कि शिक्षा मंत्री के कुशल नेतृत्व में हरियाणा निरंतर शिक्षा, शोध, एवं संस्कृति के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है। हरियाणा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बेहतरीन कार्य कर अपनी अलग पहचान बना रहा है।
वेबीनार के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. भगवान सिंह चौधरी ने शिक्षा मंत्री कंवर पाल व कुलपति डॉ. नीता खन्ना, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों, देश व विदेश से भाग लेने वाले सभी विद्वजनों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, देश व विदेश में बैठे विद्यार्थियों को शिक्षा मंत्री के विचारों से लाभ होगा और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे।