जींद । उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ग्रामीण प्रचार अभियान की शुरुआत कंडेला गांव के ऐतिहासिक चबूतरे से की । इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि जब तक जीवन रहेगा क्षेत्र की पगड़ी को सबसे ऊपर रखूँगा।
भावुकता भारे अंदाज में सुरजेवाला ने यह भी कहा कि इस माटी का खून उनकी रगों में है। उपचुनाव के मायने भी सभी को समझना होगा। जींद का चुनाव केवल एमएलए बनाने का नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा का राज बनाने का चुनाव है। मनोहर लाल खट्टर की सरकार को हरियाणा से चलता कर बंगाल की खाड़ी में फेंक कर आने का चुनाव है। कंडेला के अतिरिक्त उन्होंने श्रीराग खेड़ा, दालमवाला, रायचंदवाला, बोहतवाला, खोखरी व हैबतपुर में भी चुनावी सभाओंको संबोधित किया।

सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा का इतिहास जींद लिखता है, और जींद का इतिहास कंडेला खाप का चबूतरा लिखता है। 36 बिरादरी का, गरीब किसान, दलित, वाल्मीकि, बैकवर्ड 36 बिरादरी जब इकठ्ठा होकर किसी के साथ चलता है, तो पूरे हरियाणा को दिशा देता है, यहाँ से रास्ता सीधा हरियाणा के सचिवालय तक जाता है।
सुरजेवाला ने कहा कि लोक दल की अलग-अलग पार्टियाँ बन गईं। ये दोनों भारतीय जनता पार्टी की ‘बी टीम है। खट्टर के साथ साठ-गांठ करके दोनों राजनीति करने लग रहे हैं। ये खट्टर और मोदी के चेले हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने आपके साथ विश्वासघात किया था। ये वही लोग हैं, जिन्होंने हमारी पगड़ी उछालने की हिम्मत की थी। आज उन्हें सबक सिखाने का अवश्य समय आ गया है। देश के राष्ट्र्रपति और स्पीकर के चुनाव में लोकदल के चुने हुए नुमााईंदों की करतूत आपके सब के सामने हैं। दुष्यंत चौटाला, मोदी और खट्टर के साथ कौरवों की फौज के अंदर खड़ा था, ये भारतीय जनता पार्टी के चेले हैं, ये वापस वहीं चले जाएंगे, ये आपके पास कभी वापस नहीं आएंगे।
लोगों को संघर्ष की याद दिलाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा की ओम प्रकाश चौटाला ने कहा था कि न मीटर रहेगा, न मीटर रीडर रहेगा के बदले यहां के 36 बिरादरी के लोगों को जनरल डायर की तरह गोलियां बरसाने का काम किया था। अजय सिंह चौटाला और ओम प्रकाश चौटाला ने हिंसा का नंगा नाच किया था। दर्जनों गरीब किसानों की जानें गई, 250-300 से ज्यादा लोग गोलियों से घायल हुए थे। कण्डेले के ऐतिहासिक चबूतरे से जींद जिले के लोगों ने कह दिया कि हम मर सकते हैं, झुक नहीं सकते और किसी सरकार की हिम्मत नहीं कि हमें झुका सके और उसका नतीजा ये हुआ कि 2004 के अन्दर 67 विधायकों से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनीं।
भाजपा पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि खट्टर व मोदी सरकार ने किसानोंं केविश्वासघात किया है। सबका कर्जा माफ हो सकता है, हिंदुस्तान, हरियाणा के किसान, हरिजन, वाल्मिकी, बैकवर्ड क्लास का क्यों नहीं हो सकता? कांग्रेस की सरकार बनने पर किसान व मजदूर के कर्ज से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने कृ़षि उपकरणों व खेती पर लगाए टैक्स पर भी लोगों को झकझोरा किसानों के ऊपर टैक्स लगाया, खाद् पर 5 प्रतिशत, कीटनाशक दवाओं पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया। यहां तक की ट्रैक्टर पर 12 प्रतिशत टैक्स लगा दिया।
सभा को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के अलावा स्थानिय नेताओं ने भी संबोधित किया।