हरियाणा में अब सिर्फ 6 दिनों में ही कोरोना के केस दोगुने होने लगे : गुरुग्राम में शुक्रवार को भी 153 नए केस मिले

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सुभाष चन्द्र चौधरी

गुरुग्राम :  स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के अनुसार शुक्रवार को भी कोविड-19 वायरस संक्रमित 153 नए  केस मिलने की पुष्टि हुई है.  जिले में अब कुल 1563 व्यक्ति अब तक संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 372 व्यक्ति इस संक्रमण से छुटकारा पा चुके हैं और 1227 व्यक्ति या तो अस्पताल में भर्ती हैं या फिर होम आइसोलेशन में वायरस से निजात पाने के लिए इलाज करवा रहे हैं. इसके साथ ही हरियाणा प्रदेश में भी कोरोनावायरस के संक्रमण का फैलाव तीव्र गति से होने के संकेत हैं और आज कुल 316 नए मामले  आ चुके हैं.  प्रदेश में अब फुल पॉजिटिव केस की संख्या साधे 3 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है  जिनमें से 1295 व्यक्ति ठीक हो गए हैं और कुल 24 लोगों की मृत्यु हुई है.  अब यहां 2364 व्यक्ति एक्टिव रूप से संक्रमित हैं. तेज होती संक्रमण की रफ्तार के कारण 6 दिन की सीमा में आ गया है. इसलिए हरियाणा सरकार के माथे पर अब बल पड़ने लगा है क्योंकि केवल 6 दिनों में ही पॉजिटिव के दोगुने हो रहे हैं.  जाहिर है इससे रिकवरी रेट पर भी असर पड़ना लाजिमी है. 

 

 हरियाणा प्रदेश के 22 जिले में से गुरुग्राम लगातार पिछले 2 सप्ताह से भी अधिक समय से सर्वाधिक कोविड-19 वायरस संक्रमित व्यक्तियों वाला जिला बना हुआ है और यहां नए मामले औसतन प्रतिदिन अब डेढ़ सौ आने लगे हैं. हालांकि जिला उपायुक्त अमित खत्री ने आज जिले में कंटेनमेंट जॉन की संशोधित सूची जारी की है जिसमें गुरुग्राम ब्लॉक में 663 कंटेनमेंट जॉन घोषित किए गए हैं जबकि पटोदी से दो और सोहना से एक कंटेनमेंट जॉन बनाए गए हैं. दूसरी तरफ डिविजनल कमिश्नर अशोक सांगवान ने भी अलग अलग मामले को लेकर दी गई  जिम्मेदारी में बदलाव करते हुए  वरिष्ठ अधिकारियों के नाम की  संशोधित सूची  भी जारी की है.  जिला प्रशासन की ओर से पिछले दो-तीन दिनों में सक्रिय होने के संकेत मिले हैं लेकिन इसका धरातल पर क्या असर होगा अभी देखना बाकी है.

 

 जिले के शहरी क्षेत्र में जिस गति से कोविड-19 वायरस का पहला हो रहा है उससे जन सामान्य और प्रशासन दोनों पर इसकी रोकथाम को प्रभावी बनाने का दबाव दिखने लगा है.  स्वयं में अनुशासित रहने वाले लोग सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क का उपयोग करने से लेकर निश्चित समय अंतराल में सैनिटाइजेशन एवं दिस इन्फेक्शन की व्यवस्था पर अमल तो करने लगे हैं लेकिन व्यावसायिक क्षेत्र में अब भी इस पर काम होना बाकी है.  शहर के प्रमुख बाजार सदर बाजार  हो या फिर ओल्ड रेलवे रोड,  न्यू रेलवे रोड,  पालम विहार,  न्यू पालम विहार राजेंद्र पार्क बजघेरा  रोड स्थित बाजार,  शीतला कॉलोनी,  राजीव नगर और देवीलाल कॉलोनी हों  या फिर अलग-अलग कालोनियों के अंदर  गलियों में चल रही दुकाने,  अधिकतर स्थानों पर हरियाणा सरकार या फिर जिला उपायुक्त की ओर से जारी गाइडलाइन पर अमल होता नहीं दिख रहा है. 

 

 डिविजनल कमिश्नर ने संक्रमण की रोकथाम और मरीजों की देखरेख की दृष्टि से अधिकारियों की फौज की सूची तो जारी कर दी लेकिन शहरी क्षेत्र में अब तक ऐसी सक्रियता नहीं दिख रही है जिससे व्यापारियों पर अपने दुकानों में या अन्य प्रतिष्ठानों में स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों का पालन करने को मजबूर किया  जा रहा हो.  यह सबसे बड़ा कारण है गुरुग्राम में संक्रमण की रफ्तार तेज होने का. 

 

जहां तक शहरी या फिर ग्रामीण क्षेत्र में औद्योगिक प्रतिष्ठानों में काम करने का सवाल है परी छोटी प्रतिष्ठानों में या इकाइयों में सोशल डिस्टेंसिंग और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर गंभीरता दिखती है लेकिन दुकानदारों ने इस शहर को सबसे तेज गति से  संक्रमण बढ़ने वाला  शहर कुछ ही दिनों में बना दिया.

 

यही स्थिति कमोवेश हरियाणा के कुछ और जिले में भी देखने को मिल रहे हैं. आज फरीदाबाद में 59 व्यक्ति झज्जर में दो व्यक्ति नूंह में तीन व्यक्ति,  अंबाला में 6 व्यक्ति पलवल में 14 व्यक्ति पानीपत में एक व्यक्ति पंचकूला में एक व्यक्ति जींद में दो व्यक्ति करनाल में 7 व्यक्ति सिरसा में दो व्यक्ति फतेहाबाद में तीन व्यक्ति रोहतक में चार व्यक्ति,  नारनौल में चार व्यक्ति, हिसार में 9 व्यक्ति, रेवाड़ी में 11 व्यक्ति,  चरखी दादरी में 22 व्यक्ति,  कैथल में एक व्यक्ति और कुरुक्षेत्र में भी 12 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं. 

 

 हरियाणा में अब कुल 3597 पॉजिटिव केस हैं जिनमें से 1295 व्यक्ति बीमारी से छुटकारा पा चुके हैं और 2364 व्यक्ति एक्टिव संक्रमित हैं. 

 स्वास्थ विभाग ने बताया है कि प्रदेश में संक्रमित होने का औसत दर 2 . 7 1% है जबकि ठीक होने का औसत दर 33.61 प्रतिशत है. जहां तक मृत्यु दर का सवाल है तो इस संक्रमण से प्राण गंवाने वालों का औसत दर 0.67 प्रतिशत है. लेकिन चिंता का विषय यह है की मई के मध्य तक यहां पॉजिटिव मामले दोगुना होने का औषत दिन 17 से अट्ठारह दिन का था जबकि अब यह तेज होती संक्रमण की रफ्तार के कारण 6 दिन की सीमा में आ गया है. इसलिए हरियाणा सरकार के माथे पर अब बल पड़ने लगा है क्योंकि केवल 6 दिनों में ही पॉजिटिव के दोगुने हो रहे हैं.  जाहिर है इससे रिकवरी रेट पर भी असर पड़ना लाजिमी है. 

 

प्रदेश में सभी जिलों को मिलाकर अब तक 137452 व्यक्तियों की जांच की गई जिनमें से 129027  व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई और 4828 व्यक्तियों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है.

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