वाहन उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों ने भारी उद्योग मंत्री जावड़ेकर से डीलरशिप और रोजगार को बढ़ावा देने वाले कदम उठाने की मांग की

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नई दिल्ली। केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भारत के वाहन क्षेत्र पर कोविड-19 के संभावित प्रभाव को समझने के लिए आज भारतीय वाहन उद्योग के कुछ सीईओ के एक समूह के साथ बैठक की। इस बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी लॉक डाउन के इस प्रभाव को कम करने के लिए संभावित नीतिगत कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।

उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों ने पूरे वाहन उद्योग से जुड़ी मूल्य श्रृंखला को दोबारा खोलने की मांग की। उन्होंने वाहनों की डीलरशिप को भी पुनः संचालित करने पर बल दिया। सरकार से सहयोग की अपेक्षा करते हुए रोजगार को बढ़ावा देने संबंधी कदम उठाने पर बल दिया। बाजार में मांग को प्रोत्साहन देने के लिए आवश्यक वित्तीय समर्थन से संबंधित कुछ सुझावों के साथ ही कई प्रमुख समस्याओं को भी रेखांकित किया।उन्होंने बैच टेस्टिंग, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और फिजिकल सेपेरशन का भी सुझाव दिया।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्यमियों द्वारा इस बैठक में वाहन उद्योग के क्षेत्र को पुनर्जीवित करने, आजीविका और संसाधनों की गतिशीलता सुनिश्चित करने जैसे कई सुझाव रखे गए।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस अवसर पर न सिर्फ मांगों को सामने रखा गया, बल्कि बातचीत के दौरान कई ठोस सुझाव भी मिले।

श्री जावडेकर ने कहा कि बैठक के दौरान काम शुरू करने से पहले कर्मचारियों के बैच परीक्षण, ऑनलाइन पंजीकरण, बिक्री केन्द्रों की स्वच्छता, दो कामगारों के बीच शारीरिक दूरी कायम करने जैसे कई अच्छे सुझाव सामने आए।

उद्योग ने पूरे वाहन उद्योग से जुड़ी मूल्य श्रृंखला को दोबारा खोलने, डीलरशिप को सहयोग, रोजगार समर्थन संबंधी कदम, मांग को प्रोत्साहन और आवश्यक वित्तीय समर्थन से संबंधित कुछ सुझावों के साथ ही प्रमुख समस्याओं को भी रेखांकित किया।

केन्द्रीय मंत्री ने उद्योग के लोगों को भरोसा दिलाया कि हम परिवहन मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और अन्य संबंधित मंत्रालयों के साथ इन सभी सुझावों और मांगों पर विचार-विमर्श करेंगे।

उद्योग के प्रतिनिधियों ने कोविड से निपटने में प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की। भारी उद्योग मंत्री ने कहा, “भारत वास्तव में कोविड संकट से अच्छी तरह निपट रहा है और हमें कई मूल्यावान जिंदगियों को बचाने में कामयाबी मिली है। अब हमें लोगों की आजीविका पर ध्यान केन्द्रित करना है।”

भारी उद्योग और लोक उद्यम राज्य मंत्री श्री अर्जुन मेघवाल और भारी उद्योग सचिव श्री अरुण गोयल भी इस विचार-विमर्श के दौरान उपस्थित रहे।

बैठक में मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) और वाहन कलपुर्जा क्षेत्र के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सियाम के अध्यक्ष श्री राजन वाढेरा और एक्मा के अध्यक्ष श्री दीपक जैन ने उद्योग जगत के इस दर का सह नेतृत्व किया। बैठक में भाग लेने वाले अन्य वरिष्ठ सीईओ में श्री आर सी भार्गव, श्री पवन मुंजाल, श्री विक्रम किर्लोस्कर और डॉ. पवन गोयनका शामिल थे।

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