हरियाणा के पांच पोलिटेक्निक “व्यावसायकि इंजीनियरिंग” में डिप्लोमा कोर्स शुरू करेंगे

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औद्योगिक घराने के सहयोग से शुरू होगा कोर्स 

25 सीट प्रति कोर्स शुरू करने को सरकार ने दी मंजूरी 

चंडीगढ़, 6 मई :  अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने पांच राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों में 25 सीट प्रति कोर्स की क्षमता के साथ औद्योगिक भागीदारों के सहयोग से व्यावसायकि इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स आरम्भ करने के विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है।
हरियाणा के तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि इन बहुतकनीकी संस्थानों में ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग टैक्नोलोजी कोर्स के लिए राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, मानेसर, रैफरीजेरेशन और एयरकंडीशनिंग के लिए राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, मंडकौला, औद्योगिक टूल मैन्यूफैकचरिंग टैक्नोलोजी के लिए राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, सोनीपत, मेडिकल इमेजिंग टैक्नोलोजी के लिए राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, उटावड़ और बीएफएसआई के लिए राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान, फरीदाबाद शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि ये कोर्स कौशल और ज्ञान प्रदान करके उद्योग और शिक्षा की जरूरतों को पूरा करेंगे। इसके अतिरिक्त, सीडीएल राज्य इंजीनियरिंग एवं टैक्नोलोजी संस्थान, पनीवाला मोटा, सिरसा में खाद्य उत्पादन व उत्पादन प्रौद्योगिकी में भागीदार उद्योगों के सहयोग से व्यावसायिक इंजीनियरिंग (बी.वीओसी.) कोर्स, सीआरएस राज्य इंजीनियरिंग एवं टैक्नोलोजी संस्थान, सिलानी केसो, झज्जर में सॉफ्टवेयर डेवेल्पमेंट के लिए, राज्य इंजीनियरिंग एवं टैक्नोलोजी संस्थान, नीलोखेड़ी, करनाल तथा आरबीएस राज्य इंजीनियरिंग एवं टैक्नोलोजी संस्थान, जैनाबाद, रेवाड़ी में इलैक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैकचरिंग सर्विसज को भी स्वीकृति प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक वर्ष 2018-19 से राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, हथीनीकुण्ड, यमुनानगर में फार्मेसी में डिप्लोमा कोर्स आरम्भ करने के लिए विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।

श्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि परिषद द्वारा राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान, मोरनी को सह-शिक्षा संस्थान के रूप में बदलने के विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। इससे क्षेत्र के लडक़े व लड़कियों के लिए अवसर सृजित करके संसाधनों का उचित उपयोग सुनिश्चित होगा। उन्होंने बताया कि डिप्लोमा और डिग्री इंजीनियरिंग प्राप्त विद्यार्थियों को रोजगार के योग्य बनाने और उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना की गई है।

उन्होंने बताया कि मारूति सुजूकि लिमिटेड द्वारा राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, मानेसर में निर्माण अभ्यास के लिए इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर के साथ उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किया गया है। इसी प्रकार, प्रसिद्ध हीरो मोटो कोर्प संगठन द्वारा राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, सोनीपत में ऑटोमोबाइल एंड ऑटोमेशन के लिए, सीआर बहुतकनीकी संस्थान, रोहतक में हरियाणा सर्किल के बीएसएनएल द्वारा टेलीकम्यूनिकेशन के लिए, राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, हिसार में स्टील उद्योग के लिए जिंदल स्टील लिमिटेड और राजकीय बहुतकनीकी संस्थान, हिसार में आईटी उद्योग के लिए डैफोडिल सॉफ्टवेयर जैसे महत्वपूर्ण उत्कृष्टता केन्द्र शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, पॉवर ग्रिड कोरर्पोशन ऑफ इंडिया द्वारा भी पारस्परिक सहयोग से संस्थान में बिजली क्षेत्र के लिए सीओई की स्थापना की जाएगी। इसके अतिरिक्त, प्रसिद्ध सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों और उद्योगों के साथ 17 से अधिक एमओयू हस्ताक्षर करके औद्योगिक सम्बंधों को सुदृढ़ करने का प्रयास किया गया है, जिसकी परिषद के उपाध्यक्ष द्वारा भी सराहना की गई।

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