– गांधी जयंती पर गुजरात के अहमदाबाद से शुरू हुई चेतना अभियान का दिल्ली के राजघाट में होगा समापन, शुक्रवार को पैदल यात्रा करके कर्ण वर्मा नगर निगम गुरुग्राम कार्यालय पहुंचे
– अतिरिक्त आयुक्त एवं सीटीपी सतीश पाराशर से मिलकर अभियान की दी जानकारी
गुरुग्राम, 25 अक्टूबर । पर्यावरण संरक्षण के प्रति नागरिकों को जागरूक करने का अभियान लेकर गुजरात के युवा ने दिल्ली के राजघाट पहुंचने की ठानी तो उसके मददगारों का कारवां जुड़ता चला गया। शुक्रवार को युवा पर्यावरण प्रेमी कर्ण वर्मा गुरू द्रोण की नगरी पहुंचे। नगर निगम गुरुग्राम कार्यालय पहुंचने पर अतिरिक्त आयुक्त एवं सीटीपी सतीश पाराशर ने उनका स्वागत किया।
यहां आयोजित बातचीत के दौरान कर्ण वर्मा ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। सर्दी का मौसम शुरू होते ही देश के बड़े शहर गैस चैम्बर में तब्दील हो जाते हैं। पर्यावरण को बचाने के लिए आम जनता को जागरूक करने के मूल उद्देश्य को लेकर वे पैदल यात्रा पर निकले हैं। उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर को उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत गुजरात के अहमदाबाद से शुरू की थी। गुजरात से राजस्थान व हरियाणा होते हुए वे 25 अक्टूबर को दिल्ली के राजघाट पहुंचेंगे। लगभग 950 किलोमीटर की इस पैदल यात्रा के दौरान उन्हें प्रत्येक जगह पर नागरिकों का भरपूर सहयोग व समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष गर्मी बहुत ज्यादा हुई, जिसका प्रभाव उनके दिमाग पर पड़ा था। इस पर उन्होंने लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने का मन बनाया और पैदल यात्रा पर निकल पड़े। अपनी यात्रा के दौरान वे लोगों को पर्यावरण व धरती बचाने के लिए स्वच्छता बनाए रखने, कचरे में आग ना लगाने, अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनका पालन पोषण करने तथा फायर क्रैकर्स का उपयोग ना करने की अपील कर रहे हैं।
अतिरिक्त आयुक्त एवं सीटीपी सतीश पाराशर ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति इस युवा के अभियान की सराहना की तथा कहा कि बढ़ता पर्यावरण प्रदूषण चिन्तनीय है तथा इस दिशा में सभी को काम करने की आवश्यकता है। हम सभी ऐसी कोई भी गतिविधि ना करें, जिससे प्रदूषण बढ़ता है। इसके अलावा, मानसून के दौरान अधिक से अधिक पेड़ लगाएं तथा उनका पालन-पोषण करें। उन्होंने निगम कर्मचारियों के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।