ग्रेटर नोएडा । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ही बार प्रयोग में लाये जाने वाले प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि दुनिया के लिये इस प्लास्टिक को अलविदा कहने का यह उपयुक्त समय है।
मोदी ने सोमवार को मरुस्थलीकरण की समस्या से निपटने के लिये संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित 14वें कोप सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि भारत आने वाले सालों में एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर देगा।
उन्होंने कहा कि अगर इसे नहीं रोका गया तो भूक्षरण का एक अन्य स्वरूप सामने आयेगा, जिसके फलस्वरूप जमीन की उत्पादकता को वापस प्राप्त करना मुमकिन नहीं होगा। मोदी ने कहा, ‘‘हमारी सरकार एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल का आने वाले सालों में पूरी तरह से अंत कर देगी।’’
सम्मेलन में हिस्सा ले रहे लगभग 200 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अब समय आ गया है कि दुनिया के सभी देश एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक को अलविदा कह दें।’’
मोदी ने कहा कि भारत 2030 तक अपनी 2.6 करोड़ हेक्टेयर अनुपयुक्त हो चुकी बंजर भूमि में से 2.1 करोड़ हेक्टेयर जमीन को दुरुस्त कर देगा उन्होंने कहा कि इस काम में रिमोट सेसिंग और अंतरिक्ष विज्ञान सहित अन्य तकनीकों की भी मदद ली जायेगी।
मोदी ने भारत द्वारा इस काम में अन्य मित्र देशों के लिये भी मददगार बनने की पहल करते हुये कहा कि मरुस्थलीकरण के संकट से जूझ रहे तमाम अन्य देशों को भारत अपनी किफायती उपग्रह एवं अंतरिक्ष तकनीक के माध्यम से मदद करने के लिये सहर्ष तैयार है।