किसान की हत्या सहित दर्जनों नक्सली वारदात में शामिल एमसीसीआई के एरिया कमांडर कामेश्वर राम गिरफ्तार

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किसान शिवचंद्र सिंह की की थी हत्या

हत्या के बाद पैतीस एकड़ जमीन पर नक्सलियों के एरिया कमांडर ने पर्चा चस्पा कर खरीदी विक्री लगाया था रोक

सात माह के कार्यकाल में थानाध्यक्ष विकास तिवारी ने छः नक्सलियों को भेजा जेल

नीरज कुमार सिंह

मोतिहारी। मोतिहारी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने वर्षो से फरार चल रहे प्रतिबंधित नक्सली संगठन एमसीसीआई के एरिया कमांडर कामेश्वर राम को हत्या सहित आधा दर्जन मामले में गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि पताही थाना क्षेत्र के चंपापुर गांव में लेवी को लेकर संभ्रांत किसान की हत्या और जोत की 35 एकड़ भूमि पर नक्सलियों ने पर्चा चस्पा कर खरीद बिक्री पर रोक लगा दी थी। लोगों को भयभीत करने के लिए नक्सलियों ने भूमि खरीदने वाले को पार्टी द्वारा सजा दिए जाने का भी ऐलान किया था। नक्सली गतिविधियों में शामिल रहते हुए 8 वर्षो से फरार था प्रतिबंधित संगठन एमसीसीआई का यह एरिया कमांडर । इसको पताही पुलिस और मधुबन एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई में शनिवार देर रात्रि थाना क्षेत्र के सैरेयागोपाल पंचायत के पटखौलिया गांव से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद इसे अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में मोतिहारी जेल भेज दिया गया है।

छापेमारी अभियान में शामिल अभियान एसपी एच एस गौरव, ने बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन एमसीसीआई के उत्तर बिहार जोनल कमेटी के सचिव लालबाबु सहनी, उर्फ भास्कर, प्रल्रय के लिए कामेश्वर राम, लेवी असूल कर जमा करने और संगठन विस्तार की जिम्मेवारी निभा रहा था। गिरफ्तार कामेश्वर राम पताही थाने में संभ्रांत किसान शिव चंद्र सिंह की हत्या करने, उनकी जमीन की बिक्री पर रोक लगाने ,मधुबन धमाके में संलिप्त रहने एवम चकिया हरपुर नाग रेलवे ट्रैक उराने के मामले में आरोपित है। पुलिस उसकी खोज में थी।

पकड़ीदयाल डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय, ने बताया कि 10 दिसंबर 2017, को परसौनी गांव निवासी नक्सली बलिराम सहनी, के आम के बगीचे में उत्तर बिहार जोनल कमिटी के सचिव लालबाबु सहनी उर्फ भासकर उर्फ प्रलय के नेतृत्व में एक बड़ी घटना को अंजाम देने को लेकर दर्जनों की संख्या में नक्सली संगठन के लोगों ने बैठक की थी। वहां से भासकर सहित तीन नक्सली को पुलिस ने एक देशी पिस्टल, एक कट्ठा 10 एसएलआर कि जिंदा कारतूस, लेवी वसूल की रसीद, 11 हजार नगदी, माइंस लगाकर उड़ाने वाली फ्यूज कनेक्टर, के साथ, बलराम, मुस्कीम मुस्कान, को गिरफ्तार किया गया था।

वहीं पुलिस को देख कर नक्सली एरिया कमांडर कामेश्वर राम, पूजा कुमारी ,धीरज कुमार,रुदल सहित, राजन राम, भाग निकले थे। कामेश्वर पर मधुबन धमाका 2005, के अलावे शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर में भी कई नक्सली घटनाओं में संलिप्तता के मामले की खोज पुलिस कर रही है।

थानाध्यक्ष विकास तिवारी, ने बताया कि कामेश्वर राम, पर पताही थाने में, जिहुली पंचायत के पूर्व मुखिया और चंपापुर गांव निवासी जेपी आंदोलन के जोधा संभ्रांत की शिवचंद्र प्रसाद सिंह, 26 जनवरी 2011 को हत्या,पताही थाना कांड संख्या 11/ 2011 के बाद उनके 35 बीघा जमीन पर खरीद बिक्री पर 7 फरवरी 2015 में रोक लगाए जाने को लेकर नक्सली पर्चा चस्पा किए जाने एवं लेवी की मांग को लेकर पताही थाना कांड संख्या 16/ 2015, 10 दिसंबर 2017 को परसौनी गांव में नक्सलियों के जमावड़े के बाद बड़ी घटना को अंजाम देने को लेकर पताही थाने में कांड संख्या 191/ 2017, दर्द है। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। छापेमारी अभियान में मधुबन एसएसवी कंपनी कमांडर प्रमोद कुमार गुप्ता, अपर थानाध्यक्ष गंगा दयाल ओझा, सेफ और बीएमपी के जवान शामिल थे।

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