राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रतेराके विद्यार्थियों ने बैंक का विजिट कर बैंक कार्यप्रणाली की जानकारी ली।…
भिवानी | राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रतेरा के विद्यार्थियों ने बैंक का विजिट कर बैंक कार्यप्रणाली की जानकारी ली। बच्चों के सामान्य ज्ञान व बैंकिंग ज्ञान में बढ़ोतरी के लिए दी भिवानी केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड शाखा में ब्रांच में बैंक विजिट का आयोजन हुआ। विद्यालय के प्राचार्य विकास कुमार ने बताया कि विद्यालय के बैंकिंग एंड फाइनेंस विभाग की अध्यापिका मीनाक्षी वधवा ने बच्चों को सर्वप्रथम स्कूल में बैंकिंग लेनदेन के बारे में समझाया गया जिसमें बैंक में पैसे जमा कराना, निकालना, खातों में ट्रांसफर कराना, पासबुक, चेक बुक, एटीएम संबंधित जानकारी दी गई। इसके बाद सभी कार्यों को प्रत्यक्ष दिखाने के लिए लिए दी भिवानी केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड शाखा में ले जाया गया। विद्यार्थियों को बैंकिंग कार्यों के बारे में वित्तीय साक्षरता केंद्र बवानी खेड़ा के काउंसलर सतपाल सिंह परमार एवं बैंक मैनेजर सत्यवान ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना , प्रधानमंत्री जीवन ज्योतिि बीमा योजना ,अटल पेंशन योजना , नगदी रहित लेनदेन एटीएम की प्रयोग विधि एवं सावधानियां संबंधित जानकारी दी गई। बैंक में विद्यार्थियों को कैश काउंटर, पासबुक मशीन, एटीएम मशीन, आदि दिखाए गए। वित्तीय साक्षरता केंद्र बवानी खेड़ा के काउंसलर सतपाल सिंह परमार ने बताया किइस भागादौड़ भरी जिंदगी के बीच यदि आपको बैंक जाना पड़े तो आधा दिन तो चुटकियों में निकल जाता है. ऐसे में डिजिटल बैंकिंग ने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है.आज की रफ्तार भरी जिंदगी में जब सीमित समय में ही हमें सब काम निबटाने होते हैं तो ऐसे में प्रत्येक मिनट का महत्त्व होता है. इसी भागादौड़ी के बीच यदि बैंक जाना पड़े तो आधा दिन तो चुटकियों में निकल जाता है.
ऐसे में डिजिटल बैंकिंग ने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है. डिजिटल बैंकिंग या औनलाइन बैंकिंग के जरीए आप मिनटों में पैसों का लेनदेन, लोन के लिए आवेदन व अन्य बैंक संबंधित कई काम निबटा सकते हैं. और तो और यह सब करते वक्त न ही आप का समय बरबाद होता है और न ही आप को इस के लिए किसी प्रकार का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ता है.उन्होंने बताया कि डिजिटल बैंकिंग का मतलब है तकनीक की मदद से बैंक को ग्राहकों तक पहुंचाना. खाता खुलवाने से लेनदेन तक करने में तकनीक का इस्तेमाल डिजिटल बैंकिंग कहलाता है. इस में इंटरनैट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम आदि शामिल हैं. सरल शब्दों में कहें तो डिजिटल बैंकिंग का अर्थ है तकनीक की मदद से आप का बैंक हमेशा आप के साथ रहता है और कभी भी उस की सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं.उन्होंने बताया कि बैलेंस चैक करना हो, पैसे भेजने हों, क्रैडिट कार्ड की लिमिट बढ़वानी हो, बिल का भुगतान करना हो, लोन के लिए आवेदन या फिर बैंकों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न निवेश योजनाओं के बारे में कोई सूचना हासिल करनी हो, डिजिटल बैंकिंग की मदद से आप यह सब काम सैकंडों में घर बैठे ही कर सकते हैं. जबकि इसी काम के लिए यदि आप को बैंक जाना पडे़, तो समय काफी बरबाद होता है. आप को बैंक के कई चक्कर लगाने पड़ सकते हैं! बैंक विजिट में बैंकिंग एंड फाइनेंस विभाग की अध्यापिका मीनाक्षी वधवा , सीनियर अकाउंटेंट श्रीपाल जूनियर अकाउंटेंट हेमंत तंवर , अनीता परमार , शर्मिला पूनम बसंत ,अनुपाल , वीरेंद्र , अध्यापक अनुपाल , जितेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार ,बजरंग , गुणपाल एवं विद्यार्थियों सहित बैंक एवं स्कूल स्टाफ भी उपस्थित थे