नयी दिल्ली । लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने में मात्र दो दिन बचे हैं, ऐसे में, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सात लोकसभा क्षेत्रों में मतगणना केंद्रों और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि 23 मई को मतगणना वाले दिन के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुरूप की गई है।
दिल्ली में मुख्य निर्वाचन कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि ईवीएम स्ट्रांगरूम की सुरक्षा तीन स्तरीय होती है…बाहरी, मध्य और भीतरी।
भीतरी घेरा सीआरपीएफ, मध्य घेरे में दिल्ली के सशस्त्र बल कर्मी और बाहरी घेरे में जिला पुलिस कर्मी होते हैं।
दिल्ली में सात मतगणना स्थल हैं…चांदनी चौक के लिए एसकेवी, भरत नगर, दक्षिण दिल्ली के लिए जीजाबाई महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अगस्त क्रांति मार्ग, सिरीफोर्ट, पश्चिमी दिल्ली के लिए एकीकृत प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तर पश्चिम के लिए डीटीयू, शाहबाद दौलतपुर, उत्तरपश्चिम दिल्ली के लिए आईटीआई नंद नगरी, नयी दिल्ली के लिए एन पी बंगाली बालिका एसएससी, गोल मार्केट और पूर्वी दिल्ली के लिए राष्ट्रमंडल खेल गांव का बैटमिंटन कोर्ट ।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक मतगणना स्थल पर दिल्ली पुलिस के 1000 कर्मियों की तैनाती होगी, एक कंपनी सीएपीएफ और एक कंपनी दिल्ली सशस्त्र पुलिस की।
सुरक्षा ‘आप’ के चुनाव आयोग को लिखे उस पत्र के बाद भी बढ़ा दी गई है जिसमें उसने यह आरोप लगाते हुए दक्षिण दिल्ली में अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने का आग्रह किया है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की योजना 23 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ईवीएम में छेड़छाड़ करने की है।
उन्होंने बताया कि केंद्र पर दिल्ली पुलिस के करीब 1450 कर्मियों के अलावा अतिरिक्त बलों की तैनाती रहेगी।