मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने के बीच संजय राउत ने कहा कि अगर रास्ते की परवाह की तो मंजिल बुरा मान जाएगी। इसी बीच मुख्यमंत्री के पद को लेकर भाजपा के साथ चल रही तनातनी के बीच शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस से बातचीत करने की कोशिशें कर रही है।
राउत की टिप्पणी तब आयी है जब एक दिन पहले भाजपा ने घोषणा की कि वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाएगी और उसने शिवसेना पर हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में राजग को मिले जनादेश का ‘‘अपमान’’ करने का आरोप लगाया। राउत ने ट्वीट में कहा, ‘‘रास्ते की परवाह करुंगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी…।’’
राज्यसभा सदस्य राउत अपने ट्वीट संदेशों के जरिए भाजपा और कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साध रहे हैं। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय सदन में भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास राज्य में सरकार बनाने के लिए सोमवार को शाम साढ़े सात बजे तक का समय है। राज्य में 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में भाजपा ने 105 सीटों जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की।
अगर शिवसेना विपक्षी दलों के समर्थन से सरकार बनाने का फैसला करती है तो सदन में तीनों पार्टियों के विधायकों की कुल संख्या 154 होगी जो बहुमत के 145 के आंकड़े से अधिक है। हालांकि कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं जबकि राकांपा ने रविवार को स्पष्ट किया कि शिवसेना को पहले राजग से अलग होने की घोषणा करनी होगी उसके बाद ही शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी उद्धव ठाकरे नीत पार्टी को समर्थन देने के बारे में सोच सकती है। बहरहाल, राउत इस बात पर जोर देते रहे हैं कि राज्य में किसी भी कीमत पर उनकी पार्टी का मुख्यमंत्री होगा।
रास्ते की परवाह करूँगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी………!