नई दिल्ली / कज़ान : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के शहर कजान पहुंचे . उन्होंने सम्मेलन से पूर्व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की. इस बैठक में प्रधान मंत्री ने अपने संबोधन में रूसी राष्ट्रपति की उनका स्वागत करने के लिए सराहना की और उन्हें आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद किया . उन्होंने उम्मीद जताई कि ब्रिक्स सम्मेलन वैश्विक विकास के लिए कारगर साबित होगा . उन्होंने दुनिया में शान्ति स्थापित करने पर बल देते हुए कहा कि किसी भी विवाद का समाधान युद्ध से नहीं बल्कि बातचीत से संभव है.
इससे पूर्व कजान हवाई अड्डे पर पीएम नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया . उनके स्वागत में बड़ी संख्या में भारतीय स्टूडेंट्स भी वहां पहुंचे हुए थे साथ ही भारतीय संस्कृति व हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले रूसी निवासी भी हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करने को उत्साहित दिखे.
पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में अपने आरंभिक वक्तव्य में कहा कि ” मैं आपकी मित्रता, गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। मेरे लिए ख़ुशी की बात है कि BRICS Summit के लिए कज़ान जैसे ख़ूबसूरत शहर में आने का अवसर मिला है। इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। कज़ान में भारत के नए Consulate के खुलने से ये संबंध और मजबूत होंगे। ”
पीएम ने कहा कि “पिछले तीन महीनों में मेरा दो बार रूस आना हमारे करीबी समन्वय और गहरी मित्रता को दर्शाता है। जुलाई में मास्को में हुई हमारी Annual Summit से हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को बल मिला है। पिछले एक वर्ष में BRICS की सफल अध्यक्षता के लिए मैं आपको बधाई देता हूं। पंद्रह वर्षों में BRICS ने अपनी विशेष पहचान बनाई है और अब विश्व के अनेक देश इस से जुड़ना चाहते हैं। मैं BRICS Summit में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं। “
पीएम मोदी ने कहा कि ” रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के विषय पर हम लगातर संपर्क में रहे हैं। जैसा मैंने पहले भी कहा है, हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही होना चाहिए। शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली का हम पूरी तरह समर्थन करते हैं। हमारे सभी प्रयास मानवता को प्रमुखता देते हैं। आने वाले समय में भी भारत हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है। आज इन सभी विषयों पर विचार सांझा करने का एक और महत्वपूर्ण अवसर है। एक बार फिर बहुत बहुत धन्यवाद। “