दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक आयोजन करना घोर अपराध : सत्येन्द्र जैन

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दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक आयोजन करना घोर अपराध : सत्येन्द्र जैन 2नई दिल्ली । दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि 15 सौ से 17 सौ के आसपास लोग मरकज निजामुद्दीन भवन में ठहरे थे। इनमें से 334 लोगों को अस्पताल भेजा गया और लगभग साढे 700 लोगों को quarentine सेंटर  में रखा गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को जैसे ही सूचना मिली की यहां 5 से 6 लोगों की तबीयत खराब हुई है जो ओमान के रहने वाले थे उन्हें आरएमएल अस्पातल में भर्ती कराया गया और 3 दिन बाद उसकी कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई । उसके बाद से हमारी टीम वहां पहुंची ।

सुनिए स्वास्थ्य मंत्री क्या कह रहे  हैं ?  

उन्होंने कहा कि इनमें जितने लोग थे हम परसों से ही उन्हें शिफ्ट कर रहे हैं। कल रात तक 334 लोगों को अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि आयोजक ने इस प्रकार के आयोजन कर घोर अपराध किया है। उनका कहना था कि दिल्ली में डिजास्टर एक्ट लागू था और दिल्ली के अंदर संक्रमण रोग एक्ट भी लागू था और 5 लोगों से ज्यादा एकत्रित होने की अनुमति किसी भी सूरत में नहीं थी। किसी भी प्रकार का फंक्शन आयोजित करने की अनुमति नहीं थी। फिर भी इन लोगों ने इस प्रकार का आपराधिक काम किया है।

श्री जैन ने कहा कि उन्होंने संबंधित जिले की डीसी को का है कि आयोजक के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोजक के खिलाफ एफ आई आर लॉज करने को कहा गया है।

उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यह आयोजन करने वालों ने नियमों को धता बताते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा । एक साथ इतने सारे लोगों को अपने भवन में छुपाए रखा।साथ ही जिनकी तबीयत ज्यादा खराब हो रही थी उसको भी उन्होंने छुपाया और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दी ।

उन्होंने कहा कि यह बेहद गलत बात है और आपराधिक कृत्य है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि एफ आई आए लॉज करने के आदेश दिए गए हैं । स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में quarentine सेंटर के रूप में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को बनाने की अनुमति केंद्र सरकार से नहीं मिली है। बाकी तीन स्थानों पर इन लोगों को भेजा गया है । उन्होंने इस आयोजन की जानकारी होने से साफ इनकार किया

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