चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी हुए भावुक कहा, अब उनकी क्रिकेट टीम में राहुल द्रविड़ नहीं होंगे
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव बलतेज सिद्धू ने कहा कानून विद के रुप में उन्हें याद किया जाएगा
लेबर लॉ एडवाइजर एसोसिएशन गुरुग्राम के संयोजक आर एल शर्मा सहित कई सदस्यों ने खुशी जाहिर की
चंडीगढ़। पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस सूर्यकांत शर्मा को पदोन्नति देते हुए हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। आज जस्टिस सूर्यकांत को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
जस्टिस सूर्यकांत शर्मा हरियाणा के हिसार जिले के मूल निवासी है ।
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत को भावभीनी विदाई दी गई। इस दौरान चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी भी भावुक हो गए।
चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी ने जस्टिस सूर्यकांत को जाते हुए देखकर कहा कि अब वे ऐसी क्रिकेट टेस्ट टीम के कप्तान जैसा महसूस कर रहें हैं जिसमें राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी नहीं है। चीफ जस्टिस ने कहा कि उन्हें एक ओर जस्टिस सूर्यकांत के चीफ जस्टिस बनने की खुशी है तो दूसरी ओर उनके जाने का दुख। जस्टिस सूर्यकांत का व्यक्तित्व नारियल जैसा है जो बाहर से बेहद ही सख्त, लेकिन भीतर से उतने ही नरम हैं।
विदाई समारोह में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव बलतेज सिद्धू ने कहा कि हर वकील के मन में आशंका रहती है कि केस जज के सामने जाने पर वे उसके साथ कैसा व्यवहार करेगें। लेकिन जस्टिस सूर्यकांत की कोर्ट में जाते हुए यह डर नहीं रहता था, क्योंकि उन्हें पता होता था कि वे खुद उनका केस अच्छी तरह से स्टडी करके आए होंगे कि उन्हें बहस की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि पूरा हाईकोर्ट जस्टिस सूर्यकांत को उनके कानून के ज्ञान और नरम स्वाभाव के लिए हमेशा याद करेगा।
उनके चीफ जस्टिस बनने पर लेबर लॉ एडवाइजर एसोसिएशन गुरुग्राम के संयोजक आर एल शर्मा एडवोकेट, अध्यक्ष एस एस थिरियांन के साथ साथ सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने खुशी जाहिर की है।
गौरतलब है कि पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में रहते हुए लेबर लॉ एडवाइजर एसोसिएशन के आफिस ओर चैंबरों के अलॉटमेंट के लिए प्रदेश सरकार से एसोसिएशन के लिए जोरदार पैरवी की थी जो कि प्रदेश सरकार के पास विचाराधीन है।
एसोसिएशन के संयोजक आर एल शर्मा ने कहा कि जस्टिस सूर्यकांत शर्मा ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में रहते हुए ना केवल महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय किये बल्कि बिल्डिंग निर्माण कमेटी के चेयरमैन रहते हुए पूरे पंजाब और हरियाणा में न्यायलयों की बिल्डिंग निर्माण में अहम योगदान दिया। श्री शर्मा ने कहा की उन्हें उम्मीद है कि जस्टिस सूर्यकांत आने वाले समय में सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत होकर पहुंचेंगे कानून और संविधान के हित में निर्णय सुनाएंगे।