राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने अम्बाला में किया ध्वजारोहण

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राज्यपाल ने अम्बाला में आयोजित राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में ली परेड की सलामी

प्रदेश सरकार की योजनाओं को बताया लोक कल्याणकारी

कहा, ऑनलाईन सेवाएं शुरू करने से भ्रष्ट्राचार पर चोट हुई

राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने अम्बाला में किया ध्वजारोहण 2अम्बाला , 26 जनवरी:  हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य अम्बाला में आयोजित राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में ध्वजारोहण किया, परेड की सलामी ली और प्रदेशवासियों के नाम अपना शुभ संदेश दिया। प्रदेशवासियों के नाम संदेश में राज्यपाल ने कहा कि चुनौतियों का सामना करते हुए राष्ट्र के नवनिर्माण में हमें एकजुट होकर काम करने की जरूरत है, तभी हम 21वीं सदी में फिर से भारत को विश्व गुरू का दर्जा दिलाने में सफल होंगे। भारत ने बदलते परिवेश में हर क्षेत्र में बेहतरीन उपलब्धियां हासिल करते हुए दुनिया के मानचित्र पर अपनी प्रेरक और अनुकरणीय पहचान बनाई है। इस पहचान को आगे बढ़ाना हम सबकी सांझी जिम्मेदारी है।

उन्होनें अपने सम्बोधन में कहा कि उन्हे गौरव का अनुभव हो रहा है कि आज अम्बाला की पावन भूमि पर तिरंगा फहराया है। यहां 8 मई 1857 को स्वतंत्रता आंदोलन की पहली चिंगारी फूटी थी। देश पर मर मिटने वाले शहीदों के खून से पवित्र हुई इस भूमि को मैं शत-शत् नमन करता हूं। यहां से उठी चिंगारी से हम 1947 में ब्रिटिश शासन को भी उखाडने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जिस स्वतंत्र और शक्तिशाली व महान भारत के सपने संजोये थे, आजादी के बाद उनको पूरा करना हम सबका कर्तव्य बन गया है। उस समय व्यवस्था के अनुकूल शासन प्रणाली स्थापित करना बहुत बड़ी चुनौती थी। बाबा साहेब डा0 भीम राव अम्बेडकर ने इस चुनौती को स्वीकार किया और भारत के संविधान की रचना की। उनको प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया गया। बाबा साहेब ने दो वर्ष ग्यारह महीने 28 दिन कड़ी मेहनत करके संविधान की रचना की। हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है।राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने अम्बाला में किया ध्वजारोहण 3

श्री आर्य ने कहा कि वर्ष 2020 को हरियाणा सरकार सुशासन संकल्प वर्ष के रूप में मना रही है। प्रदेश की जनता ने कड़ी मेहनत और सच्ची लग्न से हरियाणा को कईं क्षेत्रों में अग्रणी बना दिया है। सरकार ने प्रशासनिक व्यवस्था को नई तकनीकी से जोडकर हरियाणा के नवनिर्माण में बेहतरीन प्रयास शुरू कर दिये हैं। प्रदेश में पारदर्शी प्रशासन देने की व्यवस्था को प्राथमिकता के आधार पर कार्य रूप में परिणत किया जा रहा है। बदलते परिवेश में प्रदेश में सुदृढ़ कानून व्यवस्था के चलते हरियाणा निरंतर प्रगति कर रहा है। स्कूल, कालेज जाने वाली छात्राओं व अन्य महिलाओं की सुरक्षा के लिये दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स का गठन किया गया है। इसके अलावा प्रदेश में 32 महिला थाने में स्थापित किये गये हैं। पुलिस विभाग द्वारा सिटीजन पोर्टल तैयार किया गया है। इस पोर्टल पर 33 प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। कोई भी व्यक्ति इस पर शिकायत दर्ज करवा सकता है।

उन्होनें कहा कि किसानो की आय बढ़ाने के उद्देश्य से 81 लाख से अधिक सॉयल हैल्थ कार्ड जारी किये जा चुके हैं। किसानो की समस्याओं को दूर करने के लिये हरियाणा कल्या प्राधिकरण का गठन किया जा चुका है। इतना ही नही फसलों के खराब होने पर दिये जाने वाले मुआवजे की राशि को बढ़ाकर 12 हजार रुपये प्रति एकड़ तक कर दिया गया है। सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिये अंतिम छोर तक पानी पंहुचाया गया है। सूक्ष्म सिंचाई योजना बनाने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायती राज प्रणाली को सशक्त और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से साक्षर पंचायतों का गठन किया गया है। ऐसा करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में शहरों का भी कायाकल्प हुआ है। पूरे राज्य में 686 से अधिक अनाधिकृत कालोनियों को नियमित किया गया है। सरकार ने व्यवस्था को तकनीकी से जोडकर प्रदेश के नवनिर्माण के प्रयास किये हैं। नई तकनीकी का यह उपयोग व्यवस्था के लिये परिवर्तनकारी सिद्घ हो रहा है। तकनीकी व्यवस्था से पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को योजनाओं का लाभ पंहुचाया जा रहा है।

श्री आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 के जिस नये भारत की परिकल्पना की है,हरियाणा  सरकार उसे साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। प्रदेश में ऑनलाईन सेवाएं शुरू करने से भ्रष्ट्राचार पर चोट हुई है। डिजिटल इंडिया विजन को आगे बढ़ाते हुए 38 विभागों की 527 योजनाएं ऑनलाईन की गई हैं। निजी क्षेत्र में रोजगार की विशाल संभावनाओं के दृष्ट्रिगत रोजगार विभाग हरियाणा द्वारा अब तक करीब 500 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया है, जिनके माध्यम से 33716 इच्छुक युवक-युवतियों को निजी क्षेत्र में समायोजित करवाया गया है। हरियाणा ने अपनी स्टार्टअप नीति लागू की है। ईज ऑफ डुईंग बिजनेस में हरियाणा देश में तीसरे स्थान पर और उत्तर भारत में प्रथम स्थान पर आ गया है। प्रधानमंत्री के मेक इन  इंडिया विजन को साकार करने में प्रदेश ने नई उद्यम प्रोत्साहन नीति लागू की है। सरकार ने जनहित को मद्देनजर रखते हुए सामाजिक पैंशन और वृद्घावस्था सम्मान भत्ता योजना के लाभापात्रों की मासिक पैंशन व भत्ता 1 जनवरी 2020 से 2250 रुपये करने का निर्णय लिया है, जिसके दृष्ट्रिगत लगभग 28 लाख लाभार्थी लाभान्वित होंगे।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में भी अहम भूमिका निभाते हुए हरियाणा राज्य खुले में शौचमुक्त हो गया है। ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण में हरियाणा पहले स्थान पर है। प्रदेश कैरोसिन मुक्त भी हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2022 तक के हर परिवार को अपना घर मुहैया करवाने के सपने के अनुरूप गरीबों के लिये फ्लैटस और मकान बनाने का कार्य प्रगति पर है। सामाजिक व्यवस्था बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में भी हरियाणा में उल्लेखनीय प्रगति की है। प्रदेश में लिंगानुपात का आकंड़ा 920 को पार कर चुका है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना, डाक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी दुर्घटना सहायता योजना, स्टैंडअप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना इत्यादि योजनाएं तेजी से लागू कर दी गई हैं। सरकार 2022 तक किसानो की आय दोगुना करने के लिये प्रतिबद्घ है। दूग्ध उत्पादन में भी नये रिकॉर्ड स्थापित किये हैं। बदलते परिवेश में ऑटोमोबाईल, आईटी और अन्य उद्योगों का हरियाणा प्रदेश बड़ा केन्द्र बन गया है। आधुनिक शिक्षा के विश्व स्तरीय संस्थान खुल चुके हैं। राज्य में 43 विश्वविद्यालय हैं, जिनमें 21 सरकारी और 22 गैर सरकारी विश्वविद्यालय शामिल हैं। इनमें विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय भी शामिल है। राज्य के खिलाडियों ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में दी जा रही सुविधाओं के दृष्ट्रिगत देश का मान बढ़ाया है।

राज्यपाल श्री आर्य ने कहा कि हरियाणा ने सांस्कृति मूल्यों को संजोए रखने का बड़ा काम किया है। भारतीय संस्कृति का मूल केन्द्र हरियाणा  प्रदेश है। यहीं कुरुक्षेत्र में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का पावन संदेश दिया था। गीता का ज्ञान विश्व भर में प्रचारित और प्रसारित करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है। राज्य में गौ संरक्षण के लिये भी कड़े कानून लागू किये गये हैं। सरस्वती नदी के तटों पर जहां कभी वेदों की रचना हुई थी।

राज्य स्तरीय समारोह में हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन महिला की टुकड़ी ने प्रथम, एनसीसी लडके की टुकड़ी ने दूसरा व जिला पुलिस की टुकड़ी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विभिन्न विभागों की उपलब्धियों पर आधारित 11 झांकिया निकाली गई। जिसमें जिला आयुष विभाग की झांकी ने पहला, कृषि विभाग की झांकी ने दूसरा व महिला एवं बाल विकास की झांकी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इन्हें राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया।

राज्यपाल ने इस राज्य स्तरीय समरोह में स्कूली छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों व पुलिस विभाग द्वारा मास पीटी सहित अन्य सभी कार्यक्रमों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए स्कूली छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए 10 लाख रूपये देने की घोषणा की।

राज्यपाल ने इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों, स्कूली बच्चों, खेल प्रतियोगिगताओं, शैक्षणिक गतिविधियों व सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया।
इससे पूर्व राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने पुलिस लाईन परिसर में स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करके शहीदों को श्रद्घांजलि दी।

इस मौके पर मुख्य सचिव हरियाणा केशनी आनंद अरोड़ा, विधायक अम्बाला शहर असीम गोयल, डीजीपी हरियाणा मनोज यादव, राज्यपाल की सचिव डा0 जी. अनुपमा, अम्बाला मंडल आयुक्त श्रीमती दिप्ती उमाशंकर, उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा, नगर निगम कमीशनर डा0 पार्थ गुप्ता, सहित प्रशासनिक अधिकारी व गणमान्य लोग मौजूद रहे। उन्होनें स्वतंत्रता सैनानियों व उनके परिजनों और युद्घ वीरांगनाओं को राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया गया।

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