नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, आडवाणी और जोशी पार्टी से कुछ नाराज चल रहे हैं।
यही वजह है कि सोमवार को बीजेपी के घोषणा पत्र जारी करने के दौरान भी दोनों नेता पार्टी मुख्यालय में नजर नहीं आए थे। ऐसे में अमित शाह खुद दोनों दिग्गज नेताओं के घर उनसे मिलने पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष ने दोनों नेताओं को पार्टी का घोषणा पत्र सौंपा और बातचीत भी की।
दरअसल, बीजेपी आलाकमान ने इस बार 75 साल से अधिक उम्र के नेताओं को लोकसभा टिकट नहीं देने का फैसला लिया। जिसकी वजह से आडवाणी, जोशी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसा माना जा रहा कि दोनों ही दिग्गज नेता इस बात को लेकर पार्टी से खफा हैं।
मुरली मनोहर जोशी ने तो बाकायदा पत्र लिखकर अपनी नाराजगी का इजहार भी किया था। हालांकि लालकृष्ण आडवाणी ने इस मुद्दे पर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा, हालांकि आडवाणी ने एक ब्लॉग जरूर लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा, “भाजपा का विरोध करने वाले लोगों को उनकी पार्टी ने कभी भी ‘राष्ट्रविरोधी’ नहीं कहा।”
बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी लंबे समय से गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद रहे हैं। हालांकि इस बार पार्टी ने आडवाणी को टिकट नहीं देकर उनकी जगह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को उतारा गया है। वहीं मुरली मनोहर जोशी कानपुर से पार्टी के सांसद हैं, हालांकि इस बाह जोशी की जगह सत्यदेव पचौरी को यहां से टिकट दिया गया है। टिकट काटे जाने पर मुरली मनोहर जोशी ने चिट्ठी लिखकर नाराजगी जाहिर की थी।