नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति, दैनिक गतिविधियों या चहल-पहल में आई सुस्ती और लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों के मद्देनजर इस वर्ष मनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग के स्वास्थ्य-वर्धन और तनाव से राहत देने वाले पहलुओं पर प्रकाश डालना है। इसे सुविधाजनक बनाने के लिए आयुष मंत्रालय प्रशिक्षक के नेतृत्व वाले सत्र का आयोजन कर रहा है। इसे दूरदर्शन पर 21 जून को प्रात: 6:30 बजे प्रसारित किया जाएगा, ताकि लोग पूरी एकजुटता के साथ योगाभ्यास करें।
नए परिदृश्य में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) मनाने के लिए जो माहौल उभर कर सामने आया है, उसके मद्देनजर योग के स्वास्थ्य-वर्धन पहलू पर फोकस करने के साथ-साथ इस बार योग दिवस पर लोगों कोअपने-अपने घरों में ही योगाभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। आयुष मंत्रालय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से जुड़े अपने कार्यकलापों में ‘घर पर योग, परिवार के साथ योग’ थीम को बढ़ावा देकर इसी दृष्टिकोण का समर्थन कर रहा है।
Learn and practice yoga to discover a journey to inner self.
— Ministry of AYUSH?? #MyLifeMyYoga (@moayush) June 16, 2020
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हर साल 21 जून को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनता ने विगत वर्षों के दौरान इस आयोजन को भारत की संस्कृति और परंपरा के एक उत्सव के रूप में अपनाया। इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस स्वास्थ्य से जुड़ी आपात स्थिति में मनाना पड़ रहा है। यही कारण है कि इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाया जाना दरअसल अच्छे स्वास्थ्य और मन की शांति के लिए एक खोज बन गया है।
आज पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के कारण बेहद चिंतित और उदास है। योग अब विशेष रूप से इसलिए प्रासंगिक है क्योंकि इसके अभ्यास से शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की सुदृढ़ता आती है। इस कठिन समय में इन दो प्रमाणित लाभों का विशेष महत्व हैं जिन्हें जनता योग से प्राप्त कर सकती है: क) सामान्य स्वास्थ्य एवं रोग प्रतिरक्षक क्षमता बढ़ाने पर सकारात्मक प्रभाव, और बी) तनाव से राहत देने के रूप में इसकी विश्व स्तर पर स्वीकृत भूमिका।
45 मिनट का सामान्य योग अभ्यासक्रम (कॉमन योग प्रोटोकॉल यानी सीवाईपी) विश्व भर में सबसे लोकप्रिय योग कार्यक्रमों में से एक है और यह शुरुआत से ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के केंद्र में रहा है। अग्रणी योग गुरुओं और विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा इसे विकसित किया गया है,और इसमें लोगों के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए ऐसे सुरक्षित अभ्यास या आसन शामिल हैं, जिनका अभ्यास प्रतिदिन घर पर किया जा सकता है। इन्हें ज्यादातर लोगों द्वारा बड़ी आसानी से अपनाने योग्य बनाया गया है, चाहे उनकी उम्र कुछ भी क्यों न हो और चाहे वे पुरुष हों या महिला हों। इतना ही नहीं, इन्हें अत्यंत आसान प्रशिक्षण सत्रों और ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से सीखा जा सकता है।
आयुष मंत्रालय लोगों को अपने द्वारा योग पोर्टल, अपने सोशल मीडिया हैंडल और टेलीविजन पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराए गए संसाधनों का उपयोग करके कॉमन योग प्रोटोकॉल सीखने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। प्रसार भारती ने डीडी भारती पर कॉमन योग प्रोटोकॉल के दैनिक प्रसारण की शुरुआत 11 जून 2020 से ही सुबह 08:00 बजे से सुबह 08:30 बजे तक कर दी है। यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय के सोशल मीडिया हैंडल पर भी उपलब्ध है। इसका उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से इसके श्रव्य-दृश्य प्रदर्शन की सहायता से आम जनता को कॉमन योग प्रोटोकॉल से अवगत कराना है।
कॉमन योग प्रोटोकॉल से पहले से ही अच्छी तरह अवगत हो जाने से लोगों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2020 में सक्रिय भागीदारी के लिए पूरी तरह से तैयार होने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही लोगों को 21 जून 2020 को प्रात: 06:30 बजे अपने परिवारों के साथ अपने-अपने घरों में योगाभ्यास करते हुए विश्व भर के लोगों के साथ जुड़ने में मदद मिलेगी। इसके अलावा आयुष मंत्रालय द्वारा इसी दौरान प्रशिक्षक के नेतृत्व वाले सत्र का टेलीविजन पर प्रसारण सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि लोग उसके अनुसार ही योगाभ्यास कर सकें जिसकी विस्तृत जानकारी शीघ्र ही दी जाएगी। इसके अलावा, आकर्षक पुरस्कारों के साथ एक वीडियो प्रतियोगिता (मेरा जीवन, मेरा योग वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता) का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें लोगों को अलग-अलग योगासनों का प्रदर्शन करते हुए अपनी छोटी वीडियो क्लिप को पोस्ट करने या डालने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
‘घर पर योग, परिवार के साथ योग’ थीम को पहले ही देश भर में अनगिनत संस्थानों और लोगों ने अपना लिया है। मैसूर के योग महासंघ के सहयोग से मैसूर जिला प्रशासन कम से कम 1 लाख लोगों की भागीदारी के साथ आईडीवाई कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है, जो अपने-अपने घरों की छतों पर सामंजस्यपूर्ण या आकर्षक योगाभ्यास प्रदर्शन प्रस्तुत करेंगे। एक गैर सरकारी संगठन ‘अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन (आईएनओ)’, जो प्राकृतिक चिकित्सा और योग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है, ने अपने 25 लाख सदस्यों को अपने-अपने घरों में सीवाईपी के आधार पर सामंजस्यपूर्ण या आकर्षक योगाभ्यास प्रदर्शन करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए अपने निर्धारित कार्यक्रम में काफी तेजी ला दी है।
धर्मस्थल (कर्नाटक) के संस्थानों के एसडीएम समूह ने अनुमान व्यक्त किया है कि 21 जून को प्रात: 07:00 बजे उसके 50,000 अनुयायी ‘घर पर योग, परिवार के साथ योग’ आयोजन में शामिल होंगे। शैक्षणिक संस्थानों सहित कई अन्य संगठनों ने भी इस आयोजन में शिरकत करने के लिए अपनी-अपनी विस्तृत योजनाओं को अंतिम रूप दे दिया है। इनमें से कई आयोजक अपने-अपने घरों में ही रहकर इस आयोजन में लोगों की भागीदारी एवं एकजुटता सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्मों का उपयोग कर रहे हैं।