तीज महोत्सव में हरियाणवी, पंजाबी व राजस्थानी लोक कार्यक्रमों का जी-भर उठाया लुत्फ़

Font Size
गुरुग्राम। हरियाली तीज़ पर्व के मौके पर हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन की गुरुग्राम महिला शाखा के तत्वावधान में हरियाली तीज महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को एक लाख से अधिक लोगों ने आयोजित लोक सांस्कृतिक नृत्य-गीत कार्यक्रमों का आनंद उठाया। समारोह में हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के विख्यात सांस्कृतिक लोक नृत्य-गीत मंडलियों ने अपनी प्रस्तुती से समां बांध दिया। हरियाणा कला परिषद की ओर से प्रकाश मलिक की टीम द्वारा प्रस्तुत हरियाणवी लोक नृत्य-गीत ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

समय-समय पर प्रसंगों के अनुरूप रचे गए लोक नृत्य व गीतों में मानव जीवन का चित्रण होता है और इसीलिए आज भी लोग इसे बेहद पसंद करते हैं। विधायक उमेश अग्रवाल और समारोह की आयोजिका उनकी धर्मपत्नी अनीता अग्रवाल ने कहा कि तीज महोत्सव के मौके पर लोक नृत्य व गीतों के आयोजन का उद्देश्य नई पीढ़ी के सामने लोक-जीवन के प्रसंगों को मनोरंजन के माध्यम से प्रस्तुत करना है।

हरियाली तीज के धार्मिक आधार या मान्यता के मुताबिक इसी दिन माता पार्वती ने कठित तप के बाद भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त किया था और हर साल यह त्यौहार सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। भगवान शिव व पार्वती के इस महामिलन के त्यौहार पर जब हरियाणवी कलाकारों ने तू राजा की राज दुलारी …भांग रगड़ के पिया करूं…’ सुनाया तो खचाखच लोगों से भरा सारा परिसर झूम उठा।

संगीत नाटक अकादमी जोधपुर की राजस्थानी कलाकारों की टीम ने प्रसिद्ध कालबेलियां, घूमर आदि नृत्य प्रस्तुत किया जबकि राजेंद्र सिंह एंड ग्रुप के कलाकारों ने पंजाबी नृत्य-गीत प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीत लिया। दर्शकों ने भी इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाया। राजेंद्रपार्क में रहने वाले मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जसवंतनगर से सुनील यादव, सुरेंद्र त्रिपाठी आदि ने कहा कि दर्शकों की उपस्थिति के रूप में देखें तो यह सैफई महोत्सव से बड़ा आयोजन है। यहां उन्हें आधुनिक व पारंपरिक सांस्कृतिक आयोजन का बढ़िया समन्वय देखने को मिला, जिसका उन्होंने परिवार सहित आनंद उठाया। अन्य दर्शकों का भी इसी तरह के अनुभव रहे।    

कार्यक्रम में मेयर मधु आजाद, हरियाणा कला परिषद के उपाध्यक्ष संजय भसीन, सेशन जज नरेंद्र कुमार, प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता सूरजपाल सिंह अम्मू, पार्षद सुभाष सिंगला, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष अनुराधा शर्मा, जिला उपाध्यक्ष हंसराज कसाना, रमेश कालड़ा, रश्मि भूषण, दुर्गा दत्त गोयल आदि मौजूद थे।    

तीज़ महोत्सव पर नर-नारियों का उमड़ा समुद्र, लाख से अधिक ने की शिरकत

गुरुग्राम। सेक्टर 29 के लेजरवैली ग्राउंड में चल रहे हरियाली तीज़ महोत्सव के तीसरे दिन लोगों की भीड़ ने शहर में अबतक हुए सारे सामाजिक-धार्मिक आयोजनों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। हरियाली तीज़ त्यौहार के दिन मेले में लाख से अधिक लोगों ने शिरकत की। शनिवार दोपहर से ही मेला परिसर में व्रतधारी महिलाएं बच्चों व परिजनों सहित जुटने शुरू हो गईं थीं। शाम तक तो पूरा मेला परिसर जैसे नर समुद्र-सा उमड़ पड़ा। मेले में पहुंचने को लोगों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि सुरक्षा व्यवस्था में लगे सुरक्षाकर्मी, ट्रैफिक को व्यवस्था को संभाल रही यातायात पुलिस और मेले में आयोजकों की ओर से तैनात पांच सौ से अधिक सहयोगियों व निजी सुरक्षाकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

तीज महोत्सव की झलकियां-

–    हरियाली तीज़ महोत्सव के मौके पर आयोजन स्थल लेजरवैली ग्राउंड की ओर पुराने व नये शहर की तरफ से आने वाले सारे रास्ते लोगों से पट गए, वाहनों का रेला उमड़ पड़ा।

–    मेला परिसर में पुरानी परंपरा और मनोरंजन के साधन जैसे बाइस्कोप, बुढिया के बाल, चाक पर मिट्टी के बर्तन निर्माण की कला, पारंपरिक झूले आदि स्टॉलों पर बच्चे व महिलाओं की भारी भीड़ रही।

–    मेले में कोटला मुबारकपुर दिल्ली के दीपक कुमार ने बच्चों को पॉटरी निर्माण के गुर सिखाए।

–    हरियाली तीज पर सजी-धजी महिलाओं का रेला मेला परिसर चारों तरफ दिखा। जगह-जगह महिलाएं एकल में और ग्रुपों में सेल्फी लेतीं दिखीं।  

–    सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेतीं हुईं महिलाएं अपने को रोक नहीं सकीं और लोकगीतों के साथ अपने को जोड़तीं हुईं ग्रुपों में डांस करने लगीं।

–    मेला परिसर में बच्चों, महिलाओं, पुरुषों की रिकॉर्ड भीड़ के बाद भी सभी अनुशासित रहे और लाइन में लगकर खाने-पीने की सामग्री को प्राप्त किया।

–    आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में बड़ी संख्या में बच्चों-महिलाओं ने भाग लिया। लक्की ड्रा में ज्यादातर महिलाओं के नाम निकले व पुरस्कार पाकर वे बेहद खुश नज़र आईं।

–    तीज महोत्सव के दौरान विधायक उमेश अग्रवाल और उनकी धर्मपत्नी अनीता अग्रवाल की ओर से बारिश से बचने के लिए बड़ी संख्या में छतरियां भी बांटी गईं।

You cannot copy content of this page