सूरत नगर में एक महिला कोरोना पॉजिटिव, इलाके में हड़कम्प, महिला का पति लक्ष्मण विहार की डिस्पेंसरी में है कार्यरत, डॉक्टर व अन्य स्टाफ सहित दर्जनों को क्वॉरेंटाइन में भेजने की संभावना

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गुरुग्राम। गुरुग्राम के लाइनपार आवासीय क्षेत्र सूरत नगर में रहने वाली एक महिला के कोरोनावायरस संक्रमित होने की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है। उक्त महिला की कोरोना पोजिटिव होने की रिपोर्ट मंगलवार को आई थी जिसके बाद सूरत नगर में रहने वाले लोग भयभीत और आशंकित हैं। बताया जाता है कि उक्त महिला के पॉजिटिव होने से लक्ष्मण विहार स्थित एक सरकारी डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉक्टर नर्स एवं अन्य कर्मी भी अब जांच के लपेटे में आ गए हैं। साथी डिस्पेंसरी इलाज कराने या फिर टेस्ट कराने की दृष्टि से पिछले कई दिनों से वहां के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के संपर्क में आए लोग भी अब क्वॉरेंटाइन में भेजे जा सकते हैं जबकि नर्सिंग स्टाफ द्वारा लक्ष्मण विहार के इलाके में दर्जनों बच्चों को पोलियो की दवा भिलाई जाने से उन बच्चों सहित उनके परिवारों में भी अब संक्रमण की आशंका को लेकर अफरा तफरी है। खबर यह है कि संक्रमण की जांच का दायरा अब उक्त वार्ड के एक पूर्व पार्षद तक भी पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।

सूत्रों के अनुसार सूरत नगर फेस 2 में रहने वाली एक महिला के कोरोनावायरस संक्रमण से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। उक्त महिला का पति लक्ष्मण विहार स्थित सरकारी डिस्पेंसरी में चतुर्थ श्रेणी कर्मी के रूप में काम करता है। अब आशंका इस बात की प्रबल है कि उक्त महिला का पति जो नियमित रूप से डिस्पेंसरी अपने ड्यूटी पर आता रहा है का संपर्क वहां कार्यरत डॉ और 4 नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी से होना लाजमी है।

उक्त डिस्पेंसरी में प्रतिदिन दर्जनों लोग अपना इलाज कराने या फिर टेस्ट कराने पहुंचते रहे हैं। इसके अलावा वहां कार्यरत नर्सिंग स्टाफ ने इलाके के दर्जनों बच्चों को पोलियो की दवा भी पिलाई है। वहां आने वाले रोगियों के इलाज वह दवाई वितरण करने में भी मदद करते रहे हैं । सूत्रों का कहना है कि उक्त डिस्पेंसरी में कोविड-19 संक्रमण की जांच के लिए किट भी भेजे गए थे जिससे कई सामान्य व्यक्तियों ने भी अपनी जांच वहां से करवाई इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मंगलवार को भी उक्त डिस्पेंसरी में अपनी जांच करवाने पहुंचे थे लेकिन उन की जांच नहीं हो पाई।

महिला की पॉजिटिव आने की खबर के बाद से ही लक्ष्मण विहार कि उक्त डिस्पेंसरी जो कॉलोनी के राधे स्वीट के पास वाली गली में अवस्थित है को तत्काल बंद कर दिया गया है। दूसरी तरफ चर्चा यह भी है कि उक्त डिस्पेंसरी में मंगलवार को इलाके के पूर्व पार्षद का ड्राइवर नौकर एवं एक महिला कर्मी भी वायरस संक्रमण की जांच कराने पहुंचे थे लेकिन किन्ही कारणवश उनकी जांच नहीं हो पाई थी। इस कारण से पूर्व पार्षद भी अपने कर्मियों के संपर्क में आने के कारण जांच के दायरे में आ सकते हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उक्त कोरोना संक्रमित महिला के पति की रिपोर्ट पॉजिटिव है या नेगेटिव। साथ ही डिस्पेंसरी के डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं या नहीं। उन्हें क्वॉरेंटाइन में रहने को कहा गया है या नहीं। क्योंकि उनकी रिपोर्ट पर ही यह निर्भर करेगा कि उन मेडिकल स्टाफ के संपर्क में इलेक्शन बिहार के जितने लोग पिछले कुछ दिनों में आए हैं उन्हें क्वॉरेंटाइन में भेजा जाए या नहीं। साथ ही लक्ष्मी विहार के पूर्व पार्षद के स्टाफ सहित अन्य संबंधित लोगों को भी क्वॉरेंटाइन में भेजने का निर्णय भी उसी पर निर्भर करेगा।

बहरहाल सूरत नगर फेस 2 की रहने वाली के संक्रमित होने की घटना ने लक्ष्मण विहार के लोगों के लिए बड़ी परेशानी पैदा कर दी है। इलाके के लोग आशंकित हैं कि अब सूरत नगर के फेज 1 और फेस 2 तथा लक्ष्मण विहार को भी कंटेनमेंट एरिया घोषित किया जा सकता है। इससे अगले 28 दिनों तक दोनों ही क्षेत्रों को पूरी तरह प्रतिबंधित रहना पड़ेगा। आकस्मिक परिस्थितियों को छोड़कर हर प्रकार की गतिविधियां प्रतिबंधित रहेगी जबकि लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी रहेगी। क्योंकि केंद्र सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइन के अनुसार अब जहां कहीं भी एक भी मामला कोरोना पॉजिटिव पाया जाएगा उसे अगले 28 दिनों के लिए कंटेनमेंट एरिया के रूप में 2 से 3 किलोमीटर के दायरे में सील करना अनिवार्य किया गया है। आसपास का इलाका भी बफर जोन घोषित किया जाता है जहां आवाजाही पूर्णता बंद रहती है ।इस संबंध में जिला उपायुक्त की ओर से भी कई बार जनहित में स्थिति स्पष्ट की गई है। अब लक्ष्मण विहार और सूरत नगर का भविष्य डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉक्टर एवं अन्य मेडिकल स्टाफ और उक्त संक्रमित महिला के पति की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा।

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