प्रत्याशियों के लिए अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी मीडिया में प्रकाशित करना अनिवार्य

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चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव रंजन ने 12 मई को हरियाणा में हो रहे लोकसभा आम चुनावों 2019 के छठे चरण के मतदान के दौरान चुनावी डयूटी में लगे कर्मचारियों को मतदान में भाग लेने की सुविधा के लिए एक अनूठी पहल करते हुए http://Polldutystaffsuvidha.com तथा चुनाव मॉनिटरिंग के लिए PMShry.avids.co.in एप लॉन्च किये हैं।
राजीव रंजन आज राज्य के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चुनाव प्रबंधों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में श्री रंजन ने अधिकारियों को अवगत कराया कि चुनाव डयूटी पर लगे कर्मचारी अपने एंड्रॉयड फोन या कंप्यूटर पर इस लिंक पर जाएंगे तथा उनके मोबाइल पर पासवर्ड व ओटीपी सृजत होगा।
श्री रंजन ने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को फॉर्म-26 में दिए गए अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी आम जनता को चुनाव प्रचार के दौरान 3 बार प्रमुख समाचार पत्रों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से देनी अनिवार्य होगी। जिला निर्वाचन अधिकारियों को इस बात की मॉनिटरिंग करनी होगी कि उम्मीदवारों ने अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी मीडिया के माध्यम से दी है या नहीं।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दृष्टिहीन दिव्यांग मतदाताओं को ब्रेल लिपि पढऩे की जानकारी है या नहीं, उसकी सूचना भी शीघ्र दें। हरियाणा में 8421 दृष्टि बाधित व दृष्टिहीन दिव्यांग मतदाता हैं, जिनमें से लगभग 1500-1600 को ही ब्रेल लिपि की जानकारी है। इनके लिए अलग से बैलेट पेपर छपवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी चुनावी सामग्री एकत्रित कर लें और चुनावी डयूटी में लगने वाले कर्मचारियों की रैंडमाइजेशन के माध्यम से डयूटी लगाएं।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डी. के. बेहरा, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. इन्द्र जीत व श्री अपूर्व, चुनाव डयूटी में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की सहायता के लिए नियुक्त किये गए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी निखिल गजराज, गीता भारती, शेखर विद्यार्थी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उप पुलिस अधिक्षक प्रवीण कुमार ननीवाल सहित नोडल अधिकारी मौजूद रहे।

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