ग्रुप सी में गुरूग्राम के पहाड़ी गाँव से 8 अभ्यार्थियों का हुआ चयन

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-हरियाणा की नॉन स्टॉप सरकार के पारदर्शी भर्ती सिस्टम ने बदली दशकों पुरानी संस्कृति

-सरकार के पारदर्शी सिस्टम ने नही होने दिया निराश, इस बार दोनों बहनों का हुआ चयन : क्लर्क पद पर चयनित पूजा यादव

– बिना खर्ची-पर्ची व्यवस्था ने जगाया विश्वास कि मेहनत करने वालों की हार नही होती : पटवारी पद पर चयनित प्रीतम

– गुरूग्राम जिले में साधारण पृष्टभूमि से चयनित हुए सैकड़ों अभ्यर्थी, आमजनमानस का सरकार के प्रति और सशक्त हुआ विश्वास

गुरूग्राम, 27 अक्टूबर। हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया को ईमानदार और पारदर्शी बनाकर एक उदाहरण पेश किया है। प्रदेश में एक समय था, जब काबिल युवाओं को लगता था कि योग्यता से नौकरी नहीं मिलेगी, कोई दूसरा रास्ता अपनाना पड़ेगा। लेकिन दशकों की ये संस्कृति बदली है जोकि आज देश के अन्य राज्यों के लिए एक प्रेरणा का मॉडल है। हाल ही में संपन्न हुई ग्रुप सी नियुक्तियां प्रदेश की पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया का एक सशक्त उदाहरण हैं।  हरियाणा सरकार के बिना खर्ची-पर्ची के पारदर्शी सिस्टम से नौकरी मिलने से आज प्रदेश के हर गाँव मे दीवाली से पहले ही

जैसा उत्साह दिखाई दे रहा है। कुछ ऐसा ही माहौल है गुरूग्राम जिले में स्थित पटौदी ब्लॉक के गांव पहाड़ी में। गत 18 अक्टूबर को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन द्वारा घोषित परिणाम में गांव से 8 अभ्यार्थियों का क्लर्क, पटवारी जैसे विभिन्न पदों पे चयन हुआ है।

गांव की दो बहुएं पूजा व कोमल जोकि सगी बहने भी हैं। दोनों का इस भर्ती में क्लर्क के पद पर चयन हुआ है। अपने संघर्ष से सफलता के शिखर की कहानी सांझा करते हुए पूजा यादव ने बताया कि वे लंबे अरसे से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी लेकिन सफलता नही मिल रही थी। पूजा कहती है कि पूर्व में मिली असफलता ने उन्हें कभी निराश नही किया क्योंकि उन्हें सरकार के पारदर्शी सिस्टम पर पूरा भरोसा था कि एक दिन उनका चयन जरूर होगा। इस बार के परिणाम उनके घर मे दोहरी खुशी लेकर आए हैं।

गांव पहाड़ी से पटवारी पद पर चयनित प्रीतम यादव ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हरियाणा सरकार ने युवा शक्ति के मन में यह विश्वास जगाया है कि मेहनत करने वालों की हार नही होती। प्रीतम ने बताया कि जब भी कोई अभ्यर्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है तो भर्ती सिस्टम को लेकर उसके मन में हमेशा एक उलझन की स्थिति रहती है। लेकिन मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के युवाओं से पारदर्शिता का जो वादा किया था। उसे पूर्ण रूप से निभाया है। प्रीतम कहते हैं कि अब युवाओं के मन में भर्ती सिस्टम को लेकर कोई असमंजस नही है। उन्हें विश्वास है कि अगर उन्होंने शत प्रतिशत मेहनत की है तो परिणाम भी उनके हक में ही होगा।

गुरूग्राम जिले में साधारण पृष्टभूमि से चयनित सैकड़ों अभ्यर्थियों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि हरियाण सरकार सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास के ध्येय के साथ नॉन स्टॉप आगे बढ़ रही है। जिससे आमजनमानस का सरकार के प्रति विश्वास और सशक्त हुआ है।

 

कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने दी शुभकामनाएं

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने चयनित युवाशक्ति को अपने शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व में अभ्यर्थी विभिन्न भर्ती प्रक्रियाओं में आवेदन तो करते थे, परंतु सक्षम होने के बावजूद सिर्फ इसलिए चयन नहीं होता था, क्योंकि उनके पास प्रभावशाली पहुंच या आर्थिक संसाधन नहीं थे। अब सरकार की निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया ने यह सुनिश्चित किया है कि योग्य उम्मीदवारों को उनकी काबिलियत के आधार पर रोजगार मिले।
उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की सफलता के बिना सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू करना असंभव है।

 

पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम : बिमला चौधरी, विधायक पटौदी

पटौदी से विधायक श्रीमती बिमला चौधरी ने युवाओं के चयन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा युवाओं को दीपावली के पहले यह उपहार प्रदान कर योग्यता और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी गयी है, और यह प्रक्रिया हरियाणा प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के साथ साथ नॉन स्टॉप विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

गांव में सीएसआर फंड से बनी लाइब्रेरी ने परीक्षा की तैयारियों में निभाई अहम भूमिका

ऐसा माना जाता है कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए एक निर्धारित माहौल की जरूरत होती। गांव पहाड़ी में चयनित सभी युवाशक्ति के चयन में भी गांव के सरकारी स्कूल में सीएसआर फण्ड से स्थापित लाइब्रेरी ने भी अहम भूमिका निभाई है। लाइब्रेरी की स्थापना में आईआईटी दिल्ली से पासआउट गाँव पहाड़ी निवासी विनोद यादव का अहम योगदान रहा है। उन्होंने ना सिर्फ गांव के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक निश्चित स्थान उपलब्ध कराया बल्कि लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी पुस्तके व इनटरनेट जैसी महत्वपूर्ण सुविधा देने में भी महती भूमिका निभाई है।

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