भूपेंद्र हुड्डा की रैली में आये 13 विधायक, पूर्व सांसद व 60 से अधिक पूर्व विधायक

Font Size

परिवर्तन महारैली से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा का चुनावी शंखनाद

धमाकेदार घोषणाओं की लगायी झड़ी

कहा, सारी पाबन्दियों से मुक्त होकर आया हूं, आप साथ दो, मैं चंडीगढ़ में आपकी सरकार बनाकर दूंगा

देशहित और स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया

धारा 370 पर हमने विधानसभा में प्रस्ताव पास किया, भाजपा इस पर राजनीति न करे

75 पार नहीं, अबकी बार भाजपा बाहर  : दीपेन्द्र हुड्डा

रोहतक । रोहतक में आज पूर्व मुख्यमंत्री चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने परिवर्तन महारैली में हरियाणा के कोने-कोने से आयी लाखों समर्थकों की भीड़ के सामने हरियाणा में बदलाव का शंखनाद किया और विधानसभा चुनाव प्रचार का बिगुल फूंक दिया। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा कि मैं आज सारी पाबंदियों से मुक्त होकर आया हूं और जो कुछ कहूंगा मन से कहूंगा। उन्होंने आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार होने की भी बात कही और कहा कि आप साथ दो, मैं चंडीगढ़ में आपकी सरकार बनाकर दूंगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि लक्ष्य एक ही है और एक ही नारा है जिसे लेकर आपको जाना है – ‘खट्टर सरकार एक धोखा है हरियाणा बचा लो एक मौका है।’
परिवर्तन महारैली में आयी भीड़ ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिये। चारों तरफ लोग ही लोग दिखायी दे रहे थे। पंडाल में तिल रखने की भी जगह नहीं बची। मेला ग्राउंड के आस-पास की सभी सड़कें भी लोगों से पटी हुई थीं। अपने संबोधन में उन्होंने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि 5 साल पहले भाजपा सरकार बनी इस सरकार ने क्या किया। मेरा किसान बर्बादी के कगार पर है। जब किसान मंडी में अपनी फसल लेकर जाता है तो उसको दाम नहीं मिलता, जबकि खाद, कीटनाशक सहित हर चीज का दाम बढ़ गया है। इतना ही नहीं खाद के बैग का तो वजन भी घटा दिया है। उन्होंने आगे कहा कि बेरोजगारी तेजी से बढ़ी है। 2011-12 में बेरोजगारी दर जहां 2.8 प्रतिशत थी, वो आज बढ़कर 8.8 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। कानून-व्यवस्था का हाल ये है कि हर रोज 3 कत्ल व बलात्कार, अपहरण, लूट, फिरौती की घटनाएं हो रही हैं। जो प्रदेश प्रति व्यक्ति आय में नंबर 1 था वो आज अपराध में नंबर 1 हो गया है। घोटालों पर भाजपा सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि ये सरकार घोटाला सरकार हो गयी है और चारों तरफ लूट मची है। किलोमीटर स्कीम, खनन घोटाला, दाल घोटाला, मीटर खरीद घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला इसके ताजा उदाहरण हैं। नौकरियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘न खर्ची न पर्ची’ के विज्ञापन लगवा रखे हैं। लेकिन ग्रुप-डी कर्मचारियों की भर्ती में एमए, एमबीए, बीटेक जैसे उच्च शिक्षित बच्चों को चपरासी की नौकरी में लगा दिया। इसके कारण दसवीं और बारहवीं पास जो पात्र उम्मीदवार थे वो नौकरियों से वंचित रह गये और उच्च शिक्षित उम्मीदवारों को अपमानित होना पड़ा है। सरकार बताए ऐसे में कोई अपने बच्चों को क्यों पढ़ायेगा? उन्होंने सरकार पर सीधा आरोप लगाया कि जैसे परचून की दुकान में सामान बिकता है वैसे नौकरियां बेची गयीं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हरियाणा का गठन हुआ तब से लेकर वर्ष 2014 तक प्रदेश पर 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज था। लेकिन बीते 5 साल में भाजपा सरकार ने इस कर्ज को 1,70,000 करोड़ रुपया पहुंचा दिया। हमने नयी मेट्रो, नयी रेल लाईन, नये थर्मल प्लांट, नये विश्वविद्यालय व नये राजमार्गों का निर्माण कराया। जबकि भाजपा सरकार ने अपने शासन काल में एक भी ऐसा प्रोजेक्ट नहीं गिना सकती जिस पर कर्ज ली गयी धनराशि खर्च की गयी हो।

उन्होंने कहा कि मेरा परिवार 4 पीढ़ियों से कांग्रेस में है। हमने हमेशा देशहित और पार्टीहित की सोच रखी। धारा 370 को हटाने के फैसले पर मेरी पार्टी भी कुछ भटक गयी और मेरे बहुत सारे साथियों ने विरोध किया। लेकिन जहां तक देशभक्ति और स्वाभिमान का सवाल है मैंने न किसी से समझौता किया है और न ही करुंगा। धारा 370 पर हमने विधानसभा में प्रस्ताव पास किया। भाजपा इस पर राजनीति न करे। उन्होंने सवाल पूछा कि हरियाणा की भाजपा किस बात पर इतरा रही है। विधानसभा में प्रस्ताव के समर्थन में भाजपा भी थी और हम भी थे। हरियाणा की भाजपा इकाई ने अलग से क्या कर दिया। जो धारा 370 की आड़ लेकर राजनीति कर रही है। उन्होंने लोगों का आवाह्न किया कि वो भाजपा के नेताओं से 370 की आड़ में 5 साल का हिसाब लेना न भूलें।

जनता और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखकर गदगद दिखे पूर्व मुख्यमंत्री ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी। उन्होंने घोषणा करी, कि सरकार बनते ही सबसे पहले अपराधियों का सफाया होगा। किसान और भूमिहीन किसानों का कर्जा माफ होगा। नीति बनाकर लघु उद्योगों की स्थापना होगी, ताकि रोजगार मिल सके। आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर और मिड-डे मील वर्कर को सरकारी कर्मचारियों का दर्जा मिलेगा। सातवां वेतन आयोग लागू किया जायेगा। हरियाणा के कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान दिया जायेगा। पुरानी बुढ़ापा पेंशन योजना बहाल होगी। हाल में ग्रुप-डी में जो भर्तियां हुई हैं उनमें उच्च शिक्षित कर्मचारियों को उनकी योग्यतानुसार ग्रुप-सी में समायोजित किया जायेगा। डेली वेजेज मजदूरों की मजदूरी में इजाफा होगा। गरीब महिलाओं के खाते में हर महीने 2000 रुपया, गरीब गृहणियों को 2000 रुपये महीना घर बैठे मिलेंगे। बीपीएल परिवारों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। कन्या विवाह शगुन 50 हजारा से बढ़ाकर 1 लाख रुपये होगा। गरीब व्यक्ति को 2 रुपये किलो चावल और 2 रुपये किलो गेहूं मिलेगा। किसानों के फसल बीमा योजना की किश्त हरियाणा सरकार भरेगी। बिजली फुल और रेट आधा होगा। हर परिवार में एक नौकरी मिलेगी और यदि नौकरी नहीं मिली तो पोस्ट ग्रेजुएट को 10,000 रुपये महीना और ग्रेजुएट को 7000 महीना बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। 50,000 सफाई कर्मचारियों की भर्ती होगी। आंध्र प्रदेश की तर्ज पर कानून बनाया जायेगा, ताकि 75 प्रतिशत नौकरी हरियाणवी को मिले। बुढ़ापा पेंशन महीने में 5000 रुपये महीना दी जायेगी। जो बीपीएल परिवार बच गये हैं उनको 100-100 गज के प्लाट मुफ्त मिलेंगे। गरीबों के लिये 4 लाख घर बनवाये जायेंगे। गरीब छात्रों को पहली कक्षा से 8वीं तक 500 रुपया, 9वीं से 12वीं तक 1200 रुपया महीना वजीफा मिलेगा। शहरियों का गृहकर खत्म किया जायेगा और सेक्टरों की इन्हांसमेंट खत्म की जायेगी। दिल्ली की तर्ज पर महिलाओं को हरियाणा रोडवेज में मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी। शहीदों के लिये नयी नीति बनायी जायेगी।

उन्होंने हरियाणा-वासियों को राजनीति संदेश देते हुए कहा कि उनकी सरकार आयी तो चार उप-मुख्यमंत्री होंगे। जिसमें से एक पिछड़ा वर्ग से, एक दलित वर्ग से, एक ब्राह्मण और एक अन्य समुदायों से होगा। बीसीए को उनकी जनसंख्या के अनुपात में चुनाव के लिये टिकट दी जायेगी। उन्होंने विधायक रघुबीर सिंह कादयान द्वारा रखे गये प्रस्ताव के जवाब में कहा कि बेशक प्रस्ताव में उन्हें राजनीतिक फैसला लेने के लिये अधिकृत कर दिया है, पर वे अकेले फैसला नहीं ले सकते। फैसला चंडीगढ़ में 25 सदस्यीय कमेटी करेगी। जिसमें 13 मौजूदा विधायक व 12 अन्य साथी शामिल होंगे। अंत में उन्होंने अपनी बात इस अंदाज में पूरी की – उसूलों पर आंच आये तो टकराना जरुरी है, जिंदा हैं तो जिंदा नजर आना जरुरी है।

इससे पहले परिवर्तन महारैली में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रोहतक के पूर्व सांसद व कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा की राजनीति दोराहे पर आकर खड़ी हो गयी है। एक रास्ता चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने नेतृत्व में विकास, भाईचारे और हरियाणा को बुलंदी की ओर लेकर जाने का है। दूसरा रास्ता, जो भाजपा दिखा रही है वो आपसी रंजिश, दंगे-फसाद, बेरोजगारी हरियाणा के स्वाभिमान को कुचलने का है। उन्होंने यह भी कहा कि आपने इन 5 सालों में क्या खोया है, क्या पाया, आपको उसका आकलन करना है। उन्होंने भाजपा सरकार को प्रदेश की सत्ता से बाहर करने का आवाह्न करते हुए संकल्प लिया कि जब तक खट्टर सरकार को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे तब तक थमेंगे नहीं। उन्होंने वहां उमड़े जनसैलाब में जोश भरते हुए नारा दिया कि अबकी बार 75 पार नहीं, अबकी बार भाजपा बाहर होगी।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जब भी कभी राष्ट्रहित की बात आयी तो मैं दलगत राजनीति से उपर उठकर हमेशा देश के साथ रहा। धारा 370 पर अपना पहले का रुख दोहराते हुए कहा कि देश की अखंडता के लिये, जम्मू-कश्मीर राज्य के अच्छे भविष्य के लिये धारा 370 को हटाने का समय आ गया था। मैंने सबसे पहले इसका समर्थन किया। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग देशहित को अपनी राजनीति के लिये इस्तेमाल करते हैं उसका समर्थन दीपेन्द्र कभी नहीं कर सकता, भाईचारे को तोड़ने की विचारधारा का कभी समर्थन नहीं कर सकता।

उन्होंने लोगों को हरियाणा के भविष्य का सवाल उठाते हुए मौजूदा भाजपा सरकार पर तगड़ा प्रहार किया और कहा कि मुझे पीड़ा होती है कि जो हरियाणा विकास के मामले में, खुशहाली में देश में सबसे आगे था; उसका क्या हाल हो गया है। जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय में, विकास में, गरीब की योजनाओं में, खिलाड़ियों के सम्मान में, आपसी भाईचारे में नंबर 1 था वो हरियाणा 5 साल में आपसी रंजिश, खराब कानून-व्यवस्था, बीजेपी सरकार के घमंड में नंबर 1 हो गया। बीजेपी सरकार ने हरियाणा के स्वाभिमान को चौपट कर दिया। हरियाणा के भाईचारे को चौपट कर दिया।

पूर्व सांसद ने कहा कि अब निर्णायक घड़ी आयी है। आपको हमको मिलकर प्रदेश की राजनीति को दोबारा से उसी दिशा में लेकर जाना है जिससे कि हरियाणा खुशहाल हो सके। परिवर्तन महारैली की अध्यक्षता पूर्व मंत्री सरदार हरमोहिंदर सठ्ठा ने की व मंच संचालन विधायक गीता भुक्कल ने किया तथा प्रस्ताव विधायक रघुबीर सिंह कादयान ने किया। इस मौके पर पूर्व सांसद, 13 विघायक, 70 से ज्यादा पूर्व विधायक व सैंकड़ों प्रमुख नेता परिवर्तन महारैली के गवाह बने।
***

You cannot copy content of this page