नाडा ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली के साथ किया करार, डोपिंग रोधी पर मिल कर करेंगे काम

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नई दिल्ली। केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज नई दिल्ली में खेलों में डोपिंग के खिलाफ यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के तहत कॉप9 ब्यूरो की दूसरी औपचारिक बैठक और फंड की अनुमोदन समिति की तीसरी औपचारिक बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री सुश्री रक्षा निखिल खडसे भी उपस्थित थीं। इन दो-दिवसीय उच्चस्तरीय बैठकों का उद्देश्य खेल में विश्वसनीयता, निष्पक्षता और समावेशिता के महत्व पर जोर देते हुए डोपिंग के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाना है।

अपने प्रारंभिक संबोधन में, डॉ. मांडविया ने स्वच्छ खेल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और वैश्विक स्तर पर डोपिंग रोधी प्रयासों में इसकी अग्रणी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत के वसुधैव कुटुम्बकम – दुनिया एक परिवार है – के दर्शन को दोहराया और भावी पीढ़ियों के लिए खेलों की विश्वसनीयता को सुरक्षित रखने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

रक्षा निखिल खडसे ने डोपिंग-मुक्त खेल संस्कृति का समर्थन करने के सरकार के संकल्प को दोहराया और इस क्षेत्र में भारत द्वारा बनाई जा रही बढ़ती साझेदारी पर जोर दिया।

उद्घाटन सत्र के दौरान राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली (एनएलयू दिल्ली) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी हुए। यह समझौता ज्ञापन डोपिंग रोधी कानून, नीति एवं शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने हेतु नाडा और एनएलयू दिल्ली के बीच एक रणनीतिक सहयोग का प्रतीक है। यह सहयोग जागरूकता बढ़ाने और डोपिंग रोधी कार्यप्रणालियों के लिए अधिक समावेशी एवं सूचित दृष्टिकोण को बढ़ावा देने हेतु संयुक्त प्रमाणन पाठ्यक्रम एवं अकादमिक अनुसंधान विकसित करने और सेमिनार, कार्यशालाएं एवं सम्मेलन आयोजित करने पर ध्यान केन्द्रित करेगा।

यह एमओयू डोपिंग रोधी क्षेत्र में विधिक शिक्षा एवं अनुसंधान को मजबूत करने और इस क्षेत्र में भारत के नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस साझेदारी के माध्यम से, दोनों संस्थानों का लक्ष्य विधिक शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए एक ऐसा मजबूत ढांचा तैयार करना है जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डोपिंग विरोधी पहल का समर्थन करे।

उद्घाटन सत्र में अजरबैजान, बारबाडोस, एस्टोनिया, इटली, रूसी संघ, सेनेगल, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात और जाम्बिया सहित विभिन्न देशों के उच्चस्तरीय गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस दो-दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रतिनिधिगण वैश्विक डोपिंग रोधी इकोसिस्टम और सहयोग से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।

यह संयुक्त बैठक वैश्विक खेल प्रशासन, विशेष रूप से खेल संबंधी नैतिक कार्यप्रणालियों को बढ़ावा देने और खेल में डोपिंग के खिलाफ यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जैसे अंतरराष्ट्रीय ढांचे का समर्थन करने में भारत के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित करती है। इन बैठकों के आयोजन के साथ, भारत ने डोपिंग के खिलाफ लड़ाई में एक प्रमुख देश के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है तथा खेलों के लिए एक स्वच्छ एवं निष्पक्ष वातावरण के निर्माण में योगदान दिया है।

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