नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने आज अयोध्या मामले की सुनवाई शुरू कर दी। कॉज लिस्ट के अनुसार यह आमला आज सुबह 10:30 बजे सुनवाई के लिए लाया गया।
मीडिया की खबर के अनुसार सुनवाई के दौरान निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील जैन ने कहा- विवादित परिसर के अंदरूनी हिस्से पर पहले हमारा कब्ज़ा था। जिसे दूसरे ने बलपूर्वक कब्ज़े में ले लिया। बाहरी पर पहले विवाद नहीं था। 1961 से शुरू हुआ…
निर्मोही अखाड़े के वकील सुशील जैन ने 5 जजों की बेंच से कहा- जैन (निर्मोही के वकील) – परिसर के बाहरी हिस्से में स्थित सीता रसोई, भंडारगृह, चबूतरा हमारे कब्ज़े में था। 1950 में गोपाल सिंह विशारद की तरफ से दायर पहला केस अंदर के हिस्से में पूजा करने का अधिकार मांगने के लिए था…
निर्मोही अखाड़े के वकील सुशील जैन ने 5 जजों की बेंच से कहा- बाहरी हिस्से में स्थित सीता रसोई, भंडारगृह, चबूतरा हमारे कब्ज़े में था। 1950 में गोपाल सिंह विशारद का पहला केस भी अंदर के हिस्से में पूजा करने का अधिकार मांगने के लिए था….
जैन की दलील- मस्ज़िद को पुराने रिकॉर्ड में मस्ज़िद ए जन्मस्थान लिखा गया है। बाहर निर्मोही साधु पूजा करवाते रहे। हिन्दू बड़ी संख्या में पूजा करने और प्रसाद चढ़ाने आया करते थे। निर्मोही के संचालन में कई पुराने मंदिर। झांसी की रानी ने भी हमारे एक मंदिर में प्राण त्यागे थे…
निर्मोही के वकील की जिरह के बीच में बोल पड़े मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन को चीफ जस्टिस ने झिड़का। धवन का कहना था- शक है कि हमें पर्याप्त समय मिलेगा। CJI ने कहा- ये कोर्ट में बर्ताव करने का सही तरीका नहीं…