नई दिल्ली : पी-7 पैराशूट सिस्टम के सीलबंद विवरण रखने वाले प्राधिकरण (एएचएसपी) को डीआरडीओ की प्रयोगशाला एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एडीआरडीई), आगरा द्वारा गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (डीजीक्यूए) को सौंप दिया गया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने 11 नवंबर, 2024 को नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन में आयोजित एक समारोह में एएचएसपी को सौंपा।
एडीआरडीई ने पी-7 पैराशूट सिस्टम को सफलतापूर्वक डिजाइन कर विकसित किया और वह कारगर भी रहा। ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (आयुध पैराशूट फैक्ट्री), जीआईएल (ओपीएफ), कानपुर ने पैराशूट सिस्टम तैयार किया है, जो आईएल-76 विमान से चार किलोमीटर की ऊंचाई पर 9.5 टन तक के पेलोड को सुरक्षित रूप से गिराने में सक्षम है।
भारतीय सेना इस सिस्टम के साथ हवाई ड्रॉपिंग करके सीमा और संघर्ष वाले क्षेत्रों में अपनी लाइट फील्ड गन और जीप को तेजी से तैनात कर सकती है। सेना ने 146 पी-7 हैवी ड्रॉप पैराशूट सिस्टम की आपूर्ति के लिए जीआईएल (ओपीएफ), कानपुर को एक इंडेंट भेजा है। इस सिस्टम ने जनरल स्टाफ मूल्यांकन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और इसे सेवाओं में शामिल कर लिया गया है।