मुख्य सचिव ने गुरूग्राम व फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया

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गुरूग्राम, 28 मई। हरियाणा सरकार की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने आज गुरूग्राम व फरीदाबाद जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया और पाॅजिटिव आने वाले मरीजों के लिए सरकारी तथा निजी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बिस्तरों की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं ताकि किसी भी मरीज को ईलाज की सुविधाओं की कमी ना रहे। विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर भी मौजूद थे।

इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने राज्य स्तर तथा जिला स्तर के लिए अलग-अलग एपीटोमोलाॅजिकल माॅडल तैयार करने पर बल दिया ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव के पिछले रिकाॅर्ड के आधार पर आगे की तैयारियां की जा सकें और भविष्य में फैलाव का अनुमान भी लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम जिला के अस्पतालों में कम से कम एक हजार बिस्तरों की व्यवस्था कोविड-19 मरीजों के लिए की जाए और इनमें से 500 बिस्तरों के साथ में आॅक्सीजन की सुविधा हो तथा कम से कम 100 बिस्तरों के साथ वेंटिलेटर भी उपलब्ध हो। साथ ही उन्होंने कहा कि गुरूग्राम तथा फरीदाबाद जिलों में ऐसी व्यवस्था की जाए कि हम हर उस व्यक्ति तक पहुंचे जिसकी टेस्ट रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है और रिपोर्ट आने तक उस व्यक्ति से संपर्क करके उसके सभी परिजनों का संैपल भी ले लिया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक कंटेनमेंट जोन के लिए एक अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाए जो 24 घंटे वहां की व्यवस्थाओं पर नजर रखेगा। हर जोन में किसी भी बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों से यह पूछा जाए कि वे अपना ईलाज वहीं अपने घर में रहकर करवाना चाहते हैं या कहीं और दाखिल होना चाहते हैं। जो व्यक्ति कंटेनमेंट जोन में ही अपने घर में रहकर ईलाज करवाना चाहता है तो उससे इस बारे में लिखित सहमति भी ले ली जाए तो बेहतर है।

श्री खुल्लर ने कहा कि हरियाणा की किसी भी लैब में जब किसी व्यक्ति के सैंपल का टेस्ट हो, उस व्यक्ति के गृह जिला के स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया जाए कि उक्त व्यक्ति ने सैंपल दिया है। यदि व्यक्ति किसी दूसरे प्रदेश का है तो वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचना तत्काल भेजी जाए। ऐसी ही व्यवस्था की अपेक्षा हम दूसरे प्रदेशों से भी करते हैं कि उनके यहां यदि कोई हमारे प्रदेश का व्यक्ति टेस्ट करवाता है तो उसकी सूचना हमारे संबंधित जिला के स्वास्थ्य अधिकारी को दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सैंपल लेने के बाद यदि टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उस व्यक्ति को इस बारे में तत्काल एसएमएस चला जाए और साथ में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा तैयार की गई दो मिनट की फिल्म भी भेंजे जिसमें यह दर्शाया गया है कि यदि आपकी टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है तो आपको क्या करना है। होम क्वारनटाइन वालों के लिए भी इसी प्रकार की एक लघु फिल्म तैयार की गई है।

बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि हरियाणा में कोविड-19 के लिए टेस्ट सुविधा की कमी नही है। रोहतक पीजीआईएमएस की टेस्टिंग सुविधा को अपग्रेड किया गया है और अब उसकी क्षमता 3 हजार टेस्ट प्रतिदिन की हो गई है। इसके अलावा, गुरूग्राम तथा फरीदाबाद में भी टेस्टिंग लैब हैं। श्री अरोड़ा ने बताया कि गुरूग्राम में बैड्स की कमी नहीं है। यहां पर 500 से ज्यादा बैड्स वाले 8-9 प्राईवेट अस्पताल हैं, जिनके यदि 50 प्रतिशत बैड्स भी कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएं तो काफी होंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि सभी प्राईवेट अस्पतालों को यह स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि वे किसी भी कोविड-19 मरीज को उनके यहां ईलाज के लिए मना नही कर सकते।

इस मौके पर आयुष्मान भारत हरियाणा हैल्थ प्रोटेक्शन एथाॅरिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक मीणा ने बताया कि हर प्राईवेट लैब पर एक अधिकारी तैनात किया जाएगा जो उस लैब की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट पोर्टल पर उसी समय अपलोड करवाएगा।

गुरूग्राम से अतिरिक्त मुख्य सचिव वी एस कुण्डु ने बताया कि जिला में कोविड-19 को लेकर रैपिड रिस्पोंस टीम की मोनिटरिंग उपायुक्त अमित खत्री तथा नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह करेंगे और सिविल सर्जन तथा उनकी टीम मरीजों को अस्पताल में भेजने का कार्य देखेगी। उन्होंने बताया कि जिला में कोविड-19 मरीजों के लिए बैड्स की कमी नही है। ईएसआई अस्पताल तथा मानेसर के मैडियोर अस्पताल में जो मरीज स्वस्थ हो गए हैं उनकी जांच करके उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा ताकि दूसरे मरीजों के लिए जगह बन सके।

 

मण्डलायुक्त अशोक सांगवान ने कहा कि वे भी स्थिति पर निगरानी रखेंगे। उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि वीरवार को जारी किए गए नए आदेशों के अनुसार गुरूग्राम जिला में 63 कंटेनमेंट जोन हो गए हैं और प्रत्येक जोन में 24ग्7 मोनिटरिंग की जाएगी। नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने इस मौके पर कहा कि मुख्य सचिव तथा अन्य अधिकारियों द्वारा दिए गए आदेशों को अमलीजामा पहनाया जाएगा।

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