सुभाष चन्द्र चौधरी
गुरुग्राम : गुरुग्राम का एक और कोरोना पॉजिटिव केस ठीक होने के साथ ही हरियाणा प्रदेश में कोरोना से रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 7 हो गई. प्रदेश में अब सात कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो गए हैं और उन्हें स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. गुरुग्राम जिला प्रशासन का पूरा अमला युद्ध स्तर पर संक्रमण को रोकने में लगा हुआ है जबकि स्वास्थ्य सेवा से लेकर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के मद्दे नजर भी पुख्ता इंतजाम करने की कोशिश जारी है. अकेले गुरुग्राम में तीन प्राइवेट लैब कोरोना टेस्ट के लिए अधिकृत किये गए हैं जबकि गुरुग्राम की कई कम्पनियाँ कोविड 19 वायरस के बचाव के लिए फेस मास्क से लेकर पीपी किट का उत्पादन करने में जोरों से जुटी हुई है. यह कहना तो जल्दबाजी होगी कि गुरुग्राम में कोरोना हरने लगा है लेकिन यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं कि अगर स्टे होम पर सख्ती से अमल कराया गया तो वह दिन दूर नहीं कि कोरोना यहाँ पूरी तरह पराजित हुआ दिखेगा.
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के अनुसार अब प्रदेश में केवल 15 व्यक्ति ही बचे है कोरोना संक्रमित, जिनका इलाज चल रहा है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा में अब तक कोरोना के 22 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 7 मरीज स्वस्थ हो गए हैं और टेस्ट में उनके सैंपल नेगेटिव आ गए हैं. इसके बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। हरियाणा प्रदेश के लिए बहुत ही सुखद समाचार है कि कोरोना संक्रमण के विस्तार पर पिछले दिनों से यहाँ रोक लगी हुई है. पूरे देश की निगाहें हरियाणा विशेषकर गुरुग्राम पर, कोरोना संक्रमण की रोकथाम में मिल रही अब तक की सफलता पर लगी है.
गौरतलब है कि देश में पिछले तीन दिनों से कोरोना पोजिटिव केस की संख्या प्रतिदिन 100 से 125 औसतन बढ़ रही है. महारष्ट्र और केरल जैसे राज्यों में अपेक्षाकृत वृद्धि अधिक हो रही है जो पूरे देश के लिए चिंता पैदा करने वाली है. अकेले केरल में आज 32 मामले नए सामने आ गए हैं जबकि महारष्ट्र में 12 और उत्तर प्रदेश में 16 नए केस आ गए हैं. तमिलनाडू और राजस्थान भी इसी श्रेणी में आगे बढ़ रहा है जहाँ आज क्रमशः 17 और 10 नए पोजिटिव केस का खुलासा हुआ है.
हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज सहित पूरा अमला कोरोना संक्रमण रोकथाम की व्यवस्था में लगा हुआ है. समय रहते सावधानी भरे कदम उठाये गए हैं और जनता से बारम्बार स्टे होम का पालन करने को प्रेरित किया जा रहा है. जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी स्थितियों को मोनिटर कर रहे हैं. हरियाणा शहरी विकास विभाग और पंचायत विभाग और शिक्षा विभाग ने अपने सामुदायिक भवनों व स्कूलों को राहत कैंप में तब्दील कर दिया है. पुलिस ने भी पिछले तीन दिनों से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गस्त बढ़ा दिया है. लोगों की आवाजाही पर लगभग रोक लगी हुई है यही कारण है कि शहर में लगभग दो हजार से अधिक लोगों ने कर्फ्यू पास के लिए ऑन लाइन आवेदन किया है लेकिन जिला प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए केवल 6 सौ पास जारी किये हैं.
दूसरी तरफ शहर में कई ऐसी औद्योगिक इकाइयां हैं जो मेडिकल किट और पी पी किट का उत्पादन करती हैं. उन्हें आवश्यक आवश्यकता की श्रेणी में रखते हुए नियमानुसार निर्धारित संख्या में अनुमति दी जा रही है. इस व्यवस्था को गुरुग्राम नगर निगम के एडिशनल कमिशनर सुरेन्द्र सिंह सहारन स्वयं मोनिटर कर रहे हैं. उनके अनुसार सम्बंधित कंपनियों को जनहित में पूरी तस्दीक करते हुए अनुमति दी जाती है जिससे इसका किसी भी प्रकार से दुरूपयोग नहीं हो सके.
लॉक डाउन के इस ऐतिहासिक दौर में जिला लोक सम्पर्क विभाग भी कोरोना सम्बन्धी आवश्यक सुचना मुहैया कराने में हर क्षण जुटा हुआ है. सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वाले इस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी अफवाहों के बाजार को धता बताने में लगे हुए हैं. सही समय पर प्रशासनिक आदेश हो या फिर जनहित की योजनायें तत्काल समाचार प्रेषित कर रहे हैं जबकि कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या को लेकर पैदा होने वाली भ्रांतियों को साफ़ करने की प्रभावी कोशिश हो रही है. लोक सम्पर्क विभाग के एनसीआर डिप्टी डायरेक्टर /गुरुग्राम डी पी आर ओ, आर एस सांगवान के अनुसार ऑनलाइन के इस ज़माने में थोड़ी सी चूक लोगों को आशंकित कर सकती है इसलिए उनका विभाग इस कोशिश में तत्पर है कि आवश्यक और सटीक जानकारी आम जनमानस तक पहुंचे. दूसरी तरफ प्रदेश सरकार के निर्देशन में जिला प्रशासन की ओर से की गयी आपात व्यवस्था व कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी लोगों को पता चले यह प्रयास विना किसी देरी के कर रहे हैं .
गुरुग्राम में सिविल डिफेंस के वालंटियर जरूरतमंदों तक राशन तथा खाना पहुंचा रहे हैं। सिविल डिफेंस मे लगभग 350 वॉलिंटियर्स रजिस्टर्ड हैं . उपायुक्त अमित खत्री लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. इम्की ओर से ऑन लाइन और ऑफ लाइन निर्देशन दिए जा रहे हैं जबकि आम जनमानस के सवालों को भी संबोधित कर रहे हैं. सिविल डिफेंस तहसीलदार मनीष कुमार के नेतृत्व में सिविल डिफेंस की टीमें में काम कर रही है । सिविल डिफेंस कोऑर्डिनेटर मोहित शर्मा पुराने होने के नाते नए वालंटियरो को राहत कार्यों को करने के बारे में टिप्स देते हैं।
सुबह से देर रात्रि तक सिविल डिफेंस वॉलिंटियरो की टीमें जरूरतमंदों तक राशन तथा पका भोजन वितरण करवाने में मदद करती हैं। पूर्ण रूप से लॉक डाउन करने के आदेश आने के बाद सभी प्रदेशों की सीमाएं सील कर दी गई है। ऐसे में हरियाणा प्रदेश की सीमाएं भी सील हो गई हैं। सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर्स राशन तथा पका भोजन वितरण के अलावा अब प्रवासियों को अपने घरों में ही रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और लॉक डाउन के बारे में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं ।
शहरी क्षेत्र में राशन तथा पका भोजन वितरण के नोडल अधिकारी के रूप में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी विवेक कालिया व्यवस्था देख रहे हैं . श्री कालिया के अनुसार शहर की सभी स्लम बस्तियों को सिविल डिफेंस वॉलिंटियर द्वारा मैप किया जा चुका है। अब अगले चरण में शहर में विभिन्न पॉकेट्स में रहने वाले लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
जिला के ग्रामीण क्षेत्र में राशन तथा पका भोजन वितरण का कार्य जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान की देखरेख में हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा सूखा राशन तथा पका भोजन एकत्रित करने की जिम्मेदारी जिला रेडक्रॉस को दी गई है। यहां तक कि एनजीओ भी भोजन के पैकेट वितरण के लिए जिला रेडक्रॉस सोसायटी को संपर्क कर रही है। मनीष कुमार ने बताया कि रविवार को एक दिन में लगभग 63000 भोजन के पैकेट वितरित किये गए। इनके अलावा, 25000 से 30,000 पैकेट विभिन्न एनजीओ के सहयोग से वितरित किये गए।
गुरुग्राम नगर निगम की मेयर तथा पार्षदों के माध्यम से भी भोजन के पैकेट वितरित करवाए गए। मेयर टीम को जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा 559 पैकेट दिए गए थे, जिनका वितरण मेयर टीम तथा नगर निगम पार्षदों ने किया।