नई दिल्ली । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) के दिशानिर्देशों के तहत कुछ राज्य सरकारों ने रेलवे के सामने कोविड अस्पताल के लिए रेलवे कोच मुहैया कराने की मांगें रखी हैं। रेलवे ने कई राज्यों/संघ शासित क्षेत्रों को रेलवे द्वारा तैयार कोच आवंटित कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश ने इन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 24 रेलवे स्टेशनों के नाम तय किए हैं।
रेलवे की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि तेलंगाना के लिए सिकंदराबाद, काचीगुडा और आदिलाबाद रेलवे स्टेशन को कोविड मरीजों की देखभाल के लिए चुना गया है। दूसरी तरफ दिल्ली की ओर से 10 रेलवे कोचों के लिए अनुरोध किया गया है।
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को जारी रखते हुए भारतीय रेल के द्वारा भारत सरकार के स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित प्रयासों की दिशा में पूरक प्रयास किए जा रहे हैं। रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे राज्यों को 5,231 कोविड देखभाल केन्द्र उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। मंडल रेलवे कार्यालयों ने इन कोचों को क्वारंटाइन केन्द्र में परिवर्तित कर दिया है।
इन कोचों को ऐसे बेहद मामूली मामलों के लिए उपयोग किया जा सकता है, जिन्हें एमओएचएफडब्ल्यू द्वारा जारी दिशानिर्देशों के तहत कोविड देखभाल केन्द्रों को उपचार के लिए भेजा जा सकता है। इन कोचों को ऐसे क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है, जहां राज्य सुविधाओं के लिहाज से कमजोर पड़ गए हैं और कोविड के संदिग्ध व पुष्ट दोनों तरह के मामलों के आइसोलेशन के लिए क्षमताएं बढ़ाए जाने की जरूरत है। ये सुविधाएं एमओएचएफडब्ल्यू और नीति आयोग द्वारा विकसित एकीकृत कोविड योजना का हिस्सा हैं।
रेलवे मंत्रालय ने बताया है कि 215 स्टेशनों में से रेलवे द्वारा 85 स्टेशनों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वहीं राज्यों के अनुरोध पर बाकी 130 स्टेशनों पर ऐसी स्थिति में ही कोविड देखभाल कोच उपलब्ध कराए जाएंगे जब वे कर्मचारी और आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने पर सहमत होंगे।
भारतीय रेल ने इन कोविड देखभाल केन्द्रों के लिए 158 स्टेशनों को वाटरिंग और चार्जिंग सुविधाओं के साथ तथा 58 स्टेशनों को वाटरिंग सुविधा के साथ तैयार रखा है।