डी सी ने माना, केवल एनएचएआई की परियोजनाओं से ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म नहीं होगी
विजन डाक्यूमेंट में सबसे महत्वपूर्ण विषय ट्रैफिक मुवमेंट रखा गया
टोल प्लाजा पर वाहनों की आवाजाही सुगम करने के निर्देश
सुभाष चौधरी/ प्रधान संपादक
गुरुग्राम, 07 नवंबर। गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा कि गुरुग्राम को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जरूरी है कि चौराहों, टी-प्वाइंट तथा कुछ मार्गों पर रोड़ इंजीनियरिंग में सुधार किया जाए। केवल एनएचएआई की परियोजनाओं के पूरा होने से ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म नहीं होगी. वे आज लघु सचिवालय में सडक़ सुरक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उपायुक्त ने बैठक में रोड़ इंजीनियरिंग की खामियों की वजह से लगने वाले ट्रैफिक जाम व दुर्घटनाओं की विस्तार से समीक्षा की। इस बैठक में हरियाणा विजन जीरों तथा आरएसओ के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त के समक्ष प्रैजेंटेशन के माध्यम से कुछ चिन्हित सडक़ों की जानकारी दी जिन पर बने अवैध कट व अन्य खामियों के कारण दुर्घटनाएं होती हैं और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। उपायुक्त ने पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों की कार्रवाई रिपोर्ट का भी संज्ञान लिया व अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त विनय प्रताप सिह ने कहा कि लगभग 2 माह पहले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी जिला उपायुक्तों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली थी जिसमें सभी जिला उपायुक्तो को विज़न डाक्यूमेंट बनाने के लिए कहा गया था। इस विजन डाक्यूमेंट में अपने शहर की समस्याओं व अगले 5 साल में इन समस्याओं को कैसे सुलझाया जा सकता है, को लेकर जिला उपायुक्तों को दिशा-निर्देश दिए गए थे कि वे एक विजन डाक्यूमेंट तैयार करें। जिला गुरुग्राम के विजन डाक्यूमेंट में जिला संबंधी समस्याओं में यातायात व मोबिलिटी की समस्या सबसे ऊपर रखी गई। उन्होंने कहा कि गुरु ग्राम जिला में ट्रैफिक जाम की समस्या स्वाभाविक है क्योंकि गुरुग्राम एक बहुत बड़ा कर्मिशयल हब है जहां पर बहुत बड़ी आबादी है।
उन्होंने कहा कि ट्रैफिक जाम की समस्या अत्यंत गंभीर है, इसलिए यह जरूरी है कि सभी विभाग इस समस्या के समाधान के लिए एक-दूसरे का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि विजन डाक्यूमेंट में सबसे महत्वपूर्ण विषय ट्रैफिक मुवमेंट का रखा गया है जिसमें रोड़ इंजीनियरिंग की भूमिका महत्वपूर्ण है जिसमें साइनेजिज तथा ट्रेफिक लाइट का खास महत्व है। रोड़ इंजीनियरिंग हर यात्री चाहे वह पैदल चल रहा है या अपने वाहन से जा रहा है, को गाइड करता है कि उसे किस प्रकार यातायात नियमों का पालन करना है। जब तक रोड़ पर आवाजाही करने वाले यात्रियों को साइनेजिज या रोड़ इंजीनियरिंग के माध्यम से ये गाइडेंस नही दी जाएगी तब तक यह समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला की ज्यादातर सडक़ें नेशनल हाईवे अर्थोरिटी ऑफ इंडिया(एनएचएआई), लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सडक़े), नगर निगम गुरुग्राम, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और हरियाणा राज्य विपणन मार्केटिंग बोर्ड से संबंधित है। उन्होंने हरियाणा विजन जीरो व आरएसओ के पदाधिकारियों का धन्यवाद किया जिन्होंने गुरुग्राम जिला में सुगम यातायात के लिए अपनी प्रैजेंटेशन दी जिसमें जिला की सडक़ों पर बने अवैध कटों, साईनेजिज की कमी सहित कई स्थानों को फोटो के साथ दर्शाया गया था जिनके कारण सडक़ दुर्घटनाएं होती है या ट्रैफिक जाम की समस्या होती है।
उन्होंने कहा कि इस प्रौजेक्ट को सभी विभाग प्रमुखों को गंभीरता से लेने से जरूरत है क्योंकि जब तक यातायात सुचारू करने की ऑनरशिप विभाग नही लेंगे तब तक इन मुद्दें को नही सुलझाया जा सकता। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथोरिटी ऑफ इंडिया की कुछ परियोजनाएं भी गुरुग्राम में चल रही है जिसे समय रहते पूरा किए जाने की संभावना है। इन परियोजनाओं के पूरे होने उपरांत सभी विभाग प्रमुख इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखेंगे कि गुरुग्राम जिला के अंदर की सडक़ों पर यातायात सुगम हो। उन्होंने कहा कि मात्र एनएचएआई की परियोजनाओं के पूरा होने से ही ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म नही होगी बल्कि ये समस्या तब समाप्त होगी जब हम रोड़ इंजीनियरिंग को ठीक करेंगे। इसी प्रकार उपायुक्त ने टोल संचालकों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि टोल प्लाजा पर वाहनों की आवाजाही सुगम हो और वहां वाहनों की लंबी कतार ना लगे। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा कनसेशनेयर वहां एमरजेंसी लेन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यह एमरजेंसी लेन ना केवल अलग से बनी होनी चाहिए बल्कि वह हाईलाइटिड भी होनी चाहिए।
उन्होंने बैठक में उपस्थित पटौदी व सोहना के एसडीएम को भी निर्देश देते हुए कहा कि वे पटौदी, हैलीमंडी, फरूखनगर तथा सोहना टाऊन में ट्रैफिक जाम ना लगने दें और वहां पर यातायात सुगम करने के लिए आवश्यक इंतजाम करें। उन्होंने कहा कि वे अपने स्तर पर संबंधित अधिकारियों की बैठक लें। उपायुक्त ने कहा कि इस कार्य के दौरान यदि एसडीएम को किसी प्रकार की परेशानी उत्पन्न हो तो उन्हें अवश्य सूचित करें तथा इसकी रिपोर्ट उन्हें दें। उन्होंने कहा कि यदि एक महीने के बाद वे पटौदी, हैलीमंडी, फरूखनगर तथा सोहना टाऊन में यातायात सुगम को लेकर आंकलन करेंगे। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि वे इस गुरुग्राम को ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए गंभीरता व तत्परता से काम करें क्योंकि इस समस्या का सामना सभी जिलावासियों को करना पड़ता है।
बैठक में पुलिस उपायुक्त सिमरदीप सहित अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया, गुरुग्राम उत्तरी के एसडीएम भारत भूषण गोगिया, सोहना के एसडीएम सतीश यादव सहित कई वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।