चंडीगढ़ : हरियाणा वक्फ बोर्ड देश का पहला वक्फ बोर्ड है जिसने सबसे अधिक संख्या में वक्फ संपत्तियों की जीआईएस मैपिंग की है। भारत के वक्फ मैनेजमैंट सिस्टम (डब्ल्यूएएमएसआई), ऑनलाइन सिस्टम रजिस्ट्रेशन मॉडयूल पर राज्य की 8202 वक्फ संपत्तियों की मैपिंग की गई है और 6676 के फोटोग्राफस भी अपलोड कर दिए गए हैं।
रियाणा राज्य वक्फ बोर्ड के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि 31 जुलाई, 2019 को भारत सरकार के वक्फ मैनेजमैंट सिस्टम की जारी नेशनल डेटा-सूची के अनुसार 8442 वक्फ संपत्तियों को अपलोड करने वाला हरियाणा वक्फ बोर्ड देश में अग्रणी है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 5 जुलाई से लेकर 15 अक्तूबर, 2019 तक 100 दिनों के दौरान विभिन्न मंत्रालयों में कुछ विशेष लक्ष्यों के साथ अनेक कार्यक्रम शुरू किए हैं। इस अवधि के दौरान क्रियान्वित किए जाने वाले कार्यक्रमों की सूची में वक्फ रिकॉर्ड का शत-प्रतिशत डिजिटलीकरण भी शामिल है। भारत सरकार के इस निर्णय के अनुसार कार्य करते हुए हरियाणा वक्फ बोर्ड ने अपने लक्ष्य को निर्धारित अवधि में पूरा कर लिया है। कैबिनेट सचिव द्वारा साप्ताहिक आधार पर इन कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि वक्फ रिकॉर्ड को कंप्यूटराइज करने की योजना के तहत अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय ने सैंट्रल कंप्यूटिंग सुविधाएं स्थापित करने, तकनीकी सहायता के लिए रखे गए लोगों को भुगतान करने, वक्फ रिकॉर्डस के लिए मैटा-डाटा के सृजन और वक्फ रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण के लिए हरियाणा वक्फ बोर्ड को 27.10 लाख रुपये का सहायता अनुदान उपलब्ध करवाया है। उन्होंने बताया कि वैब-आधारित सॅाफ्टवेयर डब्ल्यूएएमएसआई के चार माड्यूल राज्य वक्फ बोर्ड की पंजीकरण, मुकदमेबाजी पर नजर रखने, वक्फ संपत्ति को पट्टे पर देने और मुतावल्ली रिटर्न मूल्यांकन में सहायता करेंगे।
उन्होंने बताया कि 2010 में केन्द्र सरकार की कम्प्यूटरीकरण योजना के तहत हरियाणा वक्फ बोर्ड ने अपने मुख्यालय अंबाला छावनी में सैंट्रलाइजड कंप्यूटिंग फैसिलिटी स्थापित की है। उन्होंने बताया कि अब तक हरियाणा राज्य ने 12560 वक्फ संपत्तियों का डब्ल्यूएएमएसआई पंजीकरण मॉड्यूल, वक्फ रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण और वक्फ संपत्तियों के जीआईएस मैपिंग का शत-प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। डिजिटलीकरण और जीआईएस मैपिंग का कार्य पूरा करने के लिए बोर्ड द्वारा दो टीमों का गठन किया गया है और प्रत्येक टीम में एक-एक सहायक डेवेल्पर, दो-दो डाटा-एंट्री ऑपरेटर और एक-एक सर्वेक्षक शामिल हैं। दोनों टीमों की देखरेख के लिए बोर्ड के वक्फ अधिकारी आस मोहम्मद को नोडल अधिकारी (कम्प्यूटरीकरण) नियुक्त किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि 29 जुलाई, 2019 को नई दिल्ली में राज्यों के वक्फ बोर्डों के अध्यक्षों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा हरियाणा वक्फ बोर्ड को वक्फ प्रबंधन में ‘अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान किया गया। यह अवार्ड हरियाणा की ओर से हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक डॉ. हनीफ कुरैशी ने प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि वक्फ प्रबंधन में उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान करने के लिए वक्फ बोर्ड के नाम की सिफारिश करने हेतु गठित की गई स्क्रीनिंग कमेटी ने जिला कुरुक्षेत्र की तहसील थानेसर के दर्रा कलां राजस्व सम्पदा में स्थित वक्फ सम्पदा के बेहतर प्रबन्धन के लिए हरियाणा वक्फ बोर्ड के नाम की सिफारिश की थी। कुरुक्षेत्र में वक्फ सम्पदा के बेहतर प्रबन्धन के लिए हरियाणा वक्फ बोर्ड का नाम उत्तर क्षेत्र में प्रथम पुरस्कार के लिए घोषित किया गया। पुरस्कार के रूप में एक पट्टिका, एक प्रशस्ति पत्र और शॉल और एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया है।