बीजिंग। लोकतंत्र पर अधिनायकवाद किस प्रकार हावी होता है उसका जीता जागता प्रमाण है चीन की संसद से पारित संशोधन . खबर है कि संभावना के अनुरूप चीन की संसद ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए दो कार्यकाल की सीमा की अनिवार्यता को दो-तिहाई बहुमत से समाप्त कर दिया है. इसके साथ ही देश के मौजूदा राष्ट्रपति शी जिनपिंग अब जीवन भर इस शीर्ष पद पर बैठे रहेंगे । संविधान संशोधन के बाद 64 वर्षीय शी अब जीवन भर चीन के सर्वोच्च पद पर आसीन रहते हुए सबसे बड़े नेता बने रहेंगे.
शी को हाल ही में पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए चुना गया था. पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष माओ त्से तुंग के बाद पिछले दो दशक से दो कार्यकाल की अनिवार्यता का पालन हो रहा था लेकिन संसद में आज संविधान संशोधन पारित होने के साथ ही यह दोनों परंपराएं समाप्त हो गयीं।
चीनी संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस जिनमें करीब 3,000 सांसद हैं ने दो-तिहाई बहुमत से देश के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की अधिकतम दो कार्यकाल की सीमा की अनिवार्यता को सदा के लिए हटा दिया है.