शिक्षा से मनुष्य स्वर्ग पा सकता है व बिना शिक्षा मनुष्य का जीवन व्यर्थ है : बालकिशन सिंगला

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पुन्हाना:  शिक्षा से मनुष्य धरती पर स्वर्ग पा सकता है और बिना शिक्षा मनुष्य का जीवन व्यर्थ है। विद्या भारती शिक्षा के साथ संस्कार के लक्ष्य को लेकर देश भर में 25 हजार से अधिक स्कूज संचालन कर रही है। उक्त बातें विद्या भारती की उत्तर क्षेत्र के प्रांत संगठन मंत्री बालकिशन सिंगला ने पुन्हाना में गीता विद्यामंदिर के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता लोगों को सम्बोधित करते हुऐ कही। कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य कुवंर सुरेन्द्र सिंह उजीना, विशिष्ट अतिथि के तौर पर गौ सेवा आयोग हरियाणा के चेयरमैन भानीराम मंगला मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्ष पुन्हाना नगरपालिका उपाध्यक्ष बलराज सिंगला ने की। 
मुख्य वक्ता बालकिशन सिंगला ने बताया कि विद्या भारती समाज में संस्कारमयी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। पूरे देश भर में विद्या भारती के पच्चीस हजार से अधिक विद्यालय सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज समाज में कुछ निजि संस्थाए शिक्षा के नाम पर व्यवसाय व नैतिक पतन की शिक्षा प्रदान कर रही है। जिसके परिणामस्वरूप हमारे बच्चे मौलिक व नैतिक शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं। संगठन ने प्रण लिया है कि प्रत्येक बच्चे को उसकी मातृभाषा में शिक्षा दी जानी चाहिए। तभी वह देश व समाज के प्रति समर्पित हो सकेगा। वहीं इस अवसर पर कुवंर सुरेन्द्र सिंह उजीना व भानीराम मंगला ने कहा कि विद्या भारती समाज में संस्कार देने का कार्य रही है। विद्या भारती के स्कूलों में बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार, नैतिक शिक्षा, देशभक्ति भी सिखाई जाती है। आजकल शिक्षा को व्यवसाय बनाकर उसे बेचा जा रहा है। हरियाणा सरकार भी बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। 
इस अवसर पर विद्या भारती के प्रांतीय अधिकारी नरेश कुमार, विभाग प्रचारक शिव कुमार, मेवात विकास बोर्ड के सदस्य जसवंत गोयल, पुन्हाना समिति के अध्यक्ष लालाराम भारद्वाज, राकेश कुमार, सेवा भारती पुन्हाना के अध्यक्ष गोविन्द सोनी, समाजसेवी धर्मबीर सैनी, जिला पार्षद तारीफ खुर्शीद, विजय शिकरैया, पुन्हाना मंड़ल अध्यक्ष राकेश कंसल, बीसरू मंड़ल अध्यक्ष नरेन्द्र तिवारी, नगरपार्षद सतपाल जाटव, संजय सिंगला सहित अनेक लोग मौजूद थे। 

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